शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार 3 नए मंत्रियों बालकृष्ण पाटीदार खरगोन,जालम सिंह पटेल,नारायण सिंह कुशवाह की.ताजपोशी
संजय शर्मा "संपादक हैलो-धार"
भोपाल। शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार में 3 नए मध्य प्रदेश शासन के मंत्री के रूप में शपथ जिसमें बालकृष्ण पाटीदार खरगोन,जालम सिंह पटेल,नारायण सिंह कुशवाह हैं. कुशवाह की.ताजपोशी
इन तीनों विधानसभा सदस्यों में सबसे अधिक वरिष्ठ नारायण सिंह कुशवाह हैं, जो लगातार तीन बार से विधायक और दो बार पूर्व में राज्य मंत्री रह चुके हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने उनके पुराने अनुभव का लाभ लेते हुए इस बार उन्हें केबीनेट मंत्री बनने का मौका दिया है तो वहीं जालम सिंह और बालकृष्ण पाटीदार को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है। बताया जा रहा है कि शिवराज मंत्रीमंडल का यह विस्तार जातिगत समीकरण साधने के लिए भी किया गया है, इसलिए काछी समाज को प्रतिनिधित्व देने के लिए पुन: ग्वालियर (दक्षिण) से विधायक नारायण सिंह कुशवाह को मौका मिला।
मंत्री कुशवाह वर्ष 1980 से कुशवाह समाज के जिला, संभाग, प्रदेश स्तरीय पदों पर और अखिल भारतीय कुशवाह महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री भी रहे हैं। वे सहकारी संस्था मर्यादित और थोक सब्जी व्यापारी संघ ग्वालियर के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्हें सबसे पहले 27 अगस्त 2004 को मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई थी और सामाजिक न्याय, पशुपालन विभाग एवं गौ संवर्धन बोर्ड का दायित्व सौंपा गया। इसके बाद पुन: 04 दिसम्बर 2005 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में सम्मिलित कर वन और राजस्व राज्यमंत्री बनाया था, तत्पश्चात कुशवाह 20 दिसंबर 2008 को मुख्यमंत्री शिवराज के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में शामिल हुए थे।
वहीं लोधी समाज को ध्यान में रखते हुए नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल इस मंत्रीमंडल विस्तार में अपना स्थान बनाने में सफल रहे हैं। लोधी समाज में विधायक जालम सिंह पटेल सांसद प्रहलाद सिंह पटेल के भाई हैं। इसके अलावा वे पूर्व में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहने के साथ बजरंग दल के संयोजक रह चुके हैं। इस वक्त वे विधानसभा में पुस्तकालय समिति के सदस्य, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य तथा कबड्डी संघ, कुश्ती संघ नरसिंह पुर जिला अध्यक्ष तथा खेत किसान बचाओ समिति के अध्यक्ष हैं।
उधर, बालकृष्ण पाटीदार को मालवा क्षेत्र में विशेषकर मंदसौर, नीमच में चले पाटीदार आंदोलन और किसान नाराजगी को शांत करने की मंशा से मंत्रीमंडल में लेने की बात कही जा रही है। वे मालवा के खरगौन विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार के विधायक हैं। वे पिछले कई वर्षों तक पाटीदार समाज के अध्यक्ष रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर इन्हें पूर्व में मध्यप्रदेश राज्य बीच एवं फार्म विकास निगम संचालक, कृषि उपज मंडी समिति खरगौर अध्यक्ष के रूप में कार्य करते रहने का अनुभव प्राप्त है तथा यह 2008 में तेरहवीं विधानसभा और उसके तुरंत बार हुए वर्ष 2013 में विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं। उनके पाटीदार समाज में खासे प्रभाव को देखते हुए ही इस बार के शिवराज मंत्रीमण्डल विस्तार में उन्हें शामिल किया गया है।
इन तीनों विधानसभा सदस्यों में सबसे अधिक वरिष्ठ नारायण सिंह कुशवाह हैं, जो लगातार तीन बार से विधायक और दो बार पूर्व में राज्य मंत्री रह चुके हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने उनके पुराने अनुभव का लाभ लेते हुए इस बार उन्हें केबीनेट मंत्री बनने का मौका दिया है तो वहीं जालम सिंह और बालकृष्ण पाटीदार को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है। बताया जा रहा है कि शिवराज मंत्रीमंडल का यह विस्तार जातिगत समीकरण साधने के लिए भी किया गया है, इसलिए काछी समाज को प्रतिनिधित्व देने के लिए पुन: ग्वालियर (दक्षिण) से विधायक नारायण सिंह कुशवाह को मौका मिला।
मंत्री कुशवाह वर्ष 1980 से कुशवाह समाज के जिला, संभाग, प्रदेश स्तरीय पदों पर और अखिल भारतीय कुशवाह महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री भी रहे हैं। वे सहकारी संस्था मर्यादित और थोक सब्जी व्यापारी संघ ग्वालियर के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्हें सबसे पहले 27 अगस्त 2004 को मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई थी और सामाजिक न्याय, पशुपालन विभाग एवं गौ संवर्धन बोर्ड का दायित्व सौंपा गया। इसके बाद पुन: 04 दिसम्बर 2005 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में सम्मिलित कर वन और राजस्व राज्यमंत्री बनाया था, तत्पश्चात कुशवाह 20 दिसंबर 2008 को मुख्यमंत्री शिवराज के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में शामिल हुए थे।
वहीं लोधी समाज को ध्यान में रखते हुए नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल इस मंत्रीमंडल विस्तार में अपना स्थान बनाने में सफल रहे हैं। लोधी समाज में विधायक जालम सिंह पटेल सांसद प्रहलाद सिंह पटेल के भाई हैं। इसके अलावा वे पूर्व में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहने के साथ बजरंग दल के संयोजक रह चुके हैं। इस वक्त वे विधानसभा में पुस्तकालय समिति के सदस्य, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य तथा कबड्डी संघ, कुश्ती संघ नरसिंह पुर जिला अध्यक्ष तथा खेत किसान बचाओ समिति के अध्यक्ष हैं।
उधर, बालकृष्ण पाटीदार को मालवा क्षेत्र में विशेषकर मंदसौर, नीमच में चले पाटीदार आंदोलन और किसान नाराजगी को शांत करने की मंशा से मंत्रीमंडल में लेने की बात कही जा रही है। वे मालवा के खरगौन विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार के विधायक हैं। वे पिछले कई वर्षों तक पाटीदार समाज के अध्यक्ष रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर इन्हें पूर्व में मध्यप्रदेश राज्य बीच एवं फार्म विकास निगम संचालक, कृषि उपज मंडी समिति खरगौर अध्यक्ष के रूप में कार्य करते रहने का अनुभव प्राप्त है तथा यह 2008 में तेरहवीं विधानसभा और उसके तुरंत बार हुए वर्ष 2013 में विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं। उनके पाटीदार समाज में खासे प्रभाव को देखते हुए ही इस बार के शिवराज मंत्रीमण्डल विस्तार में उन्हें शामिल किया गया है।
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