सबका साथ-सबका विकास के लिये समाज को भी आगे आना होगा-राज्यपाल श्रीमती पटेल
राज्यपाल श्रीमती पटेल द्वारा बुरहानपुर में राष्ट्रीय पोषण मिशन का शुभारंभ
संजय शर्मा संपादक हैलो-धार
भोपाल : सोमवार, राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने बुरहानपुर में राष्ट्रीय पोषण मिशन का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महिलाओं और बच्चों के विकास के प्रति संवेदनशीलता उनके द्वारा आरंभ किये गये नवाचारों से अभिव्यक्त होती है। उन्होंने कहा कि देशभर में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला शिक्षा तथा स्वास्थ्य के लिये आरंभ किये गये कार्यक्रमों से उल्लेखनीय बदलाव आया है। श्रीमती पटेल ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास का लक्ष्य तभी हासिल किया जा सकेगा, जब समाज स्वयं भी योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रभावी पहल करेगा। राज्यपाल श्रीमती पटेल आज बुरहानपुर में राष्ट्रीय पोषण मिशन के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन देने से आंगनवाड़ियों के कामकाज में तेजी आयेगी। श्रीमती पटेल ने बेटियों को प्राथमिकता के आधार पर पोषणयुक्त आहार उपलब्ध करवाने, बेटी का कम उम्र में विवाह नहीं करने, गर्भवती माताओं को आवश्यक रूप से सोनोग्राफी करवाने की समझाईश दी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बालिका छात्रावासों और शालाओं में नियमित रूप से रक्त परीक्षण की व्यवस्था हो। उन्होंने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की सराहना की।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर में सभी 815 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुपोषण की दर में 28 प्रतिशत की कमी आई है। अति कुपोषित बच्चों की संख्या 12.6 प्रतिशत से घटकर 9.2 प्रतिशत हुई है। श्रीमती चिटनिस ने बताया कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में 27 लाख बेटियों को लाभांवित किया गया है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में जन-भागीदारी को बढ़ाने के लिये करीब 6 लाख 50 हजार व्यक्तियों को जोड़ा गया है। आर्थिक स्वावलंबन के मकसद से महिलाओं को चरखे उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।
राज्यपाल ने बुरहानपुर के आंगनवाड़ी केन्द्र पहुँचकर बच्चों से चर्चा की और उन्हें फल वितरित किये। समारोह में पात्रतानुसार स्मार्ट फोन और पिंक ड्रायविंग लायसेंस प्रदान किये गये। इस मौके पर पूर्वोत्तर राज्य के कलाकारों ने असम का लोकनृत्य प्रस्तुत किया।
संजय शर्मा संपादक हैलो-धार
भोपाल : सोमवार, राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने बुरहानपुर में राष्ट्रीय पोषण मिशन का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महिलाओं और बच्चों के विकास के प्रति संवेदनशीलता उनके द्वारा आरंभ किये गये नवाचारों से अभिव्यक्त होती है। उन्होंने कहा कि देशभर में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला शिक्षा तथा स्वास्थ्य के लिये आरंभ किये गये कार्यक्रमों से उल्लेखनीय बदलाव आया है। श्रीमती पटेल ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास का लक्ष्य तभी हासिल किया जा सकेगा, जब समाज स्वयं भी योजनाओं का लाभ लेने के लिये प्रभावी पहल करेगा। राज्यपाल श्रीमती पटेल आज बुरहानपुर में राष्ट्रीय पोषण मिशन के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन देने से आंगनवाड़ियों के कामकाज में तेजी आयेगी। श्रीमती पटेल ने बेटियों को प्राथमिकता के आधार पर पोषणयुक्त आहार उपलब्ध करवाने, बेटी का कम उम्र में विवाह नहीं करने, गर्भवती माताओं को आवश्यक रूप से सोनोग्राफी करवाने की समझाईश दी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बालिका छात्रावासों और शालाओं में नियमित रूप से रक्त परीक्षण की व्यवस्था हो। उन्होंने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की सराहना की।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर में सभी 815 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुपोषण की दर में 28 प्रतिशत की कमी आई है। अति कुपोषित बच्चों की संख्या 12.6 प्रतिशत से घटकर 9.2 प्रतिशत हुई है। श्रीमती चिटनिस ने बताया कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में 27 लाख बेटियों को लाभांवित किया गया है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में जन-भागीदारी को बढ़ाने के लिये करीब 6 लाख 50 हजार व्यक्तियों को जोड़ा गया है। आर्थिक स्वावलंबन के मकसद से महिलाओं को चरखे उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।
राज्यपाल ने बुरहानपुर के आंगनवाड़ी केन्द्र पहुँचकर बच्चों से चर्चा की और उन्हें फल वितरित किये। समारोह में पात्रतानुसार स्मार्ट फोन और पिंक ड्रायविंग लायसेंस प्रदान किये गये। इस मौके पर पूर्वोत्तर राज्य के कलाकारों ने असम का लोकनृत्य प्रस्तुत किया।
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