दिस इज लास्ट वार्निंग, टेक इट सीरियसली - कुपोषण के मामले में बरती जा रही लापरवाही पर कलेक्टर बनोठ हुए नाराज
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार समाचार पत्र
धार - पिछले सर्वे के दौरान धार जिले में लगभग छः हजार बच्चे कुपोषित पाए गए थे। हांलाकि लगभग दो हजार बच्चों का वजन बढा है। अभी के आंकडे देखे तो कुपोषित बच्चो की संख्या में 975 बच्चे और जुड गए हैं। यह बहुत गंभीर मामला है। टेक इट सीरियसली दिस इज लास्ट वार्निंग टू ऑल ऑफ यू।
कलेक्टर श्रीकांत बनोठ के नाराजगी भरे अलफाज महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों और मैदानी अमले के प्रति थे। कलेक्टर का कहना था कि ना तो पोषण पुनर्वास केंद्र अपनी फुल केपेसिटी में चल रहे है और न ही मायग्रेशन से लौटे मजदूरो के बच्चो की समुचित मॉनीटरिंग की जा रही है। अगले महिने तक इस मामले में प्रोग्रेस नही दिखाई दी तो कार्यवाही के लिए तैयार रहें। उन्होने महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी डीएस मीणा को फटकार लगाई और कहा कि मैं पिछले तीन माह से आपकी कार्यप्रणाली देख रहा हूं। सुधार कर लें अथवा पनिशमेंट के लिए तैयार रहे। दोनो विभाग देखे की पोषण पुनर्वास केंद्र में बेड की फुल आक्यूपेंसी हो। कलेक्टर श्री बनोठ बुधवार को महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
बैठक में उन्होने धरमपुरी में एनआरसी में बिस्तरो की संख्या के विरूद्ध 35 प्रतिशित की प्रगति लाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि धरमपुरी में बहुत ही शर्मनाक काम हो रहा है। उन्होने जिला कार्यकम अधिकारी को निर्देश की वह जिले में एनआरसी सेंटर की मानीटरिंग करे। अपने अमले के माध्यम से बच्चो को एनआरसी में भर्ती करने के लिए पालको को मोटीवेट करे और अधिक मेहनत करे। मार्च माह तक लक्ष्य को बेहतर स्थिति में लाया जाए। हर एनआरसी में बच्चो की भर्ती 100 प्रतिशत रहे। सीडीपीओ को कम वचन वाले बच्चे तथा यथावत वचन वाले बच्चो को स्वयं विशेष रूचि लेकर देखे।
कुपोषण के क्षेत्र में पलायन करने वाले बच्चो सिजनल मायग्रेशन को भी विशेष रूप से घ्यान दिया जाए। मायग्रेशन वाले बच्चो के लिए एक स्पेशन कैम्प का आयोजन किया जाए। एनआरसी में जिन सीडीपीओ का 90 प्रतिशत से कम प्रगति है उन्हे नोटिस दिया जाने के निर्देश जिला कार्यक्रम को दिये। अब से एनआरसी 100 प्रतिशत भरी रहे। इस वर्ष जिले में बालिकाओ का जन्म अधिक हुआ है किन्तु लाड़ली में लक्ष्य के विरूद्ध प्रगति बहुत कम आ रही है इस विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को आपनी टीम को एक्टीव रखने और अपने कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर बनोठ ने बैठक में कोरोना वायरस के बारे में बताया और कहा कि हमें अवेरनेस रखने की जरूरत है। जिन बीएमओ ने लाग बुक की जानकारी नहीं दी है उनकी वेतन रोकने के निर्देश दिए। विभागीय योजनाओं में सौपे गये लक्ष्य किसी भी सूरत में समय सीमा में पूरे कर लिए जाएं।
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