समय पर और सही सम्मान से ओर बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिलती है
लगातार अच्छे कार्य से स्वप्न हुए साकार, मिला श्रेष्ठ नारी सम्मान, बढ़ी जिम्मेदारी
धार - भारत में नारी को सदैव ही सम्मान दिया जाता है। समय पर सम्मान देने से और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। सम्मानित महिलाओं का जीवन और कार्य परिचय समाज के सामने आने से और महिलाओं को भी अच्छे कार्य करने की इच्छा जाग्रत होगी। समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी उपस्थिति सिद्ध की है। महिलाएं अपनी समझ और सामजस्य से परिवार और समाज को उन्नत बना सकती है। महिलाओं की बातों का गहरा असर होता है अतः महिलाओे को सोच समझ कर बोलना चाहिये। न्यायालय के कई उदाहरणों और परिवार के मामलों से अतिथि ने महिलाओं को दायित्वबोध करवाया और उन्हें खुद की महत्ता के बारे में बताया। ये विचार भोज शोध संस्थान के श्रेष्ठ नारी सम्मान अलंकरण समारोह में जिला एवं सत्र न्यायाधीश डाॅ जे सी सुनहरे ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि भोज शोध संस्थान ने इतिहास संकलन का महत्वपूर्ण कार्य किया है साथ ही लगातार अच्छे आयोजनों से एक अनुकरणीय कार्य किया है। हायकोर्ट में धार से संबंधित कुछ जानकारियाॅ भेजना थी तो संस्थान ने जानकारियाॅ उपलब्ध करवाने में विशेष सहयोग किया था।
सम्मान समारोह की विशेष अतिथि मुख्य नगर पालिका अधिकारी धार डाॅ मधु सक्सेना थी। विशेष अतिथि ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सभी सम्मानित महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं प्रदान की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए वर्तमान समय बड़ा उचित और सहयोगी है।
श्रेष्ठ नारी अलंकरण - अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस परिपेक्ष्य में सामाजिक आधार पर चयनित समाज और प्रशासन के विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली छः महिलाओं का सम्मान किया गया। प्रशासन से महिलाओं और बच्चियों के सर्वागीण विकास कार्य के लिए सुश्री भारती दाॅगी जिला महिला शक्तिकरण अधिकारी धार, पुलिस थानों में सहज वातावरण और आपसी सामजस्य से विवाद विहीन परिवार कार्य के लिए सुश्री अंजना धुर्वे पुलिस निरीक्षक धार , खेल विधा से किक बाक्सिंग की अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खिलाड़ी सुश्री अंबिका जाट, समाज कार्य से लघु उद्यमिता और बच्चों के लिए स्नेहिल वातावरण के लिए श्रीमती छाया उपाध्याय, स्वयं की अल्प बचत से समाज कार्य के लिए माता जिजा बाई मंडल प्रतिनिधि के रुप में श्रीमती मीना मोरे, ग्रामीण और कृषि कार्य में अनुकरणीय कार्य के लिए सुश्री दुर्गो जाधव का श्रेष्ठ नारी अलंकरण से सम्मान किया गया।
सम्मान में प्रतीक चिन्ह,शाल, श्रीफल,साहित्य और समाचारपत्र प्रति भेंट की गई। सभी सम्मानितों को अपनी बात कहने का अवसर प्रदान किया। सभी ने गरिमामय सम्मान के लिए भोज षोध संस्थान का आभार व्यक्त किया। अपनी सफलता के मातापिता का स्मरण किया। महिलाओं ने कहा कि वे अपने लक्ष्यों के लिए लगातार और बेहतर कार्य करने अपना परिवार तथा देष का नाम रोषन करेगी। सम्मान से उन्हें और अच्छा कार्य करने की प्रेरणा मिली है। सम्मानितों का परिचय वर्णन श्रीमती चेतना राठौर, नवीन भॅवर और श्रीमती मीनाक्षी लहरे ने प्रस्तुत किया। सदन में बड़ी संख्या में उपस्थित गणमान्य नागरिकों ने तालिया बजाकर अपनी ओर से भी सम्मान प्रकट किया।
सम्मान समोराह का संचालन वरिष्ठ अभिभाषक श्रीवल्लभविजयवर्गीय ने किया। आरंभ में अतिथियों ने माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और सम्मुख दीप प्रज्जवलन करके आयोजन का आरंभ किया। सरस्वती वंदना का सस्वर पाठ श्रीमती वंदना दुबे ने किया। स्वागत भाषण संस्थान के निदेशक डाॅ दीपेन्द्र शर्मा ने व्यक्त किया। अतिथियों का स्वागत चन्द्रकांत आठले, मोहन राठौर, और श्रीमती वृशाली देशमुख ने किया। अतिथि परिचय अनिल तिवारी ने दिया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह सुश्री मनीषा खेड़ेकर और विलासराव माने ने भेट किये। आभार पराग भौंसले ने प्रकट किया। समापन सामूहिक राष्ट्रगान से हुआ। यह जानकारी संस्थान के जगदीष बोरियाला ने दी।
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