भाजपा के प्रदेश कार्यालय में संगठन की बड़ी बैठक संपन्न, पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, मुख्यमंत्री शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद रहे
मंत्रियों को निर्देश, 2 दिन प्रभार वाले जिलों में अनिवार्य रूप रहें; जिलों का दौरा नहीं करने वाले संगठन प्रभारियों को प्रभार जिलों में जाने के निर्देश
मंत्री और प्रभारी मंत्री जब जिलों में रहें तो जिला अध्यक्ष व प्रभारी को साथ में लेकर चलें
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल
भोपाल - मध्यप्रदेश में ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा संगठन और सत्ता की बैठक प्रदेश कार्यालय में हुई। बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, मुख्यमंत्री शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद हैं। उन्होंने मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वे सप्ताह में 2 दिन प्रभार वाले जिलों में अनिवार्य रूप से रहें। जनता को बताएं कि मध्यप्रदेश में OBC समुदाय के लिए 27% आरक्षण लागू है। इसको लेकर सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री ने जानकारी दी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने OBC आरक्षण को लेकर कोर्ट में चल रहे मामले से अवगत कराया। उन्होंने एडवोकेट जनरल पुरुषेंद्र कौरव द्वारा सरकार को दिए अभिमत के हवाले से कहा कि कि सरकारी नियुक्तियों और प्रवेश परीक्षाओं में OBC को 27% आरक्षण दे सकती है। हाईकोर्ट ने सिर्फ 6 प्रकरणों में ही रोक लगाई है। उन्होने बताया कि 1 सितंबर को कोर्ट में होने वाली अंतिम सुनवाई में सरकार बहुत ही मजबूती से पक्ष रखेगी।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में जिलों में मंत्री, विधायकों के साथ प्रभारी मंत्रियों से समन्वय बनाने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्रियों से कहा गया है कि वे जिलों में कार्यकर्ताओं की ठीक से सुनवाई करें। दरअसल, सरकार और संगठन स्तर पर यह फीडबैक मिल रहा था कि कुछ जिलों में मंत्रियों द्वारा तवज्जो नहीं मिलने से कार्यकर्ता नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं।
बता दें कि BJP की यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ऐसा पहली बार है जब BJP ने अपने संगठनात्मक स्तर और सरकार के स्तर पर जिलों के प्रभारी मंत्री नियुक्त होने के बाद कोई संयुक्त बैठक की हो। बैठक में संगठन और सत्ता के लिहाज से आने वाले समय में कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई।
जिलों का दौरा नहीं करने वाले प्रभारियों को लगी फटकार
पार्टी सूत्रों ने बताया कि संगठन स्तर पर जिलों के प्रभारी बनाए गए हैं। उन्हें जिलों का दौरा करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन कुछ प्रभारी अभी तक जिलों में नहीं गए। बैठक में शिवप्रकाश ने दो टूक कहा- जिलों में सक्रिय रहें। हर जिले में चुनौती से लड़ने वाला संगठन खड़ा करना है और एक भी सीट और एक भी बूथ हमसे न छूटे, इसका विशेषकर ध्यान रखना है। उन्होंने कि प्रभारी अपनी ताकत और कमजोरी को पहचानें।
जिला अध्यक्षों का कद बढ़ाया
राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री ने कहा कि जिला अध्यक्ष, जिलों के प्रभारी मंत्री और जिला प्रभारी इन तीन कार्यकर्ताओं की त्रिवेणी मिलकर जिले में पार्टी के जनाधार और समाज का प्रत्येक वर्ग हमारी विचारधारा से जुड़े, इस बात की चिंता करें। उन्होंने कहा कि मंत्री और प्रभारी मंत्री जब जिलों में रहें तो जिला अध्यक्ष व प्रभारी को साथ में लेकर चलें। जनप्रतिनिधि के साथ संगठन, विचार परिवार, राष्ट्रवादी ताकतों और समाज में अच्छा करने वालों का समन्वय और समाज के प्रत्येक वर्ग के साथ समन्वय होना चाहिए।
इन मुद्दों पर भी मंथन
मध्यप्रदेश में आने वाले समय में एक लोकसभा सीट खंडवा और 3 विधानसभा सीट जोबट रैगांव और पृथ्वीपुर में उपचुनाव भी होना है। दमोह उपचुनाव में मिली हार के बाद BJP इन चार उपचुनाव को काफी अहम मान कर चल रही है। बैठक में इन सीटों के लिए नियुक्त किए गए प्रभारियों से फीडबैक लिया है। जिसके आधार पर आगे की चुनावी रणनीति बनाई जाएगी।
सत्ता-संगठन के काम का विस्तार करने की रणनीति बनी
बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि सत्ता और संगठन के काम का विस्तार करने की रणनीति पर चर्चा हुई। यह भी तय किया कि इस साल कुशाभाऊ ठाकरे की जन्मशताब्दी वर्ष को संगठन पर्व के रूप में मनाया जाएगा। इसका औपचारिक कार्यक्रम 30 अगस्त को भोपाल में आयोजित किया जाएगा। जिसमें हर जिले में मंडल और बूथ स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चुनाव भी एक कार्यक्रम है। पार्टी में हर काम को संगठन से जोड़कर किया जाता है।
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