यूरिया अब 45 किलोग्राम की पैकिंग में 242 रुपये के दाम बिकेगा
नई दिल्ली- यूरिया को लेकर बड़ी खबर आ रही है। यूरिया बनाने वाली सभी कंपनियों को सरकार ने जल्द से जल्द पुराना माल बेचने को कहा है और नए पैकिंग के साथ यूरिया लाने को कहा है। भारत सरकार सदैव कोशिश करती है कि किसानो को राहत दे। यही कारण है कि भारत में किसानो को किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं देना पड़ता। भारत सरकार हमेशा किसानो के हित में कदम उठाती आयी है।
भारत सरकार चाहती है :
भारत सरकार चाहती है कि, किसान कम से कम Urea (यूरिया) का इस्तेमाल करे। सरकार का मकसद यूरिया के उपयोग को कम कराना और उर्वरकों के संतुलित उपयोग को प्रसारित कराना है। इस महीने से यूरिया को 50 किलोग्राम के बजाय 45 किलोग्राम की पैकिंग में बेचा जाएगा।
यूरिया की कीमत :
यूरिया सबसे आम उर्वरक है और इस पर सरकार बहुत अधिक सब्सिडी देती है। सरकारी अधिसूचना के अनुसार 45 किलोग्राम यूरिया की एक बोरी की कीमत 242 रुपये होगी।
यह कीमत सरकार द्वारा तय 5,360 रुपये प्रति टन की कीमत पर आधारित है। केंद्र सरकार अधिकतम खुदरा मूल्य और उत्पादन लागत के बीच के अंतर का वहन करेगी।
यूरिया को लेकर उर्वरक मंत्रालय का बयान :
उर्वरक मंत्रालय के बयान द्वारा कंपनियों को अगले दो महीनों में पुराने 50 किलोग्राम की पैकिंग वाले स्टॉक को बेचने की अनुमति दी गई है। सरकार चाहती है किसान यूरिया का इस्तेमाल कम करे। यूरिया सस्ता होता है, इसलिए किसान इसका बड़े पैमाने पर उपयोग करते हैं।
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