वामपंथ समाज में वर्ग संघर्ष पैदा कर देश और समाज को तोड़ने का कार्य करता है--जे नंदकुमार
संजय शर्मा संपादक हैलो-धार
धार - स्वर्गीय दत्ता जी गांव पर स्मृति न्यास व्याख्यानमाला समिति द्वारा प्रति वर्षानुसार दो दिवसीय व्याख्यानमाला का आयोजन एवं 1 अप्रैल 2018 को किया जा रहा है जिसमें प्रथम दिन आज वामपंथ चुनौती और समाधान इस विषय पर व्याख्यान का आयोजन हुआ जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक श्री जेनंदकुमार ने वामपंथ की स्थापना से लेकर अभी तक के इतिहास और उनकी लाल आतंक की कहानी को अपने धाराप्रवाह व्याख्यान में प्रस्तुत किया जेनंदकुमार जी ने रूस में वामपंथ की स्थापना कार्ल मार्क्स का भ्रमित होने वाला सिद्धांत की विस्तृत व्याख्या की। तथा बताया कि वामपंथी का स्थापना से ही रक्त रंजित इतिहास रहा है जहां पर पहुंचा वहां पर लाखों करोड़ों लोगों की हत्या की गई उन्होंने कई देशों में की गई हत्या के आंकड़े बताएं जे नंदकुमार जी ने बताया कि भारत में वामपंथ की स्थापना के समय से ही यह इस्लामिक आतंकवाद से इसका गठजोड़ रहा है जो आज भी हमको दिखाई देता है जिस प्रकार से वामपंथ समाज में वर्ग संघर्ष पैदा कर देश और समाज को तोड़ने का कार्य करता है वर्ग संघर्ष सिर्फ जातिवाद ही नहीं और भी कई प्रकार से वर्ग संघर्ष फैलाने का वामपंथ करता है जैसे अमीर गरीब के बीच उद्योगपति मशीनों के बीच फिल्मों में मीडिया के बीच साहित्यकारों के बीच इतिहास को लेकर समानता के नाम पर यह गाना दिखाई दे रहा है वर्तमान में जेएनयू में जिस तरह के नारे सुनाई पड़ रहे है,भारत तेरे टुकड़े होंगे इंसा अल्लाह,इंसा अल्लाह, कश्मीर तेरी आजादी तक जंग रहेगी,जंग रहेगी.
यह वामपंथियों की देन है,जो इस देश को पुनः एक बार तोड़ने की साजिश में लगे है.इसका समाधान बताते हुवे आपने वामपंथ का सही चेहरा आने वाली पीढ़ी को बताने और अपने देश के लिए काम करने की आवश्यकता पर बल देने की बात कही.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदीप जोशी(कीका भाई- जिला कल्चरल सोसायटी के सचिव) एवम कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यास के सचिव अरविंद चौधरी ने की.व्याख्यान में रास्ट्रीयस्वयंसेवक संघ के नगर, जिला, विभाग एवम प्रान्त के डॉक्टर श्रीकांत जी,सामाजिक समरसता प्रान्त प्रमुख प्रमोद जी झा,राम गोपाल जी वर्मा उपस्थित थे और नगर के कई गणमान्य नागरिक और मातृशक्ति बड़ी संख्या में उपस्थित थे.संचालन सिद्धार्थ जी जैन किया.
No comments:
Post a Comment