प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत आवास बनने पर अमझेरा के हितग्राही गुलाबसिंह ने की प्रधानमंत्री से चर्चा हुए अभिभूत
गुलाबसिंह ने "हलमा" परम्परा से 90 दिवस में बनने वाला आवास महज 50 दिनों में पूर्ण किया
पीएम ने हितग्राही गुलाबसिंह से पूछा कि कस काई है ? मजा में छे?
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
धार - 12 सितम्बर 2020/ प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत धार जिले में 6250 हितग्राहियों के आवास पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुए है। जिसका गृह प्रवेश आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 'हर परिवार के पास अपना घर हो' के उद्देश्य से करवाया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने अमझेरा के हितग्राही गुलाबसिंह पिता सोभान सिंह से चर्चा भी की। चर्चा के लिए मध्यप्रदेश के 3 जिले चयनित हुए थे, जिसमे धार जिला भी शामिल था।
हितग्राही गुलाबसिंह ने प्रधानमंत्री श्री मोदी से चर्चा करते हुए आवास पूर्ण होने पर धन्यवाद दिया। इसके पश्चात प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पूछा कि कस काई है ? मजा में छः? गुलाबसिंह ने जवाब दिया कि बढ़िया है। पीएम ने पूछा कि बताइए कैसे बनाया आपने इतना अच्छा घर? गुलाबसिंह ने बताया कि मकान बनाने में 'हलमा' परम्परा से सहयोग मिला। जिसमे समाज के लोग घर बनाने में सहयोग करते है। जिसमे मजदूरी की राशि, मिस्त्री की राशि बच जाती है। पीएम ने पूछा कि 'हलमा' परम्परा आसपास के गांवों में भी होती है क्या? गुलाबसिंह ने पीएम को 'हलमा' परम्परा के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
पीएम ने कहा कि बहुत बढ़िया रीति-रिवाज है। गांव के लोगो के सहयोग से अच्छे से अच्छा मकान बन जाता है। उन्होंने हितग्राही गुलाबसिंह को नई घर की बधाई देते हुए कहा कि आपकी पीढ़ियों के लिए पक्का घर बना है बहुत बढ़िया है। समाज की सम्रद्ध परम्पराओ के लिए मेरी तरफ से साधुवाद। सरकार ने इसी तरह की रीति-रिवाज का समावेश किया है। बहुत सी योजनाओं को जोड़ दिया है। जिससे गरीबों का सपना पूरा हो सके। अंतिम में पीएम ने समस्त ग्रामवासियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
हितग्राही गुलाब सिंह भीलाला समाज (अ.ज.जा) से है, इस समाज मे जब भी किसी परिवार मे कोई कार्य आता है, तो पूरा समाज उस कार्य को पूर्ण करने हेतु अपने सामर्थ्य अनुसार सहयोग करता है, इस रीति को ‘‘हलमा‘‘ कहा जाता है। गुलाब सिंह का आवास पूर्ण होने मे ‘‘हलमा‘‘ रीति का विशेष योगदान रहा है।
समाज के लगभग 20 लोगों ने गुलाब सिंह के आवास पर कार्य (मजदूरी) किया। इस अवधि में गुलाब सिंह द्वारा केवल समाज के लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई। आवास निर्माण हेतु राजमिस्त्री भी सामाज का होने से कार्य गुणवत्ता पूर्ण, कम खर्च में तथा समय सीमा से पूर्ण हो सका। इस प्रकार समाज का सहयोग भी आवास पूर्ण करने में रहा है।
आवास निर्माण हेतु रेती, गुलाब सिंह के आवास से कुछ ही दूरी पर स्थित नाले से उपलब्ध हो गई, ईट भी उसी फलिये में ईट निर्मित करने वालो से उपलब्ध हो गई। इस प्रकार उक्त सामग्री हेतु गुलाब सिंह को अतिरिक्त परिवहन व्यय नहीं करना पड़ा तथा सीमेन्ट एवं गिट्टी भी लाॅकडाउन अवधि में स्थानीय व्यापारियों से समन्वय एवं ग्राम पंचायत के सहयोग से उपलब्ध हो जाने के फलस्वरूप आवास निर्माण कार्य निर्बाध गति से न्यूनतम समय मे संभव हो सका।
आवास योजना के अतिरिक्त गुलाब सिंह को उज्जवला योजना अन्तर्गत रसोई गैस कनेक्शन का लाभ दिया है। साथ ही मनरेगा अन्तर्गत पशु शेड निर्माण के लिए 60 हजार रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। उद्यानिकी विभाग द्वारा खेत की मेढ़ पर लगाने हेतु दिये गये 50 फलदार वृक्ष वर्तमान में उनके खेत पर पपीता, अमरूद, कटहल, आम, सीताफल के पौधे वृक्ष का रूप ले चुके है, कटहल का वृक्ष भीलाला समाज मे संपति के रूप मे पहचाना जाता है। गुलाब सिंह के परिवारों को खाद्यान सुरक्षा योजना अन्तर्गत एक रूपये प्रति किलोग्राम में गेहू एवं चावल प्राप्त करने हेतु खाद्यान पर्ची भी उपलब्ध कराई गई है।
शासन से प्राप्त आवास निर्माण की राशि, मनरेगा अन्तर्गत प्राप्त मजदूरी की राशि, शौचालय निर्माण हेतु प्राप्त सहायता के अतिरिक्त गुलाब सिंह के पुत्र नहारू जो कि कृषि मजदूरी के साथ-साथ वाहन चालक के रूप मे भी कार्य करते है, अपनी बचत राशि भी इन्होंने अपने आवास निर्माण पर उपयोग की है। इस प्रकार उपरोक्त योजनाओं का लाभ लेकर एवं अपना स्वयं का पक्का आवास बनाकर गुलाब सिंह व उसका परिवार खुशहाल जीवन व्यतित कर रहा है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मालती मोहन पटेल, कलेक्टर आलोक कुमार सिंह, सीईओ जिला पंचायत सन्तोष वर्मा, सहित पुर्व विधायक जनप्रतिनिधि, आमजन मौजूद थे।
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