गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन
संजय शर्मा
हैलो -धार पत्रिका
गोवा- गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया है. वे लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे. पिछले कुछ दिनों से उनकी परेशानी बढ़ गई थी. इसके बाद उन्हें गोवा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने उनकी हालत सुधारने की कोशिश की, लेकिन उनकी स्थिति लगातार गिरती गई. उनके निधन पर देश गम में डूब गया है. राजनीति, सिनेमा, खेल और कला जगत से जुड़ी हस्तियों ने गहरा दुख जताया है. गोवा के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर सियासत में सादगी की जीती-जागती मिसाल थे.
तीन बार के मुख्यमंत्री रहे पर्रिकर के निधन पर अमित शाह ने जताया शोक63 वर्षीय पर्रिकर पैनक्रियाटिक बीमारी से जूझ रहे थे. उन्होंने पणजी के समीप स्थित अपने निजी आवास पर अंतिम सांस ली. गोवा के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन मनोहर पर्रिकर 14 मार्च 2017 से इस पद पर थे. इससे पहले भी वह 2000 से 2005 तक और फिर 2012 से 2014 तक गोवा के मुख्यमंत्री रहे. वह बिजनेस सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे. 2014 के लोकसभा बीजेपी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें केंद्र में बुलाया गया तो उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर रक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण किया था. रक्षा मंत्री बनने के बाद उन्हें संसद सदस्य बनना जरुरी था और इसके लिए वह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद बने थे.भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पर्रिकर के निधन पर शोक जताया है
पर्रिकर थे सादगी की मिसालआज की आक्रामक राजनीति में जहां ज्यादातर नेता अपने तीखे तेवर के साथ पेश आते हैं, तो वहीं मनोहर पर्रिकर एक ऐसा नेता थे जो बेहद सौम्य और शालीन तरीके से व्यवहार करने के लिए जाने जाते थे और उनकी छवि शांत चित्त वाले एक नेता की तरह थी. उनकी सादगी का आलम यह था कि वह मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान अपने ऑफिस स्कूटी से जाते थे और उन्हें स्कूटी वाला मुख्यमंत्री कहा जाता था. हालांकि इस समय वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे, लेकिन उनके काम की जीविटता इस कदर थी कि वह नाक में नली लगाकर दफ्तर जाते थे और लोगों से मिलते भी थे.
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