चिट्ठी ना कोई संदेश.. जाने वो कौनसा देश जहां तुम चले गए.. धीरेंद्र तोमर (धीरू ) बहुत याद आओगे
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल
धार - कोरोना की सेकंड वेव की विदाई गहरी वेेेदना और कभी न भरने वाला जख्म दे गई.. वर्ष 2021 में कराहती मानवता, वेदना और दुखद स्मृतियों से हम सब खासकर धार का पत्रकारिता परिवार अपने को सहेज ही रहा था कि सोमवार की भोर में एकाएक वेदना और दुख से भरा समाचार हम सबको हिला गया ... प्रबंधन कला ( मार्केटिंग ) के धनी , युवा और संभावनावान कलमकार आज प्रकृति की क्रुर विभीषिका के शिकार हो कर उस अनंत यात्रा पर चले गए.. जहां से लौट कर कोई नही आता..... हिलौरे लेती संभावना, ऊर्जा और नव विचारों से भरे युवा कलमकार का खामोशी से असमय चले जाना धार जिले की समृद्ध पत्रकारिता के लिए सच गहरा आघात है... प्रबंधन कला से कलमकार तक के सफर में हर पल ऊर्जा से सराबोर युवा तरूणाई की रिक्तता पत्रकारिता जगत खासकर धार पत्रकारिता जगत को सदैव खलेगी... कालचक्र की गति अकल्पनीय होकर अचंभित कर रही है.. संभावनाओं का असमय अंत हो जाना हम सबको द्रवित कर शून्यता पैदा कर रहा है .. हम सबके प्रिय, रिश्तों की परंपरा में मेरे छोटे भाई श्री धीरेन्द्र तोमर जी ( धीरू) के निधन का समाचार बहुत दुखद है.... सहसा विश्वास नहीं हो रहा.... धार की समृद्ध पत्रकारिता का समृद्ध कलमकार इतनी खामोशी से दुनिया से कूच कर जाएगा... मेरे बेहद अच्छे साथी, कंधे से कंधा मिलाकर धार जिले में खासकर धार में पत्रकारिता को बेहतर स्वरूप प्रदान करने वाले धीरू जी के साथ मेरा रिश्ता 2006 से रहा जो समय की धार के साथ दिनों दिन गहरा होता गया... आज वो स्मृतियां गहरी वेदना के साथ ताजी हो रही है.. धार की गौरवशाली और समृद्ध पत्रकारिता के इतिहास का पन्ना पलटने पर 2006 का दौर स्मृतियों में याद आ रहा है .... भारत के प्रतिष्ठित समाचार पत्र दैनिक जागरण के इंदौर संस्करण का शुभारंभ हुआ.. इंदौर में दैनिक जागरण में कापी एडिटर के रूप में नियुक्त हुआ.. कुछ माह पश्चात् ही दैनिक जागरण ने मुझे धार जिले के ब्यूरो चीफ के रूप में सेवा का अवसर प्रदान किया.... उसी दौरान धीरेन्द्र तोमर जी दैनिक जागरण परिवार की समृद्ध विरासत का हिस्सा बने... मार्केटिंग अर्थात प्रबंधन की जिम्मेदारी को उन्होंने बखूबी निभाते हुए दैनिक जागरण की प्रतिष्ठा को आगे बढ़ाया...... उस दौर में दैनिक जागरण को धार जिले में स्थापित करने में धीरू भाई ने मुझे भाईतुल्य साथ दिया ........ सच धार जिले ने प्रबंधन के कुशल शिल्पकार , सकारात्मक ऊर्जा से सराबोर एक उभरते और संभावनावान , क्षेत्र की विविधताओं और समस्याओं का बखूबी चित्रांकन करने वाले एक अच्छे कलमकार को असमय खोया है... पत्रकारिता को समर्पित परिवार के सदस्य का असमय दुनिया से कूच कर जाना हमेशा खलता रहेगा..... जिंदादिली, निष्ठा और असीमित ऊर्जा के साथ पत्रकारिता उनका शगल था... एक बेहद संवेदनशील इंसान होने के साथ-साथ आप पत्रकार साथियों के चहेते थे.... धीरू भाई आप हमेशा याद आओगे... यह मेरा सौभाग्य रहा कि पत्रकारिता जगत की हर नई शुरुआत पर ..हर नए मिशन की शुरूआत को लेकर आप हमेशा मुझसे विमर्श करते थे... सर ऐसा करे.. सर यह प्रस्ताव कैसा है.. यह खबर कैसी है.... अब सब अंतहीन यादों में धीरू भाई ..... बहुत उमंग और ऊर्जा से भरे थे आप.. फिर एकाएक खामोशी से चले गए... आप अभी इस तरह जाने को तो तैयार भी नही थे...भाई आपका चर्चित कालम चिमटा की चिमटी.. आपकी हर पल याद दिलाएगा...... आप पटल से जरूर लोप हो गए है.. पर पत्रकारिता को दिए आपके योगदान से आप हमेशा अमर रहेंगे .... धार पत्रकारिता जगत के साथ यह मेरी निजी क्षति है... मैंने रिश्ते रूपी इस सतरंगी संसार में छोटा भाई खोया है... विधाता उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करे.... दुख और वेदना की इस घड़ी में हम सब तोमर परिवार के साथ है... कोटिशः नमन भाई ....... हो सके तो लौट के आना..... धीरू भाई.... चिट्ठी ना कोई संदेश....जाने वो कौनसा देश जहां तुम चले गए....... श्रद्धावनत # राजेश शर्मा वरिष्ठ पत्रकार , लेखक @ चिंतक 9009477004 , 9770667516
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