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Saturday, 23 March 2019

सड़क नियम जानते सब है पालन का स्वभाव नहीं है - न्यायाधीश श्रीमती सिंह

सड़क नियम जानते सब है पालन का स्वभाव नहीं है - न्यायाधीश  श्रीमती सिंह

सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा विषयक भोज शोध संस्थान की कार्यशाला सम्पन्न

संजय शर्मा 
हैलो - धार  पत्रिका 
              धार - सड़क सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी है। सड़क सुरक्षा के नियम हमारे हित में है। अनपढ़ ही नहीं शिक्षित लोग भी नियमों का पालन नहीं करते है। जिले में मोटर व्हीकल दुर्घटना संबधी अधिकांष केस दो पहिया वाहनों से संबंधित होते है जो चिंताजनक है। सड़क नियम जानते सब है पालन का स्वभाव नहीं है यह दुखद है। पुलिस और आरटीओ विभाग को चाहिये कि सड़क नियमों का पालन सुनिष्चित हो। भोज षोध संस्थान की आज की यह कार्यशाला धार जिले के लिए महत्वपूर्ण है। उक्त विचार जिला एवं सत्र न्यायाधीश  श्रीमती सरिता सिंह ने व्यक्त किये। विशेष अतिथि के रुप में विचार साझा करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक  बीरेन्द्र सिंह  ने कहा कि सड़क सुरक्षा वर्तमान समय की सबसे महत्वपूर्ण आवष्यकता है। लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं आज की ज्वलंत समस्या है। अपराध से ज्यादा मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो रही है। धार जिला प्रदेष का सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना वाला जिला है। सड़क सुरक्षा में सभी विभागों का समन्वय आवष्यक है। कार्यशाला में  दिखायी फिल्में उपयोगी है। जिले में सर्वाधिक दुर्घटना क्षेत्र पहले 11 चिन्हित थें वर्तमान में उनकी संख्या 18 है। सड़क संरचना में तकनीकि खामियाॅ, यातायात शिक्षा, पुलिस व्यवस्था में कमी सड़क दुघटनाओं के मुल कारकों में प्रमुख है। इस वर्ष पुलिस ने यातायात नियमों के उल्लंघन पर 35 लाख रुपयें की चालानी कार्यवाही की है। हम जीवन सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रेडक्रास के जिला उपाध्यक्ष व बार एसोसिएषन धार के अध्यक्ष श्री हितेष ठाकुर ने कहा कि मनुष्य का स्वभाव नहीं बदलता है पर आदते बदली जा सकती हैै। बच्चों में यातायात शिक्षा आवष्यक हैै। हम अपनी ओर से कानुनी सहयोग को तत्पर है। सर्वाधिक दुर्घटनाओं वाली जिले की पहचान बदलना जरुरी है। शेरो शायरी के माध्यम से उन्होंने जीवन महत्व को प्रतिपादित किया व संवाद को नवीन उर्जा प्रदान की। स्वागत भाषण, कार्यशाला की प्रस्तावना संस्थान के निदेशक डाॅ दीपेन्द्र शर्मा ने प्रस्तुत की। डाॅ शर्मा ने बताया कि संस्थान राजमार्ग एवं परिवहन मंत्रालय नई दिल्ली के मार्गदर्षन व सहयोग से ट्रेफिक के परम्परागत नियम उनके लाभ हानि को दर्षाती एक फिल्म का निर्माण करके उसे प्रमुख विद्यालयों व ग्रामीणों को दिखायेगा। सड़क पर जीवन रक्षा को प्राथमिकता दी जायेगी। 
                   उद्घाटन सत्र आरंभ में अतिथियों ने दीपप्रज्वलन व माल्र्यापण से उद्घाटन सत्र की षुरुआत की। अतिथियों का स्वागत श्रीमती अनिता शर्मा, प्रभाकर खामकर व संस्थान के निदेशक ने किया। यातायात नियमों का उल्लेख कर प्रभावी संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती रेखा द्विवेदी वर्मा ने किया।
शपथ कार्यशाला में संवाद के बाद उपस्थित सहभागियों ने यातायात नियमों के पालन की षपथ ली व अपने कार्यक्षेत्र में सड़क सुरक्षा नियमों के प्रसार का निर्णय लिया। वक्ताओं ने धार में टेªफिक पार्क की आवष्यकता जतायी व टेªफिक नियमों को स्कूली पाठ्यक्रम शामिल करने का प्रस्ताव रखा। 
      कार्यशाला संवाद में जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुश्री विद्या सोनाने, किशोर न्यायालय सदस्य  नवीन भंवर, सामाजिक क्षेत्र से ष्वेता मोहिते, शबाना पटेल, अजंली यादव, कविता वैष्णव, माधव सोलंकी, चाइल्ड लाउन से राजीव कुषवाह, सुपर 60 प्लस से दुर्गेश  नागर, शिक्षा क्षेत्र से धैर्य कुमार, हरिहरदत्त शुक्ला, भावेश  खामकर, हितेन्द शर्मा, प्रभाकर खामकर, सुरेश  मुवेल, जगदीश  बोरियाला, पेरालीगल वालिंटियर संजय शर्मा ,श्रीमती लेखा शर्मा ,श्रीमती अर्चना मुकाती, योगेष मालवीय, शकील मोहम्मद, ने अपने विचार अभिव्यक्त किये। यातायात की समस्या व समाधानों का उल्लेख किया। मीडिया से सुनिल सचान, कमल सोलंकी व प्रमुख समाचार पत्रों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। आभार ष्याम षर्मा सर ने व्यक्त किया। यह जानकारी सलोनी राठौर दी है। 

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