बहुचर्चित जमीन घोटाला मामले में नपा उपयंत्री ठाकुर सहित धार पूर्व एसडीएम गिरफ्तार, बगैर रजिस्ट्री किए उपयंत्री ने दी थी निर्माण अनुमति
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल
धार - जनकल्याण के लिए लीज पर दी गई भूमि को बचने के मामले में खरीदारों को आरोपी बनाने के बाद शासकीय कर्मचारियों पर भी पुलिस ने शिकंजा कसा है। पुलिस ने मामले में रविवार को नपा के उपयंत्री सुधीर ठाकुर को भी आरोपी बनाया। उपयंत्री ने धार में पदस्थापना के दौरान ही इस भूमि को लेकर निर्माण अनुमतियां जारी की थी, इनके कार्यकाल के दौरान करीब 14 अनुमति जारी हुईं, जिसके चलते कारण जमीन की खरीदी-बिक्री हुई। पुलिस न्यायालय में पेश करके पुलिस रिमांड मांग सकती है।
बगैर रजिस्ट्री के दी अनुमति
जांच में सामने आया कि सुधीर धार नगर पालिका में उपयंत्री के पद पर 1998 से 2012 तक रहे। इस जमीन पर ज्यादातर रजिस्ट्रियां 2008 से 2010 में हुई है। करीब 14 रजिस्ट्री में निर्माण अनुमति सुधीर ने जारी की। शनिवार को सुधीर से करीब 40 पन्नों के अहम दस्तावेज सहित रजिस्ट्री के बिंदु पर पूछताछ हुई थी। गिरफ्तारी के पहले रविवार सुबह भी दो कागज कोतवाली पुलिस को मिले।
पूर्व नजूल अधिकारी बना आरोपी
मामले में पीथमपुर में पदस्थ उपयंत्री को आरोपी बनाने के साथ ही धार में पदस्थ रह चुके पूर्व नजूल अधिकारी और एसडीएम रह चुके सी.के. गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। जमीन के मामले में दूसरे मुख्य आरोपी सुधीर जैन को भगाने में मदद करने वाले लोगों को भी पुलिस ने चिन्हित कर लिया है।
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