नकली पुलिस-पत्रकार गैंग ने बारह वारदातें कबूली, सरगना रेखा का बेटा भी गिरोह में शामिल
गैंग की महिला सरगना क्राइम ब्रांच अफसर बन होटलों में जाती, धौंस देती, केस में फंसाने का बोलकर रुपए छीन लेती थी
स्पा सेंटर और ब्यूटी पार्लर को बनाते थे निशाना, न्यूज चैनल के आईडी कार्ड और विजिटिंग कार्ड मिले
संजय शर्मा संपादक
हैलो - धार पत्रिका
इंदौर - नकली पुलिस के साथ ही नकली पत्रकार बनकर स्पा सेंटर, ब्यूटी पार्लर और होटलों में छापा मारने वाली रेखा सोलंकी की गैंग ने 12 वारदातें करना कबूला है। गुरुवार को पुलिस ने रेखा और उसके गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस के अनुसार कनाड़िया, हीरानगर, विजयनगर और एमआईजी थाना क्षेत्र में यह गैंग वारदात को अंजाम देती थी। गैंग में देवेन्द्र, कमलेश, निर्मल, सागर, अभय और अमन शामिल है। पूछताछ में पता चला है कि गैंग में शामिल सागर मुख्य आरोपी रेखा का बेटा है जो 11वीं कक्षा की पढ़ाई भी कर रहा है। पुलिस ने जब आरोपियों को पकड़ा तब रेखा ने पुलिस को भी धमकाया था। उसने पुलिस को कहा था कि यदि उसके बेटे को हथकड़ी लगाई तो अच्छा नहीं होगा। रेखा के पास से न्यूज चैनल के आईडी कार्ड और विजिटिंग कार्ड मिले है।
एएसपी क्राइम ब्रांच अमरेंद्र सिंह के अनुसार लेडी सरगना रेखा सोलंकी निवासी विजय नगर और उसकी गैंग के देवेंद्र, कमलेश, निर्मल, सागर, अभय और अमन हैं। इनके खिलाफ स्कीम 54 में पार्लर चलाने वाली लक्ष्मी गौड़ ने शिकायत की है। लक्ष्मी ने बताया उसके ब्यूटी पार्लर पर रेखा और गैंग ने कुछ दिन पहले दबिश दी। आरोप लगाया कि यहां वेश्यावृत्ति चलती है। फिर दो महिलाकर्मियों को थप्पड़ मारे। कहा अब सारे मोबाइल जब्त करवा दो। रेखा के हाथ में एक न्यूज चैनल का माइक भी था। बोली अब 50 हजार रुपए चाहिए, वरना छपवा दूंगी। वह धमकाकर 25 हजार रुपए ले गई। लक्ष्मी को शंका हुई तो उसने एएसपी प्रशांत चौबे को शिकायत की। पुलिस ने जाल बिछाया और जैसे ही गैंग रुपए लेने आई उन्हें असली क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया।
आरोपियों ने कबूला कि वे अब तक एक दर्जन से ज्यादा संस्थानों में छापे मार चुके हैं। महिला ने तीन महीने पहले बॉम्बे हॉस्पिटल के पास एक होटल पर छापा मारने के पहले अपनी गैंग के एक लड़के और लड़की को अनैतिक गतिविधि के लिए भेज दिया। बाद में खुद पुलिस बनकर पहुंची और 35 हजार रुपए वसूल लाई।
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