आध्यात्मिक संत डाॅ.भय्यूजी महाराज को श्रृद्धांजलि दी
कालचक्र जब आज्ञाचक्र पर बैठ जाता है तो अनहोनी होती है- संत श्यामदास महाराज
धार- आध्यात्मिक संत डाॅ. भय्यूजी महाराज का 12 जुन को आकस्मिक निधन हो गया था। संत श्री को श्रृद्धांजलि देने हेतु ट्रस्ट द्वारा संचालित निःशुल्क सूर्योदय धरती पुत्र ज्ञान प्रबोधिनि स्कूल तोरनोद में शोकसभा आयोजित की गई। जिसमें धामनोद से पधारे संतश्री श्यामदासजी महाराज ने कहा की कालचक्र जब आज्ञाचक्र पर बैठ जाता है तो बड़ी अनहोनी होती है उस समय चाहे कोई ज्ञानी संत हो या बड़ा राजनेता सभी की बुद्धी शून्य हो जाती है। पूज्य श्री भय्यूजी महाराज ट्रस्ट द्वारा जो पूरे राष्ट्र में सेवा कार्य किए जा रहे है वह सराहनीय है। संत का जीवन अपना जीवन नही होता है उनका जीवन राष्ट्र का जीवन होता है जो सभी को प्रेरणा देता है। संत श्री ने जितना जीवन जिया वह राष्ट्र व समाज के लिए जिया। शरीर कभी साष्वत नही होता है। कोई न कोई घटना मृत्यु का निमित बनती है। भय्यूजी महाराज ने सेवा कार्य को अपना जीवन बना रखा था और यह सेवा कार्य व प्रकल्प हमेषा सुचारू से संचालित होते रहेगें। मुझे विष्वास है।
श्रृद्धांजति सभा में पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष श्री अनिल तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रेम विजय पाटील,वरिष्ठ पत्रकार राजेश शर्मा, पर्यावरण विद् डाॅं. अमृत पाटीदार ने अपने विचारों को व्यक्त कर भय्युजी महाराज को आत्मीय श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर भय्युजी महाराज ट्रस्ट सेवा प्रकल्पों के धार जिला समन्वयक संजय शर्मा, स्कूल प्राचार्य श्रीमती रविता तिवारी, घनष्याम पटेल, युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष लाखनसिंह नवासा, सामाजिक कार्यकर्ता विकास शर्मा, हरिष रघुवंशी , अमरसिंह पारा, बलराम राठौर , कांग्रेस नेता लियाकत पटेल सहित भय्युजी महाराज भक्त युवा इकाई तोरनोद के नागरिकगण उपस्थित थे। उक्त सभी सम्मानीय नागरिकों ने भय्यूजी महाराज के चित्र पर पूष्पांजलि देकर 2 मिनट का मौन रखा।
इस अवसर पर भय्युजी महाराज ट्रस्ट सेवा प्रकल्पों के धार जिला समन्वयक संजय शर्मा, स्कूल प्राचार्य श्रीमती रविता तिवारी, घनष्याम पटेल, युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष लाखनसिंह नवासा, सामाजिक कार्यकर्ता विकास शर्मा, हरिष रघुवंशी , अमरसिंह पारा, बलराम राठौर , कांग्रेस नेता लियाकत पटेल सहित भय्युजी महाराज भक्त युवा इकाई तोरनोद के नागरिकगण उपस्थित थे। उक्त सभी सम्मानीय नागरिकों ने भय्यूजी महाराज के चित्र पर पूष्पांजलि देकर 2 मिनट का मौन रखा।
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