नेता प्रतिपक्ष बने गोपाल भार्गव, भाजपा में चुनकर आए सभी विधायकों में सबसे सीनियर
ब्राह्मणों की नाराजगी दूर करने के लिए गोपाल भार्गव का नाम सबसे आगे रहा
विधायक दल की बैठक में लिया गया फैसला, राजनाथ सिंह मौजूद रहे
संजय शर्मा
हैलो -धार पत्रिका
भोपाल.- भाजपा से आठ बार के विधायक गोपाल भार्गव को मध्य प्रदेश का नेता प्रतिपक्ष चुना गया है। सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक में लिया गया। केंद्र से आए पर्यवेक्षक और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गोपाल भार्गव के नाम का ऐलान किया। उसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और सभी विधायकों ने हाथ उठाकर प्रस्ताव पर सहमति जता दी।
सागर के रहली विधानसभा क्षेत्र से आठ बार से विधायक गोपाल भार्गव भाजपा में चुनकर आए सभी विधायकों में सबसे सीनियर हैं। नेता प्रतिपक्ष की रेस में गोपाल भार्गव के साथ ही नरोत्तम मिश्रा भी थे, लेकिन आखिरी मौके पर भार्गव को सर्व सहमति से विधायक दल का नेता चुना गया। नेता प्रतिपक्ष के चुनाव के साथ ही भाजपा ने ब्राह्मणों की नाराजगी दूर करने की कोशिश भी की है। माना जा रहा था कि भाजपा ब्राह्मण नेता को ही नेता प्रतिपक्ष बनाएगी।
राजनाथ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आठ बार से विधायक गोपाल भार्गव को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। अब वही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे। शिवराज सिंह जी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और सभी विधायकों ने इस पर हाथ उठाकर सहमति जताई। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह विधानसभा में पूरी क्षमता से अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह भाजपा विधायक दल की बैठक में भाग दिल्ली से आए हैं। उनके साथ विनय सहस्त्रबुद्धे भी हैं। इन दोनों को नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नेता प्रतिपक्ष की रेस से खुद को पहले ही हटने की घोषणा कर दी थी
गोपाल भार्गव का परिचय
गोपाल भार्गव रहली से विधायक हैं। वह इस सीट से 1985 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं और 8वीं बार विधायक चुने गए हैं।
उनका जन्म 01 जुलाई 1952 में हुआ था। सागर विश्वविद्यालय से छात्र राजनीति से उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था।
उसके बाद सागर की रहली विधानसभा सीट से वो विधायक बने और तब से इस सीट का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं।
प्रदेश में सबसे ज्यादा विधानसभा चुनाव जीतने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के बाद दूसरा नंबर गोपाल भार्गव का है।
वो ही ऐसे नेता हैं जो लगातार एक सीट से इतने चुनाव जीत चुके हैं। रहली सीट भाजपा की गढ़ मानी जाती है।
इस सीट पर भाजपा की पकड़ इतनी मजबूत है कि कांग्रेस यहां प्रतीकात्मक रूप से ही अपना उम्मीदवार खड़ा करती है।
इस बार उन्होंने कांग्रेस के कमलेश्वर साहू को 26 हज़ार से ज़्यादा वोटों से हराया। गोपाल भार्गव अलग-अलग विभागों में भाजपा सरकार में 15 साल तक मंत्री रहे।
यशोधरा राजे के छुट्टी पर जाने की अटकलें
बताया जा रहा है कि यशोधरा राजे कल भी शपथ नहीं लेंगी वह छह दिन की छुट्टी पर है। ऐसे में सदन में विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान का गड़बड़ा सकता है। भाजपा के सदन में 109 सदस्य हैं। यशोधरा के शपथ के लिए सोमवार को नहीं पहुंचने और छुट्टी पर जाने की खबर के बाद भाजपा के सदस्यों की संख्या 108 ही रह जाती है।
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