मुंबई से इंदौर तक ट्रैफिक संभालने वाली सबसे बुजुर्ग महिला ट्रैफिक वार्डन निर्मला पाठक का निधन
दो साल पहले बाथरूम में गिरने से कमर में आई थी गंभीर चोट, इलाज के बाद भी बस्तर से उठ नहीं पाईअभिनेता शाहरुख खान ने उन्हें एक कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित कर इंदौर की दादी का खिताब दिया था
पाठक ने 30 साल से ज्यादा समय तक इंदौर का ट्रैफिक संभाला, इस दौरान उन्हें 200 से ज्यादा बार सम्मानित किया गया
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार समाचार पत्र
इंदौर - इंदौर से मुंबई तक ट्रैफिक संभालने वाली वयोवृद्ध ट्रैफिक वार्डन निर्मला पाठक (94) का शनिवार काे निधन हाे गया। शहर के चौराहाें पर खाकी वर्दी पहनकर अपनी सीटी से लंबे समय तक ट्रैफिक कंट्राेल करने वालीं पाठक कुछ साल पहले बाथरूम में फिसलकर ऐसे गिरीं की फिर खड़ी नहीं हो पाईं। साइकिल पर सवार होकर ट्रैफिक संभालते देख पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने साइकिलवाली बाई नाम दिया था। वहीं, अभिनेता शाहरुख खान ने उन्हें अपने एक शो में बुलाकर इंदौर की दादी के खिताब से नवाजा था।
बाथरूम में फिसलने से कमर में आई थी गंभीर चोट
मिली जानकारी अनुसार पाठक ने शनिवार सुबह अपने लवकुश आवास विहार स्थित निवास पर अंतिम सांस ली। बिस्तर पर पड़ने के बाद पाठक की सबसे छोेटी बहन ने उनकी काफी देखभाल की। बहन उषा ने बताया था कि यातायात को लेकर उन्हें कई बार पुरस्कृत किया गया। एक दिन ट्रैफिक संभालते हुए वे बेहोश होकर बाजार में गिर पड़ीं। लोगों ने उन्हें घर छोड़ा। नवंबर 2018 में बाथरूम में फिसलकर गिर गईं। बेटे ने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, जब नहीं खोला तो गेट तोड़ना पड़ा। वे भीतर ही बेहोश पड़ी थीं। इसके बाद उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया। लेकिन वे फिर बिस्तर से उठ नहीं पाईं। उन्हें एक हाथ और पैर में पैरालाइज्ड हो गया।
मुख्यमंत्री ने दी थी एक लाख की सहायता
पाठक के बिस्तर पर होने की खबर के बाद मुख्यमंत्री ने स्वेच्छानुदान से एक लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश कलेक्टर को दिए थे। इसके अलावा तहसीलदार ने रेडक्रॉस से 25 हजार रुपए की सहायता दी थी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी उन्हें इलाज करवाने का आश्वासन दिया था।
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