राष्ट्र धर्म विजय पदयात्रा में धर्म ध्वजा लेकर 12 हजार किलोमीटर में 12 ज्योतिर्लिंग दर्शन कर पूर्ण होंगी श्री श्री 1008 अवधूत संत नर्मदानंद बापजी की पैदल यात्रा
27 दिसंबर को धार नगर में संत श्रीश्री 1008 अवधूत नर्मदानंद बापजी की राष्ट्र धर्म विजय पदयात्रा का होगा अभूतपूर्व स्वागत व सम्मान
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
धार - नित्यानंद आश्रम मध्यप्रदेश के संत श्रीश्री 1008 अवधूत नर्मदानंद बापजी द्वारा राष्ट्र को धर्मनिष्ठ राज्यसत्ता की पुन: प्राप्ति होने पर जन मन का अभिनन्दन और आभार व्यक्त करने के लिए पूरे देश में आसेतु हिमालय द्वादश ज्योतिर्लिंग की पदयात्रा का कठिन संकल्प लिया गया है।
यह यात्रा मात्र एक संत की यात्रा नहीं अपितु सांस्कृतिक व समरस भारत के नव निर्माण में सभी राष्ट्रप्रेमियों की भूमिका सुनिश्चित करने का अनूठा प्रयोग है ।
यात्रा का शुभारंभ कार्यक्रम मध्यप्रदेश के माननीय श्री शिवराज सिंह जी चौहान के गरिमामय मुख्य आतिथ्य में सकुशल संपन्न हुआ था । संत श्री नर्मदानंद बापजी की यह राष्ट्र धर्म विजय यात्रा 29 सितंबर 2019 को गंगौत्री धाम से पदयात्रा द्वारा प्रारंभ हुई।
संत श्री नर्मदानंद बाप जी अपनी राष्ट्र धर्म विजय यात्रा में गंगौत्री का पवित्र जल लेकर अब तक केदारनाथ,बाबा विश्वनाथ और झारखण्ड स्थित बैजनाथ महादेव ,आंध्रप्रदेश स्थित श्री शेलम ज्योतिर्लिंग व तमिलनाडु राज्य में स्थित रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग, महाराष्ट्र राज्य में स्थित भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, त्रंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग, घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग,ज्योतिर्लिंग सोमनाथ गुजरात,नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात अब तक कुल दस ज्योतिर्लिंग का अभिषेक कर चुके है । यहां से यात्रा प्रस्थान उज्जैन बाबा महांकाल ज्योतिर्लिंग पहुंचेगी।
आपकी यह राष्ट्र धर्म विजय यात्रा राष्ट्रधर्म प्रथम व सर्वोपरि का उद्देश्य लेकर धर्म,संस्कृति,पर्यावरण और गौरक्षा जैसे विषयों पर जनजागरण करना है। यात्रा में प्रत्येक रात्रि विश्राम पर सत्संग के माध्यम से ज्वलन्त विषयों पर जनजागरण किया जाता है जिसमें पूज्य गुरुदेव द्वारा नित्य प्रतिदिन होने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रम,विशेष रूप से जल संरक्षण एवं गौ रक्षा तथा प्राकृतिक कृषि को लेकर होने वाले संवाद का लाभ यात्रा मार्ग में आने वाले गांवों, कस्बो की जनता को भरपुर मिला ।
यात्रा के साथ एक हाइटेक रथ भी चल रहा है , जिसके माध्यम से विशेष स्थानों पर लोगो से प्रत्यक्ष संवाद किया जाता है ।
यात्रा के शुरुआती दौर में अब तक चार बडी संगोष्ठियां आयोजित की गई है। जिसमें परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी , श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड, आरएसएस के राष्ट्रीय सहकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबोले,आरएसएस के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख श्री पराग जी अभ्यंकर,जगद्गुरु सुमेरु पीठाधीश्वर स्वामी श्री नरेंदानंद जी सरस्वती एवं महा मंडलेश्वर स्वामी श्री विशोकानंद जी भारती महाराज हरिद्वार, महामंडलेश्वर श्री आशुतोष आनंद गिरि जी महाराज, गणमान्य महानुभावो, प्रबुद्ध बुद्धिजीवी एवं स्थान विशेष के जनप्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
किंतु आगे कोविड-19 की अति प्रतिकूल परिस्थितियों में कुछ माह यात्रा को स्थगित करना पड़ा । वर्तमान में लॉकडाउन निर्देशों का पालन करते हुए केवल पदयात्रा एवं नित्य पौधारोपण व संगोष्टी के लघु स्वरूप को यथावत रखते हुये यात्रा जारी है । वर्तमान परिपेक्ष्य में यह यात्रा विशुद्ध रूप से जन जागरण की दिशा में एक अभिनव पहल है । राष्ट्र धर्म विजय यात्रा 26 दिसंबर को धार नगर में प्रवेश करेंगी 27 दिसंबर को नगर के प्रमुख मार्गो से गुजरेगी संत श्रीश्री 1008 अवधूत नर्मदानंद बापजी का होगा अभूतपूर्व स्वागत व सम्मान। यहां से यात्रा प्रस्थान उज्जैन बाबा महांकाल ज्योतिर्लिंग पहुंचेगी।
आगामी यात्रा का समापन एक विराट समागम के रूप में ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग खंडवा मध्यप्रदेश में होगा ।
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