HelloDharNews

HelloDharNews Hindi news Website, Daily Public News, political, crime,filmy, Media News,Helth News

Breaking

Tuesday 20 March 2018

श्री बैजनाथ महादेव मेले में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया

श्री बैजनाथ महादेव मेले में  अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया
बैजनाथ मेले में अतिथि सम्मान समारोह भी हुआ
बैजनाथ मेले

       बदनावर - श्री बैजनाथ महादेव मेले के अवसर पर नगर परिषद बदनावर द्वारा बस स्टेंड प्रांगण मे अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवियों को सुनने के लिए देर रात तक श्रोता जमे रहे। 3 बजे समापन हुआ।
कवि सम्मेलन में 3 बजे तक डटे रहे श्रोता, कवियों को खूब मिली दाद
       हास्य व्यंग्य के धुरंधर कवि जयपुर के संपत सरल ने प्रधानमंत्री मोदी पर ज्वलंत मुद्दो पर कटाक्ष करते हुए खूब फूलझड़ियां छोड़ी। अपनी व्यंग्य रचनाओं से उन्होंने श्रोताओं को गुदगुदाया। मोदी को जब-जब भी निशाने पर लिया, तो दर्शकों की दाद मिली। उन्होंने छोटी-छोटी रचनाएं भी ऐसी सुनाई कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने कहा - पहले घड़ी किसी के पास नहीं होती थी, समय सबके पास होता था और हीरोइनें फिल्मों का पारिश्रमिक कम लेती थी पर कपड़े पूरे पहनती थी सुनकर दर्शक वाह वाह कर उठे। अपने गीत गजल के माध्यम से कवयित्री पुनम वर्मा ने भी श्रोताओं को गुनगुनाने के लिए मजबूर कर दिया। संचालक शशिकांत यादव के साथ उनकी नोकझोंक से भी दर्शक गदगद हो गए।
     राकेश शर्मा ने भी अपनी नई रचना सुनाकर श्रोताओं की दाद बटोरी। वीर रस के कवि अशोक चारण ने भी मोदीजी पर जमकर व्यंग्य बाण चलाए। उन्होंने नींद पूरी किए बिना, बच्चों संग जिए बिना, वो आराम किए बिना, पैदा करता धान को, बोओगे कैसा काटोगे कैसा, आदर्श देता जहां को, कभी अधिवृष्टि कभी अतिवृष्टि झेली, सहन किया आंधी और तूफान को, महंगाई के बोझ तले वैसे भी मरने लगा है, फिर क्यों गोलियों से मारा जा रहा किसान को। राजकुमार बादल ने राजस्थानी गीतों से समां बांध दिया। उन्होंने वीर रस की यह रचना सुनाई तो खूब तालियां बजी - जंग नहीं लग जाए वीरता की खंग पर, सीमाओं की जंग को नया जुनून दीजिए, सीमाओं की जवानी के गुड़ में, भवानी मात कालिका के खप्पर खोल दीजिए, तो कश्मीर भारत माता का है अंग, तो उसकी फिजाओं को नया कानून दीजिए, पत्थरों की बरसात जो भी वहां करे, इस बार उन्हें गोलियों से भून दीजिए। रासबिहारी गौड़ की व्यंग्य रचनाएं भी पसंद की गई। भोपाल के शायर जलाल मयकश की शेरो शायरी इतनी जानदार नहीं रही, फिर भी श्रोताओं ने उन्हें सुना। जब उन्होंने कहा कि नफरत की दीवार गिरा दे या मोला, दिल में खुशी के दीप जला दे या मोला, हिंदू मुस्लिम फिर एक थाली में खाएं, ऐसा हिंदुस्तान बना दे या मोला। उन्होंने यह भी सुनाया कि किसी को इस मुल्क की मिट्टी से प्यार नहीं, उसे इस मुल्क में रहने का अधिकार नहीं, ऐसे हित की बहुत बातें किया करते हैं, जान देने को कोई तैयार नहीं। बदनावर के अमितोष माथुर ने भी गीतों की प्रस्तुति दी। 
बैजनाथ मेले में अतिथि सम्मान समारोह भी हुआ

     इस मौके पर अतिथि सम्मान समारोह व सामाजिक सरोकारिता के क्षेत्र में काम करने वालो का सम्मान समारोह आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अतिथि पूर्व विधायक राजवर्धनसिंह दत्तीगांव व देपालपुर के पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल , नप अध्यक्ष अभिषेक मोदी, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष कमलसिंह पटेल, मोहनलाल माहेश्वरी, रमेशचंद्र देव, कोकसिंह पंवार, रियाज मोहम्मद कुरैशी, प्रकाश जादव, अमित जैन (विक्की), जितेंद्र जोशी, दिनेश गिरवाल, विजयसिंह पंवार, अजगर पटेल, निरंजनसिंह पंवार, विक्रम पटेल, सुरेश जाट, अनिल भाटी, कृष्ण पंवार, मनीष श्रीवास्तव आदि अतिथि रूप में मंचासीन थे। इस अवसर पर धरमपुरी नप अध्यक्ष शब्बीर पहलवान, देपालपुर नप अध्यक्ष पप्पू यादव, पूर्व नप अध्यक्ष प्रकाश सराफ, कुशल यादव, शंकरलाल राव, अनिल झंडेवाला, नरेंद्र द्विवेदी, सुरेश पटेल, मीडियाकर्मी पुरूषोत्तम शर्मा, रियाजउद्दीन शेख, खेल शिक्षक एपी भारद्वाज, प्रकाश चोधरी आदि का उल्लेखनीय सेवाओं के लिए सम्मान किया गया। उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए। शुरू में अतिथि स्वागत नप अध्यक्ष अभिषेक मोदी, राजेंद्रसिंह पंवार, डीके परमार, धर्मा कैलाश सिर्वी, धन्नालाल पाटीदार, मुकेश पाठक, दीपक जाधव, चंद्रभानुसिंह सोलंकी, प्रकाश मकवाना, प्रकाश निनामा, अब्दुलखालिद बादशाह समेत पार्षदों व कर्मचारियों ने किया। संचालन प्रदीप पांडेय ने किया। आभार पार्षद साजिद खान ने माना। 

No comments:

Post a Comment