मुख्यमंत्री ने ऋण माफी योजना का शुभारंभ किया, बोले- 57 दिन का हिसाब दे रहा हूं
कमलनाथ ने रतलाम से किया जय किसान फसल ऋण माफी योजना का शुभारंभ
रतलाम जिले के 43,404 किसानों के खातों में 102 करोड़ 56 लाख रुपए डाले जाएंगे
संजय शर्मा
हैलो -धार पत्रिका
रतलाम - मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार दोपहर रतलाम जिले के नामली से जय किसान फसल ऋण माफी योजना का शुभारंभ किया। सीएम ने कहा - चुनाव के पहले हमने किसानों से कर्जमाफी का वादा किया था, जिसे हमने निभाया है। सीएम ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा- पिछली सरकार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। इनके राज में प्रदेश बलात्कार और बेरोजगारी में नंबर वन बन गया था।
कमलनाथ ने कहा- प्रदेश की जनता से किए वादे की आज शुरुआत हो रही है। आज जय किसान ऋण माफी योजना के तहत किसानों के खातों में राशि पहुंच रही है। मैं और मेरी सरकार आपको निराश नहीं होने देगी। हम नया मध्यप्रदेश बनाएंगे, मप्र का नया नक्शा तैयार करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 15 सालों में युवाओं को भविष्य की चिंता सताने लगी थी। उन्हें लगने लगा था कि उनका क्या होगा, लेकिन हमने युवाओं की इस चिंता पर काम शुरू कर दिया। सांसद कांतीलाल भूरिया द्वारा रतलाम को संभाग बनाने और नामली को तहसील का दर्जा देने की मांग पर सीएम ने कहा कि मैं घोषणा नहीं करता काम करके दिखाता हूं।
भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि हम विकास का मापदंड दिन और हफ्ते में करते हैं। साल या पांच साल में हिसाब नहीं देते। हमने आपसे वादा किया था कि सरकार आपको हर काम का हिसाब देगी, मैं 57 दिन का आज हिसाब दे रहा हूं।
सीएम ने मंदसौर गोलीकांड पर कहा कि 25 दिसंबर प्रदेश के लिए काला दिवस था, जो भाजपा सरकार की देन है। इनके राज में अन्नदाता पर गोलियां चलीं। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा - हमने किसानों का करोड़ों का कर्जा माफ किया, लेकिन केंद्र सरकार किसानों के लिए 6 हजार रुपए की योजना लेकर आई है।
25 लाख से ज्यादा किसान लाभान्वित होंगे
इस योजना के तहत प्रदेश के 25 लाख से ज्यादा किसान लाभान्वित होंगे। 1 मार्च 2019 तक योजना के तहत राशि प्राप्त होगी। पात्र किसानों के बैंक खाते में भुगतान के साथ ही किसानों को सम्मान-पत्र देने का निर्णय भी लिया गया है। इसके लिए 25 फरवरी से एक मार्च तक 383 तहसीलों में सम्मेलन किए जाएंगे।
जिला कोषालय अधिकारी जीएल गुवाटिया ने बताया कि योजना के शुभारंभ के साथ ही जिले के 43,404 किसानों के खाते में राशि पहुंचना शुरू हो गई। पहले चरण में 15 बैंकों के किसानों के खाते में रुपए डाले गए हैं। प्रदेश सरकार की इस योजना में नौ राष्ट्रीयकृत बैंकों के माध्यम से किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है।
इन बैंकों के खातों में डल रहे रुपए: जिला सहकारी बैंक, मप्र ग्रामीण बैंक, सेंट्रल बैंक, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, कार्पोरेशन बैंक, देना बैंक, आईडीबीआई, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, विजया बैंक ।
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