केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल अचानक धार की ऐतिहासिक भोजशाला पहुंचे
लंदन के संग्रहालय में रखी मां सरस्वती की मूर्ति भारत लाएंगे
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल
धार- केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल मंगलवार शाम अचानक धार की ऐतिहासिक भोजशाला पहुंचे। पटेल ने भोजशाला की जानकारी अधिकारियों से प्राप्त की। पटेल ने कहा कि भारत सरकार के जहां भी स्मारक हैं, वहां पर मूलभूत सुविधाएं देने के प्रयास किए जा रहे हैं। परिवार के साथ पहुंचने वाले सदस्यों को वहां बेहतर सुविधा मिल सकें, ऐसा प्रयास करेंगे। लंदन के संग्रहालय में रखी सरस्वती की मूर्ति लाने के प्रश्न पर कहा कि उसकी कार्रवाई चल रही है और शीघ्र ही मूर्ति भारत आएगी।
मंत्री पटेल ने बताया कि 15 मई तक एएसआइ के स्मारकों को बंद रखा है। हमने फिर 10 दिन बंद की अवधि बढ़ाने निर्देश दिए हैं। खाली समय में स्मारकों का रखरखाव व जनसुविधाएं बढ़ाने पर लगातार काम चल रहा है। जब पर्यटक आता है तो उनके साथ परिवार भी होता है। कई लोगों के साथ दूध पीते बच्चे होते हैं। ऐसी जनसुविधा स्मारकों के आसपास है या नहीं, यह पता किया गया। मैंने भोजशाला को देखा, इस स्मारक में कहीं कोई जनसुविधा के लिए कोई स्थान नहीं है। हमने ताजमहल से शुरू किया था कि दूध पीने वाले बच्चों के लिए अलग से फीडिंग सेंटर हो।
पटेल ने कहा कि लाइट एण्ड साउंड शो संचालित करने वाले स्मारकों को हमने रात 9 बजे तक खोलना तय किया है। अगर जिला प्रशासन तैयार है तो अवधि रात 10 बजे तक बढ़ाई जा सकती है। क्योंकि रात्रि के समय में कानून व्यवस्था भी समस्या है। मां सरस्वती की मूर्ति को लेकर मंत्रालय ने लंदन पत्राचार किया है। मुझे विश्वास है, बहुत जल्दी वह मूर्ति भारत में होगी।
मीडिया ने एक सवाल पूछा कि आप यहां पर आए थे तो आपने यहां पर भ्रमण किया तो इस दौरान आपको यहां पर मंदिर लगा या मस्जिद? इस पर पटेल ने कहा कि मुझे लगता है कि यह प्रश्न पूछना ही नहीं चाहिए। ऐतिहासिक तौर पर जो तथ्य होते हैं, एसआइ उसी को मान्यता देती है। यह स्वाभाविक है कि यहां पर पहले एक हिंदू धार्मिक स्थान था। उसे तोड़ने के बाद में ऐसी परिस्थिति बनी है। इधर भोजशाला आंदोलन से जुड़े गोपाल शर्मा ने जानकारी दी की किस तरह से हिंदू समाज ने आंदोलन किया व अभी क्या प्रयास कर रहा है। इस मौके पर भाजपा जिलाध्य राजीव यादव भी मौजूद थे।
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