जीवन में हर रिश्ता इंसान को एक बार धोखा जरूर देता है सिर्फ भगवान ही हैं जो कभी धोखा नहीं देते-जया किशोरीजी
भागवत कथा के तीसरे दिन कलेक्टर श्रीकांत बनोठ आयोजन में हुए शामिल की भागवत आरती
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार समाचार पत्र
धार - सीताराम... सीताराम ..सीताराम कहिए.... जाहि विधि राखे राम ...ताहि विधि रहिए.... राम के सुंदर भजन के साथ शहर में चल रही जया किशोरी जी की भागवत कथा का आरंभ हुआ। तीसरे दिन की कथा के आरंभ में पांडाल राममय हो गया। पंडाल में उपस्थित हर श्रोता राम भजन को गुनगुनाने लग गया। कलमखेड़ी के निकुम्भ परिवार द्वारा शहर में जया किशोरी जी की भागवत कथा का आयोजन किया गया है। रविवार को कथा का तीसरा दिन था। आज की कथा का मुख्य आकर्षण प्रहलाद और हिरण्यकश्यप का प्रसंग था।
कथा वक्ता जया किशोरी जी की मधुर वाणी व मनमोहक अंदाज़ में सुनाए गए इस प्रसंग में उपस्थित सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रसंग के पूर्व जया किशोरी जी ने मानवीय रिश्तों व बच्चों की शिक्षा को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें श्रोताओं को कही। उन्होंने कहा कि इंसान को जीवन में हर रिश्ता एक बार धोखा जरूर देता है सिर्फ भगवान ही है जो कभी इंसान को धोखा नहीं देते। मनुश्य स्वभाव को लेकर उन्होंने कहा यदि हम किसी इंसान के साथ 24 घंटे रहने लग जाए तो वह इंसान कोई भी हो हमें उससे प्रेम हो जाएगा। बलि प्रथा को लेकर भी उन्होंने अपने विचार श्रोताओं को व्यक्त किए।
जया किशोरी जी ने कहा की किसी पशु की बलि चढ़ाने से कभी भी कोई भगवान प्रसन्न नहीं होता। ऐसी बेबुनियाद परंपराओं को बंद कर देना चाहिए। बलि चढ़ाना मतलब किसी पशु की हत्या करना और हत्या से ईश्वर कभी खुश नहीं होता। शिष्य गुरु के एक वक्तव्य को सुनाते हुए उन्होंने कहा कि जब भी कोई शिष्य अपने गुरु के सामने जाए तो उसे अपना ऐश्वर्य गुरु के सामने नहीं दिखाना चाहिए। हमेशा हर किसी इंसान को अपने गुरु के सामने दिन बन कर जाना चाहिए।
कथा पांडाल में पैर रखने की भी जगह नहीं थी। जैसे-जैसे कथा के दिन आगे बढ़ते जाएंगे वैसे-वैसे श्रोताओं की संख्या भी बढ़ती जाएगी। आज कथा के चौथे दिन श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जिसमें श्रोताओं की संख्या पिछले 3 दिनों में सबसे अधिक होने की संभावना है।
वर्तमान में शिक्षा मूल्यवान है
प्रहलाद- हिरण्यकश्यप प्रसंग के पूर्व जया किशोरी जी ने बच्चों की शिक्षा को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें श्रोताओं को कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा बहुत मूल्यवान है। हमें अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने की कोशिश करना चाहिए। उन्होंने कहा दहेज एक जुर्म है और बहुत से लोग नहीं जानते क्योंकि वह शिक्षित नहीं है। शिक्षा का अभाव के कारण लोग दहेज को एक रीत समझने लग गए है। शिक्षा का प्रभाव हमारे आपसी रिश्तों पर भी पड़ता है। वर्तमान में वर्तमान समय समय बदल रहा है हमें भी अपनी सोच को उस हिसाब से बदलना होगा। हमें अपने बच्चों से यह कभी नहीं कहना चाहिए कि तुम कोई गलती मत करना वरना हम मर जाएंगे। यदि आप अपने बच्चों से ऐसा कहेंगे तो वह गलती करेंगे तो सही मगर आप को नहीं बताएंगे और अंदर ही अंदर उस बात को लेकर काफी परेशान होंगे।
हमें अपने बच्चों को यह कहना चाहिए कि जीवन में आप कितनी भी बड़ी गलती करें हम आपका साथ देंगे, ताकि यदि आपका बच्चा कोई गलती करें भी तो वह आकर सबसे पहले आपको बताए। आजकल के समय में छोटी छोटी सी बात को लेकर बच्चे गलत कदम उठा लेते है। इन्हीं सब बातों को देखते हुए हमें अपनी विचारधारा को थोड़ा सा बदलना होगा!
कलेक्टर,सीईओ,सीएमओ ने सुनी कथा, आरती उतारी
जया किशोरी जी की भागवत कथा के तीसरे दिन रविवार को कलेक्टर श्रीकांत बनोठ कथा में शामिल हुए। उन्होंने कथा का श्रवण कर कथा समापन के बाद भागवत आरती भी की। कलेक्टर के अलावा आज कथा सुनने वाले श्रोताओं में जिला पंचायत सीईओ संतोष वर्मा, नगर पालिका सीएमओ विजय शर्मा, पूर्व विधायक धार करण सिंह पंवार, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज सिंह गौतम भी शामिल थे।
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