कृषि कानून के समर्थन में इंदौर में आयोजित विशाल किसान सम्मेलन
कृषि कानून का विरोध करना कांग्रेस पार्टी का दिवालियापन है - केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
सम्मेलन को सम्बोधित केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ,कैलाश विजयवर्गीय ,नरोत्तम मिश्रा ने किया
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
इंदौर - कृषि कानून के समर्थन में बुधवार को आयोजित सम्मेलन में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा की एक बच्चे को जापान में स्कूल ले जाने के लिए रेल चलती है। यहां तो एक बच्चे को प्रधानमंत्री बनाने के लिए पूरी पार्टी लगी है। ऐसी पार्टी जो सिर्फ देश तोड़ने वाली ताकतों के साथ है। भारत तेरे टुकड़े होंगे...। ये कहते हैं अफजल, हम शर्मिंदा हैं। उनका कहना है, तुम कितने अफजल मारोगे, हर घर में अफजल निकलेगा। हमारी पार्टी का मामला साफ है.. हम उस घर में घुसकर मारेंगे, जिस घर में अफजल निकलेगा।
प्रधान बोले - बिल का विरोध कांग्रेस का दिवालियापन
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का दिवालियापन है। कृषि कानून कई राज्यों ने लागू कर दिए हैं। एक देन, एक बाजार की आज जरूरत है। ग्लोबल मंडी में लेकर जाने वाला कानून है। एमएसपी लिखकर देने को कहा, हम राजी हैं, लिखकर देने को फिर आंदोलन किस बात का है। यह आंदोलन देश में अस्थिरता पैदा करने के लिए, मोदी विरोध बातें करने के लिए और अराजकता पैदा करने के लिए है।
मप्र बधाई का पात्र है, इंदौर से एक लाख ट्रैक्टर किसानों के हिताें में और प्रधानमंत्री के समर्थन में दिल्ली जाएंगे। तेल और गैस के दामों को लेकर कहा कि दाम इसी महीने में बढ़े हैं। अंतर राष्ट्रीय बाजार में मंहगाई बढ़ने से दाम बढ़े हैं। ठंड में एलपीजी की मांग बढ़ जाती है, इसलिए दाम बढ़े हैं। आने वाले महीने में दाम फिर से घट जाएंगे।
विजयवर्गीय ने कहा- कपड़े खरीदने जाते हो, तो भाव दुकानदार बताता है। बर्तन खरीदने पर उसका भाव बर्तन वाला और बाइक खरीदने पर उसके भाव शोरूम वाला बताता है। तो फिर जब फसल आपकी है, तो उसका भाव व्यापारी क्यों बताता है। यह मंडी एक्ट अंग्रेजों के जमाने का है। अंग्रेजों का कानून था कि किसान अपने उत्पादन को मंडी में ही बेचेगा, बाहर नहीं। देश आजाद हो गया, लेकिन किसान आजाद नहीं हुआ था। किसानों को आजाद कर क्या मोदी जी ने गुनाह किया। यह कानून किसानों को व्यापारी बनाने वाला है। कानून में यह अधिकार है, किसान को मंडी में अपनी उपज नहीं बेचनी, तो वह कहीं पर भी जाकर उसे बेच सकता है।
ये आंदोलन करने वाले वे लोग हैं, जो देश की सेना पर सवाल उठाती है। कांग्रेस के जमाने में माइनस डिग्री में खड़े रहने वाले जवानों के पास जूते तक नहीं थे। कई बार उन सैनिकों की सर्दी से मौत तक हो जाती थी। मोदी जी ने सेना को छूट दी है। पहली बार इस मंच से बता रहा हूं कि कमलनाथ की सरकार गिराने में किसी की महत्वपूर्ण भूमिका थी, तो वह नरेंद्र मोदी जी की थी, धर्मेंद्र प्रधान जी की नहीं थी। यह बात किसी को बताना मत।
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