नर्मदा क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना उज्जैनी का कराया पत्रकारों को भ्रमण
धार- फरवरी। रविवार को जनसंपर्क विभाग द्वारा नर्मदा क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना उज्जैनी (इंदौर )जिला मुख्यालय के पत्रकारों का भ्रमण कराया गया। यहाॅं नर्मदा-क्षिप्रा लिंक योजना के अंतर्गत नर्मदा-क्षिप्रा के संगम-स्थल इंदौर के समीप नेमावर रोड़ ग्राम मुण्डला दोस्तार (उज्जैनी) में स्थित है।इस स्थान को क्षिप्रा नदी का उद्गम स्थल भी कहते है , संगम स्थल को धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से पवित्र तीर्थ-स्थल बनाया गया है। बताया जाता है कि इसे कुछ वर्षो पूर्व मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने ही विकसित किया है। लोगों के लिए धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि बहुत ही अच्छी जगह है। यहाॅं स्नान करने के लिए सुन्दर घाट बना हुआ है,पर्यटकों को बढ़ा आंनद आता है ,बताया गया कि उज्जैनी नया तीर्थ बन रहा है। यहां पर धार्मिक पर्व पर सैकड़ों गांवों के लोग नर्मदा नदी का पवित्र जल का स्नान करने भी आ रहे हैं।
इस नर्मदा क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना का लोकार्पण पूर्व उप प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी किया था, यहां पर खुद शिवराज सिंह चौहान व मंत्रिमंडल के कई मंत्री ने पर्यावरण को बढ़ावा देने केलिए फलदार पौधे लगाए है । नर्मदा का जल क्षिप्रा के उद्गम स्थल तक पहुंचा है, उज्जैन तो महाकालेश्वर के लिए प्रसिद्ध है ही अब उज्जैनी भी तीर्थ बन गया है। शिप्रा के उद्गम स्थल उज्जैनी गांव की टेकरी पर क्षिप्रा माता का मंदिर है, उस गांव तक नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ने 400 एमएलडी नर्मदा जल लाकर क्षिप्रा नदी में जोड़ा है। यहाॅं पहाड़ी के नीचे से निकल रहे झरने से बहते पानी को दो घाटों में रोका गया, जहां लोगों के स्नान करने की व्यवस्था भी की गई है।धार से पत्रकारों का भृमण दल में इंदौर संभाग जनसम्पर्क अधिकारी श्रवण सिंह भदौरिया ,सुशील खरते ,वास्केल जी सहित वरिष्ठ पत्रकार ने नर्मदा क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना का अवलोकर कर आंनद की अनुभूति की ।
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