गौमाता प्रतिष्ठा दिलाने के लिए दिल्ली में 18 फरवरी को राष्ट्रीय आंदोलन
संजय शर्मा "संपादक हैलो-धार
दिल्ली- भारतीय गौ क्रांति मंच तत्वावधान में 18 फरवरी दिन रविवार को होने जा रहा है गौमाता प्रतिष्ठा आंदोलन। ये आंदोलन भारत के धर्मप्रसार जनता, 80 कोटि सनातनियों की आस्था से जुड़ा विषय है क्योंकि गौमाता ही सनातन धर्म का मूल है। जो गौमाता के दूध का कहिरा से भगवान राम अवतरित हुआ, जो गौमाता के पीछे भगवान कृष्ण भागते थे, जो गौमाता की रक्षा के लिए भगवान परशुराम ने अपने पिता की हत्या की प्रतिशोध ली, जो गौमाता का कारण ही हमारे 16 संस्कार पूर्ण हो , जो गौमाता भारत माता का साकार रूप है, जो गौमाता आजादी की क्रांति का मूल है, जो गौमाता धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाला है, जो गौमाता भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ जी जी, जो गौमाता भारत को विश्वगुरू बना सकता है, जो गौमाता किसानों को मिलकर मिलना पड़ता है, जो गौमाता दूध से ही कुपोषण को दूर कर सकता है, जो गौमाता प्रकृति को प्राणवयु हो सकता है, जो गौमाता स्वास्थ्य की मूल है , जो गौमाता स्वयं प्रकृति है, जो गौमाता भारत का स्वरूप है कि गौमाता को 70 वर्षों में काटा जा रहा है, इससे बड़ा शर्म, दुर्भाग्य और पाप क्या हो रहा है भला। पुज्य गुरुदेव गोपाल मनी जी महाराज ने अपनी विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि सोचने के लिए गौमाता को हम विश्वमाता कहते हैं और माता मानते हैं लेकिन भारत सरकार के दस्तावेजों में गाय पशु हैं और पशु काटना के 36,000 से अधिक वैध-अवैध कट्खने हैं भारत मे, इसलिए * जब तक गाय पशु है तब तक कौन उसे बचा सकता है और जब गाय माते हैं तो कौन माई का लाल उसे काट सकता है *। इसलिए 18 फरवरी 2018 का आंदोलन गौमाता को इस देश में संवैधानिक रूप से माता का सम्मान दिलाने और पांच मांगों के साथ चल रहा
मुख्य माँगे
1. गौ माता को राष्ट्रमाता के पद पर सुशोभित करे और गोव मंत्रालयों की अलग से गठन हो।
2. किसानों को गोबर का मूल्य दो गोबर की खाद का उपयोग हो, गोबर गैस का चूल्हा जलाने और गोबर गैस को सीएनजी गैस में परिवर्तन कर मोटर गाड़ी चलाने में उपयोग हो।
3 10 साल तक बालक-बालिकाओ को सरकार और भारतीय गायों का दूध मुफ्त उपलब्ध हो, हर गांव में भारतीय नंदी की व्यवस्था हो।
4. घूमने वाला भूमि गौवंश के लिए ही मुक्त हो
5.गौ-हत्यारों को मृत्यु दंड दिया गया। इसलिए आप से विनती करना गौमाता के इस महान अहिंसक और शांतिपूर्ण यज्ञ में भाग लेना अपनी पूरी ताकत से इस आंदोलन में जुड़ा हुआ है
ये हमे सोचना होगा कि भारत के इतिहास में ऐसा बड़ा आंदोलन हो रहा है तो हम सबको पीछे नहीं रहना है। इस मौके पर फिर से नहीं, बार बार नहीं आता इसलिए इस संदेश को पढ़ना हर व्यक्ति 18 फरवरी 2018 के आंदोलन में अपनी भागीदारी तय ताकि भविष्य की इतिहास आपको प्रश्न के लिए नहीं हो सकता है।
अधिक से अधिक गौभक्ताओ, सनातनियों और धर्मप्रेमी जनता को यह आंदोलन से जोड़े क्योंकि यह हमारे संस्कृति का विषय है, माँ का सम्मान का विषय है, गौरक्षा का विषय है
2. किसानों को गोबर का मूल्य दो गोबर की खाद का उपयोग हो, गोबर गैस का चूल्हा जलाने और गोबर गैस को सीएनजी गैस में परिवर्तन कर मोटर गाड़ी चलाने में उपयोग हो।
3 10 साल तक बालक-बालिकाओ को सरकार और भारतीय गायों का दूध मुफ्त उपलब्ध हो, हर गांव में भारतीय नंदी की व्यवस्था हो।
4. घूमने वाला भूमि गौवंश के लिए ही मुक्त हो
5.गौ-हत्यारों को मृत्यु दंड दिया गया। इसलिए आप से विनती करना गौमाता के इस महान अहिंसक और शांतिपूर्ण यज्ञ में भाग लेना अपनी पूरी ताकत से इस आंदोलन में जुड़ा हुआ है
ये हमे सोचना होगा कि भारत के इतिहास में ऐसा बड़ा आंदोलन हो रहा है तो हम सबको पीछे नहीं रहना है। इस मौके पर फिर से नहीं, बार बार नहीं आता इसलिए इस संदेश को पढ़ना हर व्यक्ति 18 फरवरी 2018 के आंदोलन में अपनी भागीदारी तय ताकि भविष्य की इतिहास आपको प्रश्न के लिए नहीं हो सकता है।
अधिक से अधिक गौभक्ताओ, सनातनियों और धर्मप्रेमी जनता को यह आंदोलन से जोड़े क्योंकि यह हमारे संस्कृति का विषय है, माँ का सम्मान का विषय है, गौरक्षा का विषय है
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