ग्राम देदला में हुए अंधे कत्ल का पुलिस ने किया पर्दाफाश
काका जगदीश की करोड़ो की जमीन को हड़पने के लालच में सगे भतीजे शुभम व जमाई माखन ने षड़यंत्र रच कर दिया हत्या को अंजाम
अस्सी हजार रुपये में सुपारी देकर कराई हत्या, हत्या को अंजाम देने वाले सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्तं में
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल
धार। 25 अप्रेल को सुबह 8 बजे के लगभग पुलिस को सुचना प्राप्त हुई कि माण्डव रोड़ देदला फाटे पर स्थित मृतक जगदीश पिता गुलाब सिंह राजपुत उम्र 43 निवासी ग्राम देदला के सूने मकान में उसका शव खून में लथ-पथ पड़ा है। सूचना मिलने पर पुलिस थाना कोतवाली ने तत्काल घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया व मौके पर एफ.एस.एल अधिकारी सुश्री पिंकी मेहरड़े द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्रित किये, मृतक जगदीश की अज्ञात आरोपियों द्वारा रात्रि में रस्सी से गला दबाकर व सिर पर किसी भारी वस्तु से चोट पहुचाकर उसकी हत्या की है। मृतक जगदीश की माँ अहिल्या बाई की रिपोर्ट पर से थाना कोतवाली धार पर अपराध क्रमांक 319/2022 धारा 302 भादवि का अज्ञात आरोपियों के विरुध्द कायम कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रतापसिंह के निर्देशन में व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पाटीदार के मार्गदर्शन में एवं नगर पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र धुर्वे के नेतृत्व में थाना प्रभारी समीर पाटीदार द्वारा टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा गाँव व घटना स्थल पर सतत पूछताछ के दौरान टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि मृतक जगदीश व उसके भतीजे शुभम का जमीन बटवारे को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था, जिस पर परिवार में कलह बना हुआ था, गाँव वालो से पूछताछ करने पर पाया कि शुभम ओर उसका जीजा माखन आपस में कुछ दिनो से ज्यादा मेल मिलाप कर रहे थे। उक्त क्रियाकलापो से संदेह होने पर भतीजे शुभम व जमाई माखन के बारे में पुलिस द्वारा जानकारी एकत्रित की गयी। जानकारी में पाया कि उक्त घटना में दोनो की सलिंप्ता है, जिसमें सायबर सेल एक्सपर्ट सर्वेश सिंह एवं प्रशांत सिहं की मदद से तकनीकी सहायता प्राप्त कर सदेंहियो के संबधं में महत्वपूर्ण जानकारी एकत्रित की गई। उक्त जानकारी का पूछताछ में अहम भूमिका रही, सख्ती से पूछताछ करने एवं पुलिस द्वारा पूर्व से ही जानकारी एकत्रित करने के कारण आरोपियों द्वारा उक्त घटना को स्वीकार किया गया एवं बताया कि मृतक जगदीश द्वारा अपने भतीजे शुभम से जमीनी विवाद है एवं मृतक अपनी जमीन बैचना चाहता है जिस बात से नाराज शुभम नें अपने जीजा माखन के साथ साजीश रच कर अपने काका जगदीश की हत्या करने का प्लान बनाया, जिसके लिये माखन व शुभम ने अपने दोस्त अमन जाट एवं अर्जुन प्रजापत को जगदीश की हत्या करने के लिये 80000/- रुपये में सुपारी दी एवं दोनो को 10,000-10,000 हजार रुपये एडवांस में दिये व आरोपी शुभम ने घटना दिनांक 24 अप्रेल की शाम को काका जगदीश के खेत वाले मकान से अपनी दादी अहिल्या बाई को अपने घर देदला लेकर गया व शुभम माखन द्वारा अपने दोस्त अमन जाट व अर्जुन प्रजापत को सूचना दी गई कि आज रात जगदीश अपने खेत वाले मकान पर अकेला सोएगा जिस पर से आरोपी अर्जुन ओर अमन जाट द्वारा रात्रि करीब 11-12 बजे के लगभग जगदीश के खेत वाले मकान पर जाकर अमन व अर्जुन ने जगदीश की रस्सी से गला दबाकर व लोहे की टामी सिर में चोट पहुचाकर जगदीश की हत्या कर दी।
गिरफ्तार आरोपी
शुभम उर्फ उमेश पिता संतोष निक्कम जाति राजपूत उम्र 20 साल निवासी देदला (मृतक का भतीजा)
2- माखन पिता चंदन सिंह पँवार जाति राजपूत उम्र 20 साल निवासी लुन्हैरा (मृतक का जमाई एवं आरोपी शुभम का जीजा)
3- अमन पिता शंकर जाट उम्र 28 साल निवासी तलवाड़ा
4- अर्जुन उर्फ ओमप्रकाश पिता तेजराम प्रजापत जाति कुम्हार उम्र 22 साल निवासी आमखेड़ा।
उक्त घटना के खुलासे एवं साक्ष्य संकलन व गिरफ्तारी में एफ.एस.एल अधिकारी पिकीं मेहरड़े, थाना प्रभारी कोतवाली समीर पाटीदार, सायबर क्राईम प्रभारी त्रिलोक सिंह बैस थाना कोतवाली धार के उनि. जगदीश चौहान, सउनि निलेश यादव, प्र.आर. गजेन्द्र सिंह, आशिफ शेख, सुनिल यादव, आर प्रदीप पाटिल चालक सउनि रामनरेश तिवारी एवं सायबर शाखा से आर. सर्वेश सिंह, प्रशांत सिंह का सराहनीय योगदान रहा।
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