धार शहर में चल रही श्रीमद्भागवत गीता सप्त परायण का गुरुवार को हुआ समापन
तो महाराज....हम तो चलते अपने गांव सबको राम.. राम.. राम - जया किशोरीजी
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार समाचार पत्र
धार - आज बिरज में होली रे मितवा बजता हुआ भजन....मदमस्त होकर नाचते राधा कृष्ण...उन पर हो रही फूलों की बारिश... झूमता नाचता गाता कथा पांडाल... दृश्य देखकर एक पल के लिए ऐसा महसूस हुआ जैसे यह धार नहीं कृष्ण नगरी वृंदावन है और वहां पर राधा कृष्ण फूलों की होली खेल रहे हैं.... यह दृश्य था धार शहर में 7 दिनों से चल रही जया किशोरीजी की भागवत कथा के समापन का! धार शहर में कलमखेड़ी के निकुंभ परिवार द्वारा जया किशोरी की भागवत कथा का आयोजन किया गया था! 13 दिसंबर से प्रारंभ हुई कथा का 19 दिसंबर को समापन हो गया !
कथा वाचिका जया किशोरीजी भारत की जानी-मानी भागवत वक्ता है! सात दिन में हजारों लोगों ने श्रीमद भागवत कथा का रसपान कर कृष्ण लीलाओं का आनंद लिया! कथा के सातवें दिन की शुरुआत भागवत आरती के साथ हुई आज की आरती पिछले सात दिनों से भागवत कथा की व्यवस्था में लगे हुए सभी कार्यकर्ताओं व कैमरा पर्सन हंसराज की लाइव टीम द्वारा की गई!
जया किशोरीजी ने गोविंद बोलो ...हरि गोपाल बोलो भजन के साथ कथा की शुरुआत की! भजन के बाद उन्होंने भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की मित्रता का प्रसंग बहुत ही खूबसूरत तरीके से सुनाया! प्रसंग के बीच में श्रोताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की कलयुग में दान करने से पाप घटटते है! इंसान को यह कोशिश करना चाहिए कि हमसे कोई पाप ना हो क्योंकि पाप कोई भी कोई सा भी हो उसका परिणाम तो भुगतना ही पड़ता है! क्रोध इंसान से गलती करवाता है इसीलिए इंसान को क्रोध पर काबू पाना आना चाहिए! वर्ण व्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि
भगवान ने सिर्फ चार वर्ण बनाए थे ब्राह्मण क्षत्रिय शुद्र वैश्य! इसके अलावा भगवान ने कोई वर्णन नहीं बनाया बाकी जितने वर्ण हैं वह सब इंसानों द्वारा बनाए हुए हैं! महाभारत के प्रसंग को सुनाते हुए उन्होंने कहा कि यह वह भारतवर्ष है जहां पर नारी के सम्मान के लिए महाभारत जैसा युद्ध हो जाता था और आजकल हम लोग नारी के अपमान पर मोमबत्ती लेकर निकल पड़ते हैं पता नहीं यह किसने हमें सिखा दिया! ज्ञान की बातें करते हो उन्होंने कहा कि इंसान को भोजन उसी के यहां पर करना चाहिए जो आपको दिल से भोजन करवाना चाहता हो!
श्रीमद्भागवत गीता के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने अपनी मृत्यु से पहले यह कहा था कि मेरे जाने के बाद श्रीमद्भागवत गीता ही धर्म की रक्षा करेगी! उन्होंने यह भी कहा कि जीवन का सबसे बड़ा डर मृत्यु है! इस हकीकत को स्वीकार करते हुए हमें जीवन में अच्छे से अच्छे कार्य करने की कोशिश करना चाहिए! कथा के आयोजक कमल सिंह निकुम ने जया 2021 में फिर से धार में जया किशोरी जी की भागवत कथा का आयोजन करवाएंगे! यह जानकारी नितिन सिंह परिहार द्वारा दी गई!
कथा श्रवण को आए प्रशासनिक अधिकारी और नेता
धार में चल रही श्रीमद्भागवत कथा की वक्ता जया किशोरीजी थी! जया किशोरी भारत की प्रसिद्ध भागवत वक्ता में से एक है! यही कारण रहा कि पिछले 7 दिनों में उन्हें सुनने आने वाले लोगों में आम के साथ ही खास लोग भी शामिल थे !
गुरुवार को कथा समापन के दिन अपर कलेक्टर शैलेंद्र सिंह सोलंकी अपने परिवार सहित कथा सुनने आए श्रीमंत हेमेंद्र सिंह पंवार सह परिवार ,एडिशनल एसपी देवेंद्र पाटीदार पूर्व विधायक करण सिंह पंवार,पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष दिलीप पाटोदिया धार के ज्योतिषाचार्य अशोक शास्त्री ने भी विराम दिवस पर कथा का श्रवण कर भागवत आरती की नितिन सिंह परिहार द्वारा दी गई!
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