उप संचालक कृषि जी.एस. मोहनिया ने ग्रामो का निरीक्षण कर की किसानों से चर्चा
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका/ हैलो धार न्यूज़ पोर्टल
धार - जिले में उप संचालक कृषि जी.एस. मोहनिया द्वारा विकास खण्ड धार अंतर्गत ग्राम अनारद, कनावल, कलसाड़ा में क्षेत्र का भ्रमण कर किसानों की फसलों का निरीक्षण किया गया। प्रमुख फसले सोयाबीन, मक्का की फसल के अवलोकन में कहीं कहीं पर मक्का में फॉल आर्मी वर्म एवं सोयाबीन फसल पर तना मक्खी, सफेद मक्खी का आंशिक प्रकोप देखा गया जहॉ पर नियंत्रण की सलाह दी गई। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि सोयाबीन फसल हेतु सफेद मक्खी के नियंत्रण हेतु अनुशंसित पूर्व मिश्रित सम्पर्क रसायन जैसे बीटासायफ्लुथ्रिन ़ इमिडाक्लोप्रीड (350 मि.ली./है.) या पूर्व मिश्रित थायोमिथाक्सम ़ लैम्बडा सायहेलोथ्रिन (125 मि.ली./है.) का छिड़काव करें जिससे सफेद मक्खी के साथ-साथ पत्ती खाने वाले कीटों का भी एक साथ नियंत्रण हो सके। हरी इल्ली हेतु (सेमीलुपर) के नियंत्रण हेतु प्रोफेनोफॉस 50 प्रतिशत ई.सी. 1.5 एम.एल. प्रति लीटर या प्रोफेनोफॉस 40 प्रतिशत ़ सायपर 4 प्रतिशत ई.सी. 1.00 एम.एल. प्रति लीटर का छिड़काव हेतु उपयोग करे। तना मक्खी- क्लोरण्न्ट्रानिलिप्रोल 18.5 एस.सी. 0.4 एम.एल प्रति लीटर या थायोमेथोक्सम 12.60 ़ लेम्डासायहेलोथ्रिन 9.5 जेड.सी. का मिश्रण 4 एम.एल. दवा प्रति 15 लीटर की दर से छिड़काव करे।
कृषकों को सलाह है कि अपने खेत में फसल निरीक्षण के उपरांत पाएं गए कीट विशेष के नियंत्रण हेतु अनुशंसित कीटनाशक की मात्रा 500 लीटर/है. की दर से पानी के साथ फसल पर छिड़काव करें। छिड़काव हेतु पावर स्प्रेयर का उपयोग किये जाने पर 120 लीटर/है. पानी की आवश्यकता होगी एवं छिड़काव भी प्रभावकारी होगा।
मक्का फसल मे फॉलआर्मी वर्म के नियंत्रण हेतु उपाय- मक्का फसल में फॉल आर्मी वर्म के नियंत्रण हेतु इमामेक्टीन बेन्जोईट 5 प्रतिशत एस.जी. 0.5 ग्राम प्रति लीटर या क्लोरण्न्ट्रानिलिप्रोल 18.5 एस.सी. 0.4 एम.एल प्रति लीटर थायोडीकार्ब 75 डब्ल्युपी 1 कि.ग्रा. प्रति हेक्टर का उपयोग करे
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