पंचायत प्रतिनिधि ऐतिहासिक काम में अपनी शक्ति और समय लगाये : प्रधानमंत्री श्री मोदी
जनजातीय शहीदों की स्मृति को संजोने के लिये बनेंगे म्यूजियमपंचायत राज दिवस पर मण्डला के रामनगर से प्रधानमंत्री श्री मोदी का ग्राम सभाओं को सम्बोधन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की मोती महल के संरक्षण और गोंड संस्कृति अध्ययन केन्द्र बनाने की घोषणा
संजय शर्मा
भोपाल : मंगलवार, अप्रैल 24, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंचायत राज दिवस पर पंचायत प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए आव्हान किया कि वे अपने गाँव के लिये ऐसा काम करें, जो ऐतिहासिक साबित हो। उन्होंने कहा कि हर जन-प्रतिनिधि के मन में ऐसा काम करने की इच्छा है, जो चिर-स्थाई बना रहे। यह अवसर इसी इच्छा को पूरी करने का संकल्प लेने का है। श्री मोदी आज पंचायत राज दिवस पर जनजातीय बहुल मंडला जिले के ऐतिहासिक रामनगर से ग्राम सभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जनजातीय संस्कृति की अभिव्यक्ति को समर्पित आदि उत्सव का शुभारम्भ किया।
मोदी ने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि वे देश की सवा सौ करोड़ लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। श्री मोदी ने कहा कि पंचायत राज प्रतिनिधियों को पाँच साल के लिये कार्यकाल मिलता है। उसमें वे अपनी क्षमतानुसार ऐतिहासिक काम करने में अपनी ऊर्जा और समय लगाये। बजट की चिंता नहीं है। चिंता है केवल प्राथमिकताएँ तय करने की है। चिंता केवल बजट के सही समय पर सही काम के लिये ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ उपयोग करने की है। उन्होंने कहा कि अब पहले की सरकारों की तरह बजट की कोई कमी नहीं है। कई काम ऐसे हैं, जो थोड़ी जिम्मेदारी, संवेदनशीलता और जूनून के साथ पूरे किये जा सकते हैं। उन्होंने बच्चों को स्कूल भेजने, पोलियो टीकाकरण करने, स्वच्छता रखने, जैविक खेती करने जैसे काम गिनाते हुए कहा कि ऐसे कामों के लिये सिर्फ संकल्प जरुरी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जन धन, वन धन और गोवर्धन के सही और वैज्ञानिक उपयोग से ग्रामीण भारत का कायाकल्प हो सकता है। उन्होंने कहा कि पंचायत जन-प्रतिनिधि लोगों के प्रति जवाबदेह होते हैं। उन्होंने कहा कि एक सरपंच अगर दृढ़ संकल्प ले तो अपने गांव में आधारभूत परिवर्तन कर सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत में बड़ा परिवर्तन लाने के लिये छोटे-छोटे कामों को जुनून के साथ करने की आवश्यकता है।
पंचायत राज दिवस भारत के कायाकल्प का संकल्प लेने का दिवस
प्रधानमंत्री ने कहा कि पंचायत राज दिवस भारत के कायाकल्प करने के संकल्प लेने का दिवस है। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि जनता के सेवक हैं और वे अपनी ऊर्जा, शक्ति और दूरदर्शिता से गाँव की जिन्दगी बदल सकते हैं। उन्होंने मण्डला जिले में बाँस की खेती को प्रोत्साहन देने का उदाहरण देते हुए कहा कि जनजातीय लोगों के हित में केन्द्र सरकार ने बाँस को पौधे की श्रेणी से हटाकर घास की श्रेणी में रखा है ताकि इसकी खेती आसान की जा सके और इसका अधिकाधिक उपयोग कर आदिवासी किसान अपनी आय में भी वृद्धि कर सके। उन्होंने मधुमक्खी पालन और मनरेगा के अंतर्गत अप्रैल, मई और जून में पानी बचाने के कामों को शुरू करने जैसे छोटे काम का उदाहरण देते हुए कहा कि बड़ा परिवर्तन लाने वाले कुछ छोटे काम बजट के बिना भी पूरे किये जा सकते हैं। इसके लिये पंचायत राज प्रतिनिधियों को संवेदनशील और दूरदर्शी होने की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2022 में भारत की आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं और 02 अक्टूबर को महात्मा गांधी जी की जयंती को 150 साल पूरे हो रहे हैं। उन्होंने पंचायत राज प्रतिनिधियों का आव्हान किया कि वे गाँधी जी के सपनों का भारत निर्माण करने का संकल्प लें और उन्हें मिले पाँच साल को स्वर्णिम काल बनाये।
जय जवान-जय किसान, जय विज्ञान पर ध्यान दे
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मनेरी में 120 करोड़ रूपये की लागत से लगने वाले एलपीजी गैस बॉटलिंग प्लांट की चर्चा करते हुए कहा कि इससे आस-पास के जिलों में आसानी से गैस प्रदाय होने लगेगा। इससे जुड़े रोजगार का निर्माण होगा। नये अवसर पैदा होंगे। लोगों को सरलता से गैस उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान पर ध्यान दें।
बेटियों को सम्मान देना सीखें और बेटों को जिम्मेदारी सिखायें
बेटियों के साथ दुराचार करने के मामले में फाँसी देने के लिये लाये गये अध्यादेश की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बेटियों को सम्मान देना सीखे और बेटों को जिम्मेदारी भी सिखायें। इससे बेटियों को सुरक्षा देने का काम आसान हो जायेगा। उन्होंने कहा कि जो राक्षसी कार्य करेगा वह फाँसी पर लटकेगा। इसके लिये सामाजिक आंदोलन भी चलाने और समाज के लोगों को आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार लोगों के दिल की आवाज सुनती है।
जनजातीय बहुल प्रदेश में शहीद स्मृति संग्रहालय बनेगा
श्री मोदी ने कहा कि देश के मान-सम्मान और आजादी के लिये शहीद हुए जनजातीय शहीदों के बलिदान को याद करने के लिये संबंधित जनजातीय बहुल प्रदेश में आधुनिक संग्रहालय बनेगा। इसमें जनजातीय शहीदों की स्मृति का गौरव गान होगा।
श्री मोदी ने कहा कि प्रजातंत्र को मजबूत बनाने के लिये पंचायतों को सक्षम और सशक्त बनाना होगा। इसके लिये ग्राम स्वराज अभियान की शुरूआत की गई है। इसके अंतर्गत आयुष्मान भारत और किसान सम्मेलन जैसे आयोजन होंगे। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की।
पंचायत राज मंत्री श्री तोमर
केन्दीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने पंचायत राज दिवस पर सभी पंचायत प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि आज भारत के इतिहास का महत्वपूर्ण दिन है। देश की ढाई लाख पंचायतों के 31 लाख से ज्यादा पंचायत प्रतिनिधियों को भारत के ग्रामीण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराने का दिन है। उन्होंने कहा कि पंचायतें अब प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में सशक्त हो रही हैं। उन्होंने बताया कि 13 वें वित्त आयोग तक पंचायतों को केवल 60 हजार करोड़ रूपये मिलते थे। अब 14वें वित्त आयोग में पंचायतों को 2 लाख 292 करोड़ रूपये मिल रहे हैं। यह धनराशि पंचायतों के सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास में खर्च हो रही है।
मध्यप्रदेश में सर्वाधिक मकान गरीबों को
श्री तोमर ने कहा कि जल्दी ही हर गरीब का अपना मकान होगा। इस वर्ष एक करोड़ आवास बनाये जायेंगे। उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान को बधाई देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश ने देश में सर्वाधिक मकान गरीबों को बना कर दिये हैं। उन्होंने 14 अप्रैल से 5 मई तक चलने वाले ग्राम स्वराज अभियान की जानकारी दी। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से वर्ष 2022 तक नये भारत के निर्माण में योगदान देने का आव्हान किया।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के रूप में देश को सक्षम नेतृत्व मिला है। उनका दिल हर पल भारत के लिये धड़कता है। उन्होंने भारत की शान गौरव और सम्मान बढ़ाया है। श्री चौहान ने कहा कि देश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई भी गरीब बिना मकान के नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2018 तक हर घर में बिजली होगी। गरीबों के लिये 13 लाख 50 हजार मकान बनाये जा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा गरीबों के हित में लागू किये गये निर्णयों और कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके नेतृत्व में बनाये गये कार्यक्रमों को मध्यप्रदेश में तत्काल रूप से लागू किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जनजातीय क्षेत्रों के बच्चे भी आईआईटी में पढ़ने जा रहे हैं। गरीब बच्चों के पहली से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई का खर्चा सरकार उठा रही है। अगले पाँच सालों में जनजातीय विकास पर दो लाख करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगे। उन्होंने रामनगर के ऐतिहासिक मोती महल के संरक्षण और जीर्णोद्धार करने की घोषणा करते हुए कहा कि प्राचीन विष्णु मंदिर के जीर्णोद्धार का काम भी शुरू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गोंड जनजातीय संस्कृति अध्ययन केन्द्र स्थापित किया जायेगा।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान का डिजिटल लोकार्पणकिया। उन्होंने लोकल गव्हर्नमेंट डायरेक्ट्री कोड का भी विमोचन किया। श्री मोदी ने नन्हीं बाई को जीवन ज्योति बीमा योजना की दो लाख की सहायता राशि का चेक भेंट किया। प्रधानमंत्री ने ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार प्रदान किया।
मनेरी एल.पी.जी. बॉटलिंग प्लांट का शिलान्यास
श्री मोदी ने मनेरी में इन्डियन आयल द्वारा स्थापित होने वाले एल पी जी बॉटलिंग प्लांट का शिलान्यास किया। उन्होंने राष्ट्रीय ई पंचायत पुरस्कार प्रदान किये और अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किया। प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के जनजातीय विकास की पंचवर्षीय विकास कार्ययोजना स्वीकृत की। प्रारम्भ में प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी और वीरांगना रानी दुर्गावती के चित्र पर माल्यार्पण कर उनका पुण्य-स्मरण किया।
इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल, केन्द्रीय पंचायत राज मंत्री श्री पुरूषोत्तम रूपाला, प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, खाद्य मंत्री श्री ओम प्रकाश धुर्वे, राज्य सभा सदस्य श्रीमती सम्पतिया उइके, सासंद श्री राकेश सिंह, सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मंडला जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सावित्री मरावी, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग राज्य मंत्री श्री संजय पाठक और मंत्रि-परिषद के अन्य सदस्य, पंचायतों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में पंच-सरपंच उपस्थित थे।
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