जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अधिकारी रेखा द्विवेदी सिविल जज परीक्षा परिणाम में मध्यप्रदेश में 3री रैंक
आठ घंटे काम के बाद 4 बजे उठकर पढ़ती थी रेखा द्विवेदी का सिविल जज के लिए चयन
पति भी सिविल जज, 2012 में केवल 3 अंक से सिलेक्शन रुका था
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
धार - सपना था रैंकिंग के साथ मेरा सिलेक्शन हो। पहले प्रयास में केवल 3 अंकों से सिलेक्शन नहीं हो सका, लेकिन सात सालों की मेहनत के बाद सिविल जज की परीक्षा में मप्र में तीसरी रैंक लगी है। शादी के बाद लगा सपना कैसे पूरा होगा, लेकिन पति सिविल जज हैं तो उन्होंने प्रेरित किया। अगर मैं तैयारियों में कमी रखती तो पति मेरे सपने के बारे में याद दिलाकर मुझे प्रेरित करते थे। 21 अगस्त को परिणाम घोषित किए गए थे।
यह कहना है जिला विधिकसेवा प्राधिकरण अधिकारी श्रीमती रेखा द्विवेदी का। जिन्होंने सिविल जज की परीक्षा पास कर ली है। मप्र में (अनरिजर्व) में उनकी तीसरी रैंक रही है। उनके पति राहुल वर्मा भी धार में सिविल जज हैं। रेखा द्विवेदी ने बताया कि अभी आगे ट्रेनिंग होगी। उन्होंने बताया कि एग्जाम में तीन चरण हुए थे। प्री, मुख्य और फिर इंटरव्यू। उनका इंटरव्यू करीब 27 मिनट तक चला था। 2012 में भी पहली कोशिश की थी। लेकिन जिला विधिका सेवा अधिकारी के पद पर चयन हो गया था।
पति ने प्रेरित किया, तो इस मुकाम पर
रेखा द्विवेदी ने बताया कि वे भोपाल की रहने वाली हैं। पति मंडलेश्वर के रहने वाले हैं। शादी के बाद पति राहुल वर्मा को भी सपने के बारे में पता चला तो उन्होंने मुझे प्रेरित किया। सुबह 4 बजे उठकर तैयारी करना होती थे। अगर मैं कुछ कमी रखती तो पति मुझे फिर मोटिवेट करते। अधिकारी होने के नाते सुबह 10.30 से शाम करीब 6.30 बजे तक काम करना होता है। शादी होने से पारिवारिक जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। लेकिन पति का सपोर्ट था। वे हमेशा से मुझे अपने सपने के लिए प्रेरित करते थे।
2012 से 3 अंक से चूकी, फिर तैयारी में जुटी
रेखा द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने एलएलबी फाइनल के दौरान ही सिविल जज बनने का सपना देखा। 2012 में सिलेक्शन नहीं हो सका था। जिला विधिका सेवा अधिकारी के पद पर चयन हो गया था। उन्होंने चार साल तक इंदौर में जिला कोर्ट व उच्च न्यायालय में काम किया। फिर बड़वानी ट्रांसफर हो गया। इसके बाद अप्रैल 2018 से धार में पदस्थ हैं।
इंटरव्यू में यह रखें ध्यान
रेखा द्विवेदी ने बताया कि इंटरव्यू में आपसे विषय के अनुसार सवाल पूछे जाते हैं। इस बात का खास ध्यान रखें कि अगर किसी प्रश्न का उत्तर सही नहीं आता है तो उसे घुमाने का प्रयास नहीं करें। स्पष्टता के साथ इंकार भी करेंगे तो भी वह आपके लिए पॉजीटिव हो सकता है। आपके जवाबों में आत्मविश्वास और स्पष्टता होना चाहिए। द्विवेदी ने बताया कि उनसे इंटरव्यू में पूछा गया कि आप न्यूज पेपर पढ़ती हैं। मैंने हां कहा तो उन्होंने अनुच्छेद 370 को लेकर सवाल पूछे।
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