शिवराज सिंह चौहान ने रिकॉर्ड चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली कहा- वक्त उत्सव का नहीं हमें कोरोना से लड़ना है
शिवराज सिंह चौहान 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज को बधाई दी
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
भोपाल - शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार रात 9 बजे मध्यप्रदेश के 32वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह सिर्फ 3 मिनट तक चला। वे मध्यप्रदेश के इतिहास में ऐसे पहले नेता हैं, जो चौथी बार सीएम बन गए हैं। शपथ के बाद उन्होंने कहा कि यह मौका उत्सव का नहीं है। हमें कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतनी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नियमों का पालन करें और जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं। शिवराज इससे पहले 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल सीएम रह चुके हैं। 20 मार्च को कमलनाथ के इस्तीफे के बाद सीएम पद की दौड़ में शिवराज ही सबसे मजबूत दावेदार थे। शिवराज के अलावा अब तक अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन-तीन बार सीएम रहे हैं।
आज हाथ मिलाना उचित नहीं होगा- शिवराज
शिवराज ने कहा- हम सबकी यह स्वाभाविक इच्छा होती है कि शपथ के बाद मैं विनय और आभार प्रकट करूं। आज परिस्थिति अलग है। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए हाथ मिलाना और पुष्पगुच्छ स्वीकार करना ठीक नहीं होगा। हमारे प्रदेश में भी कोरोनावायरस ने दस्तक दी है। मोदीजी के आह्वान पर आपने जनता कर्फ्यू को सफल बनाया है। हमारा दायित्व है कि हम बुजुर्गों का ध्यान रखें। निर्देशों का पालन कर जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय दें।
हमें अब तत्काल काम पर जुटना है: इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने विधायक दल की बैठक में कहा- मेरे लिए आज बहुत भावुक पल है। भाजपा मेरी मां है और मैं मां के दूध की लाज रखने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। जाने वाली सरकार सब तबाह करके गई है। शासन करने की शैली में भी अब परिवर्तन किया जाएगा। काम बोलेगा, हम मिलकर काम करेंगे। जनकल्याण का नया इतिहास रचेंगे। यह उत्सव का समय नहीं है। परिस्थितियां हमें इजाजत नहीं देती। कोरोना के संकट को समाप्त करना है। तत्काल हमें काम पर जुटना है। जो भावनाएं मोेदीजी ने प्रकट की है, उन भावनाओं से हमें जुड़ना है। संक्रमण की चेन को हमें तोड़ना है। कोई उत्साह, उत्सव और समारोह नहीं होगा।
भार्गव ने विधायक दल की बैठक में शिवराज के नाम का प्रस्ताव रखा
भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले गोपाल भार्गव ने नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। विधायक दल की बैठक में गोपाल भार्गव ने शिवराज के नाम का प्रस्ताव रखा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उसका समर्थन किया। कुछ ही विधायक बैठक में मौजूद थे। कोरोना का संक्रमण न फैले, इसलिए एहतियात बरतते हुए बाकी विधायकों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में हिस्सा लिया। सभी विधायकों ने शिवराज के नाम पर मुहर लगाई और उन्हें अपना नया नेता चुन लिया।
मोदी ने 4 बार शिवराज से बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चार बार शिवराज सिंह चौहान से मध्य प्रदेश के हालात पर बात की। इसके बाद शिवराज को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया। मोदी ने शिवराज को कल ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि उन्हें मुख्यमंत्री पद संभालना है। सोमवार सुबह गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ पार्टी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने बैठक की और इस फैसले को अंतिम रूप दिया। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बताया कि विधायक दल की बैठक के बाद हम राज्यपाल से मिलने जाएंगे।
No comments:
Post a Comment