चोरी की पिकअप के पीछे चलने वाली कार से मिला सुराग...गिरोह का पर्दाफाश सात गिरफ्तार
एसपी आदित्य प्रतापसिंह, एएसपी देवेंद्र पाटीदार, ने प्रेसवार्ता में मप्र, गुजरात, राजस्थान और यूपी में चार पहिया वाहन चुराने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
धार - 30 से ज्यादा सीसीसी फुटेज..., 27 दिन की तफ्तीश..., कई जिलों में सबूत जुटाने के बाद कानवन पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय चार पहिया वाहन गिरोह का पर्दाफाश किया है। इसमें चोरी की पिकअप के पीछे लगातार चलने वाली एक कार के मूवमेंट से मिला सुराग, जिसको पुलिस ने ट्रेस कर गिरोह के सात आरोपितों को सलाखों को पीछे भेज दिया। इसमें करीब 35 लाख रुपये के छह चार पहिया वाहन जब्त किए हैं। गिरोह मप्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और गुजरात में सक्रिय था। गिरोह कार से दूसरे राज्यों में जाकर वाहन चोरी की घटना को अंजाम देता था। बदमाश चोरी के पैसों से अपना शौक पूरे करते थे।
मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेसवार्ता में एसपी आदित्य प्रताप सिंह, एएसपी देवेंद्र पाटीदार, ने अंतरराष्ट्रीय चार पहिया वाहन चोर गिरोह के बारे में जानकारी दी। एसपी सिंह ने बताया कि 15 जुलाई को कोद में पिकअप वाहन चोरी हुआ था, जिस पर कानवन थाने में प्रकरण दर्ज किया गया था। एएसपी देवेंद्र पाटीदार और एसडीओपी जयंतसिंह राठौड़ के मार्गदर्शन में टीम का गठन किया गया। टीआई केएस गेहलोत के साथ टीम को लगाया गया था। टीम ने चोरी की अगली सुबह यानी 16 जुलाई को कोद के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें चोरी के पिकअप वाहन और एक संदिग्ध कार का मूवमेंट दिखा गया, क्योंकि पिकअप के पीछे कार लगातार चल रही थी, जो हर जगह नजर आई। इसके आधार पर टीम उज्जैन पहुंची, क्योंकि कार उज्जैन की निकली थी। टीम ने उज्जैन के आरोपित वसीम पिता अल्ताफ को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें यह बात सामने आई कि उज्जैन का वसीम उसके भाई नदीम, साथी फारुख उर्फ सुल्तान निवासी खजराना इंदौर, इरशाद पुत्र अजीज खान निवासी खजराना इंदौर ने मिलकर विकास पुत्र मोहन राठौड़ निवासी उज्जैन की कार से आकर कोद में पिकअप चोरी की घटना को अंजाम दिया। पिकअप इंदौर के आजाद नगर के रहने वाले अतीक पिता सलीम खान को बेच दी और पैसे आपस में बांट लिए। एसपी सिंह ने बताया कि आरोपितों ने इसी घटना के एक दिन पहले महालक्ष्मी नगर इंदौर से बोलेरो वाहन चुराया था। इसके अलावा एक साल पहले इंदौर में एमवाय के सामने से भी इन्होंने एक चार पहिया वाहन की चोरी की घटना को अंजाम दिया था, जिसे इन्होंने बड़वानी में बेचा था। दो साल पहले भी आरोपितों ने मिलकर उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में एक मारुति कार चोरी की थी। वहीं राजस्थान में भी उन्होंने चार पहिया वाहन चोरी किया था। पुलिस ने आरोपितों से छह वाहन बरामद किए हैं। कार्रवाई में कानवन थाना प्रभारी केएस गेहलोत, सहायक उपनिरीक्षक प्रेमसिंह बामनिया, प्रधान आरक्षक दीपचंद, रवींद्र, विपिन, मनीष, सैनिक जितेंद्र और साइबर सेल के आरक्षक प्रशांत का योगदान रहा।
ऐसे गिरफ्त में आया गिरोह....कार मूवमेंट लगातार दिखा-
धार में एसपी आदित्य प्रतापसिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेसवार्ता कर अंतरराज्यीय चार पहिया वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया। इस दौरान एसपी के साथ एएसपी देवेंद्र पाटीदार, एसडीओपी जयंत सिंह राठौर, टीआई केएस गेहलोत मौजूद रहे।
कानवन थाना प्रभारी केएस गहलोत ने बताया कि घटना में हमने करीब 30 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। घटना के अगले दिन हमने फुटेज को खंगालना शुरू किया था। कोद में कई जगह फुटेज देखे। इसके बाद टोल प्लाजा पर सीसीटीवी फुटेज देखे गए, जिसमें चोरी के पिकअप के पीछे कार जाती नजर आई। बदनावर सहित अन्य इलाकों में भी फुटेज में यह जानकारी सामने आई कि चोरी के पिकअप के पीछे लगातार कार का मूवमेंट था। नंबरों के आधार पर उज्जैन की कार के मालिक तक पहुंचे और मामले का खुलासा हुआ। टीआई गेहलोत ने बताया कि आरोपित कुछ वाहनों बेचने की फिराक में भी थे।
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