HelloDharNews

HelloDharNews Hindi news Website, Daily Public News, political, crime,filmy, Media News,Helth News

Breaking

Sunday 22 July 2018

बाग प्रिंट व भील प्रिंट को बढ़ावा देना इंटेक की अच्छी पहल - जिलाधीश दीपक सिंह

बाग प्रिंट व भील प्रिंट को बढ़ावा देना इंटेक की अच्छी पहल - जिलाधीश   दीपक सिंह

45 महिलाओं ने लिया वस्त्र छपाई का प्रशिक्षण, प्रमाण पत्र के साथ मिली छपाई सामग्री 
संजय शर्मा 
हैलो धार 
          धार  - वस्त्र छपाई कला व फैशन के साथ ही आजीविका का भी साधन है। बाग प्रिंट वास्तव में हेरीटेज है। 10 वर्ष पहले भी बाग प्रिंट प्रमोशन के लिए कुछ पहल हुई थी पर जिला केंन्द्र धार पर पहली बार इस तरह का आयोजन सुखद है। बाग प्रिंट को बढ़ावा देना इंटेक की अच्छी पहल है इसका स्वागत है। बाग प्रिंट की विशेषता है कि इसे माहेष्वरी व चन्देरी साड़ियों पर भी किया जा सकता है। बाग पिं्रट महिलाओ के लिए रोजगार का अवसर प्रदान कर रहा है। बाग के साथ ही धार में भी कार्यषाला के बाद कार्य आरंभ हो सकता है।
         यह उद्गार इंटेक धार चेप्टर द्वारा आयोजित 7 दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह व पुरस्कार वितरण समोराह में मुख्य अतिथि के रुप में जिलाधीश   दीपक सिंह जी ने कही। उन्होंने कहा कि जिला प्रषासन ने पहले भी बाग प्रिंट परम्परा को बढ़ावा दिया है व आगे भी अपेक्षित सहयोग प्रदान किया जाता रहेगा। बाग प्रिंट के इतिहास व इसमें कार्यरत समुदाय के बारे में कई अनछुए तथ्यों से उन्होंने अवगत करवाया। समारोह की अध्यक्षता समाजसेवी  नारायण जोशी  ने की। श्री जोशी  ने कहा कि हमंे अपने समाज को बेहतर बनाना है। हम प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करे। हाथ थैलियों पर उन्होंने बाग व लोककला के अपनानें पर जोर दिया व अपनी ओर से सहयोग का विष्वास दिलाया। कार्यशाला में आकर उन्होंने पहली बार बाग प्रिंट को होते हुए देखकर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रषिक्षकों व प्रषिक्षार्णियों के सीखने सिखाने के बारिकी के तरीकों पर सुखद आष्चर्य प्रकट किया। आरंभ में कार्यषाला के बारे में इंटेक धार चेप्टर के संयोजक डाॅ दीपेन्द्र षर्मा ने विस्तार से बताया व महिलाओं के द्वारा कार्यशाला के दूसरे ही दिन छपाई आरंभ होने पर बधाई दी। कार्यषाला योजना 30 महिलाओं के लिए निर्धारित थी पर महिलाओं के उत्साह व बढ़ती सहभागिता के कारण 45 पंजीयन हुए व सभी को प्रषिक्षण प्रदान किया। इस कार्यशाला में शहरी, ग्रामीण व स्वसहायता समूह के साथ ही इन्दौर व राजस्थान से आयी महिलाओं ने भी प्रशिक्षण प्राप्त किया व इंटेक को धन्यवाद दिया। अब ये अपने क्षेत्र में भी इसे विस्तारित करना चाहती है। प्रषिक्षक टीकम व अमन मुजाल्दा व गुरुदत्त कांटे का प्रमाणपत्र, वस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट प्रदान कर अतिथियों द्वारा सम्मान किया गया। सभी प्रषिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र, दो दो पिं्रंिटग ब्लाक के साथ ही छपाई के लिए वस्त्र भी महनीय अतिथियों द्वारा प्रदान किये गये। स्वागत गीत सुश्री पूनम चोयचा, प्रेरणा गान श्रीमती सुनिता राठौर ने प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर श्री शेरसिंह खेड़ेकर, कवि नंदकिशोर उपाध्याय, श्रीमती मृदुल नाडकर ने किया। संचालन श्रीमती सीमा चौधरी किया। कार्यषाला के अनुभव कथन सुश्री मनीषा पवाॅर, श्रीमती विमला शर्मा, श्रीमती ष्वेता मोहिते, ममता चावड़ा व रुचि नायकवाड़े ने सुनाये। जीजा माता महिला मंडल की ओर से प्रषिक्षकों व संयोजक को प्रतीक चिन्ह भेंट किये। आभार कार्यषाला संयोजक सुश्री मनीषा खेड़ेकर ने दिया। समापन समारोह में महिलाओं द्वारा कार्यषाला में तैयार वस्त्रों के माध्यम से आकर्षक साजसज्जा की गई व ऐसे ही वस्त्रों की एक प्रदर्षनी भी लगाई। यह जानकारी संस्थान के दुर्गेष नागर ने दी है। 

No comments:

Post a Comment