धार कलेक्टर ने जिला पंचायत के सभागार में धार जिले के प्रगतिशील कृषकों ने कार्यशाला के माध्यम से इनके विचार जाने
किसान ही किसानों को बताएंगे बेहतर उत्पादन के तरीके और तजुर्बे
कार्यशाला में किसानों ने जानी फूड प्रोसेसिंग
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
धार- लॉकडाउन के दौरान जिले के सब्जी, फल उत्पादक किसानों ने अपनी फसलों की मार्केटिंग के लिए काफी जद्दोजहद की है। कई लोगों को नुकसान भी उठाना पड़ा है। ऐसी सूरत में फार्मर प्रोडक्शन ऑर्गेनाइजेशन की महत्ता से इनकार नहीं किया जा सकता है। किसानों को फसल उत्पाद के स्टोरेज, पैकेजिंग और मार्केटिंग की बारीकियों से अवगत कराने के लिए कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने देश के दूसरे राज्यों से विषय विशेषज्ञ बुलवाए।
जिला पंचायत के सभागार में धार जिले के प्रगतिशील कृषकों ने कार्यशाला के माध्यम से इनके विचार जाने। कलेक्टर ने कहा कि अब से जिले के ये प्रगतिशील किसान ही मास्टर ट्रेनर बन दूसरे कृषकों को आधुनिक खेती के उनके तरीके और हासिल तजुर्बे से अवगत कराएंगे। ऐसे प्रशिक्षण किसी गांव में संबंधित प्रालिशील कृषक के खेत पर ही आयोजित किए जाएंगे। देखकर कृषक बेहतर सीख पाएंगे। समूची कयावद का उद्देश्य खेती को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही लाभ का धंधा बनाना है।
कलेक्टर श्री सिंह बोले धार जिले का किसान हाड़ तोड़ मेहनत करता है। यह जिला प्रदेश के बड़े जिलों में शुमार है और यहां पांच लाख 15 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में रबी की खेती होती है। 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में उद्यानिकी का रकबा है। ऐसे में जरूरत इस बात की है कि किसान की अच्छी पैदावार को मार्केट की मार ना पड़े। अपना उत्पाद बेचने के लिए किसान का स्वयं का कंट्रोल हो। लो कॉस्ट टेक्नोलॉजी के साथ किसान यह काम आसानी से कर सकता है। क्योंकि किसान से बड़ा इंजीनियर कोई नहीं, यह दूसरे को देख कर ही बेहतर फसल उत्पादन के तौर तरीके सीख लेता है। यहां आए विषय विशेषज्ञों संजय पंड्या, मौलिक आजरा,संदेश शाह ने किसानों को फार्मर प्रोडक्शन ऑर्गेनाइजेशन के गठन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके अलावा किसानों को फूड प्रोसेसिंग मशीनों के बारे में प्रजेंटेशन दिया गया। इसमें ट्रेड्रायर, ग्रेडर, मिक्सर, राइटविंग चेंबर, कोल्ड चेन, फ्रीज ड्रायर, पल्प प्रोसेसिंग के बारे में जानकारी दी गई।
बाद में विषय विशेषज्ञों द्वारा किसानों के प्रश्नों के समाधान कारक उत्तर भी दिए गए। कार्यशाला में जिला पंचायत के सीईओ संतोष वर्मा, डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर आरएल जमरे, डिप्टी डायरेक्टर हॉर्टिकल्चर केएस मंडलोई भी मौजूद थे।
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