राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन
संजय शर्मा संपादकहैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल
धार,- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शिरीष रघुवंशी ने बताया कि श्वावानों के बढते हुए हमले और इससे होने वाली मृत्य को रोकने के लिए शासन द्वारा राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया गया है । इसके लिए एक साफ्टवेअर भी तैयार किया गया है । जिसमें जिला मुख्यालय से लेकर विकासखंड मुख्यालय तक विस्तृत विवरण दर्ज होगा। जिससे प्रभावी मॉनिटरिंग एवं नियंत्रण किया जा सकेगा। श्ववानों के काटने की घटनाओं की सही जानकारी ज्ञात होने पर विस्तृत कार्ययोजना तैयार होगी । इस कार्यकम का लक्ष्य वर्ष 2030 तक रैबीज के मृत्यु दर को शून्य करना है। जिला स्तर पर डॉ श्रीनिवास साहू एपिडिमियोलॉजिस्ट को नोडल अधिकारी बनाया गया है । जिनके द्वारा विकासखंडों के चिकित्सा अधिकारियों को स्थानीय सभागृह में प्रशिक्षण दिया गया है ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ रघुवंशी द्वारा दीप प्रज्वलित कर मां सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण करते हुए किया गया । उन्होंने बताया गया कि आम जन को रैबीज रोग से संबंधित आवश्यक जानकारी नहीं होती । इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रैबीज की रोकथाम के साथ-साथ समुदाय में रेबीज से संबधित जागरूकता लाना है । अंतर विभागीय समन्वय के माध्यम से जागरूकता के साथ-साथ रैबीज की गतिविधियां की जाना है ।
प्रशिक्षण अधिकारी द्वारा कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया गया । कार्यक्रम के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में समस्त स्तरों पर सब पशुओ के काटने से पीडित के लिए एंजी रैबीज वैक्सीन और एंटी रैबीज सीरम की उपलब्धता सुनिश्चित करना, पशुओं के काटने पर प्रबंधन का निमार्ण करना , मनुष्य में पशुओ के काटने और रैबीज के मामलों की निगरानी करना, रोगों के बारे में जागरूकता प्रसारित करने के लिए सूचना, शिक्षा, संचार (आईईसी) तथा काटने पर उसी क्षण पर्याप्त उपचार करना, साथ ही गैर सरकारी संगठनों और सामुदायिक संगठनों की भागीदारी के साथ सार्वजनिक एवं निजी भागीदार का निमार्ण करना है । आज प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्सा अधिकारियों के द्वारा विकासखंड स्तर पर अधीनस्थ अमले को प्रशिक्षित किया जाकर रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा ।
आगामी 9 नवम्बर को इस कार्यक्रम से संबंधित एक और प्रशिक्षण कार्यकम सम्पन्न होगा, जिसमें नर्सिग स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जाएगा । प्रषिक्षण कार्यक्रम में डॉ अशोक पटेल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, भी उपस्थित रहे ।
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