जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, के माध्यम से पैरालीगल वालेंटियर्स द्वारा लाॅकडाउन में मानव सेवा का उत्कृष्ट कार्य किया
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
धार - वर्तमान समय में सम्पूर्ण देश कोराना महामारी की दुर्गम परिस्थितियों का सामना कर रहा है। वस्तुतः सम्पूर्ण देश में स्वास्थ्य आपातकालीन स्थिति का माहौल है। इस विष्वव्यापी जानलेवा महामारी ने जहाॅ एक ओर आधुनिक मानव की उच्च तकनीकी विषेषज्ञता के दम्भ के घमंड को चकनाचुर किया है, वही दुसरी ओर हमारे भारत जैसे आपसी भाईचारे की भावना से संचालित देष में मानव सेवा की एक उत्कृष्ट भावना का अर्विभाव हुआ है व इसी भावना के वषीभूत देश के समस्त नागरिक अपनी यथाशक्ति अनुरूप मानव सेवा की मिशाल पेश कर रहे है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री बी.के द्विवेदी जी व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आरआर बड़ोदिया जी के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, धार (डालसा) द्वारा मानव सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया जा रहा है। वस्तुतः प्राधिकरण के गठन का मूल उद्देष्य यही है कि:- कोई भी व्यक्ति निःषक्तता, निर्धनता, निर्योग्यता के कारण अपने विधिक एवं संवेधानिक अधिकारों से वंचित ना होने पाये, इसके लिए प्राधिकरण, एक सषक्त प्रहरी के रूप में कार्यरत है। विधिक अधिकारों के अंतर्गत वें समस्त प्रकार के अधिकार आते है जिससे कि कोई भी व्यक्ति अपना जीवन यापन गरिमापूर्ण तरिके से करने में सक्षम हो।
जब सम्पूर्ण देश के साथ-साथ जिला धार भी लाॅकडाउन/कर्फ्यू के आदेश के तहत बंद था, ऐसी विकट परिस्थिति में भी जिला प्राधिकरण, सतत् कार्यरत था या यू कहों की प्राधिकरण अपने मुख्य ध्येय वाक्य अनुसार अपने लक्ष्य की ओर निरंतर अग्रेषित रहा है।
पैरालीगल वालेंटियर्स
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, (डालसा) सम्पूर्ण देश में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, (नालसा) उच्चतम न्यायालय-नई-दिल्ली के अधीन संचालित है। नालसा द्वारा पैरालीगल वालेंटियर्स योजना, संपूर्ण देश में संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत प्रत्येक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, ऐसे समाजसेवी, कर्मठ, संवेदनशील, सर्मिर्पत, स्वयंसेवियों का चयन कर उन्हें पैरालीगल वालेंटियर्स के रूप में प्रत्येक 01 वर्ष के लिए नियुक्त करता है। यथासंभव पैरालीगल वालेंटियर्स का चयन इस लक्ष्य के साथ किया जाता है कि संपूर्ण जिले के छोटे-मोटे सभी गांवो में, मजदूर बस्तियों में, औद्योगिक बस्तियों में, स्कूल एवं काॅलेजों में पैरालीगल वालेंटियर्स नियुक्त रहें।
लाॅक-डाउन की विषम परिस्थितियों में जिला प्राधिकरण, से पंजीकृत लगभग 60 पैरालीगल वालेंटियर्स द्वारा अपनी जान जोखिम में डालकर मानव सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। विगत ढाई माह से पैरालीगल वालेंटियर्स द्वारा जनसामान्य की छोटी से लेकर बड़ी समस्यांओं का निराकरण किया जा रहा है। इसी कडी में -
निःशुल्क मास्क वितरण,
जिलेभर में फैले हुवे पैरालीगल वालेंटियर्स द्वारा कोरोना महामारी के बचाव हेतु सबसे उपर्युक्त साधन फेस मास्क का निःशुल्क वितरण छोटे-मोटे गांवो, मजदूर बस्तियों में किया जा रहा है। उक्त मास्क वालेंटियर्स द्वारा स्वयं के व्यय पर तैयार किये गये। वर्तमान दिनांक तक 15,420 मास्क का वितरण किया जा चुका है।
भोजन पैकेट
नियुक्त पैरालीगल वालेंटियर्स में महिला वालेंटियर्स द्वारा मातृत्व भाव का परिचय देते हुवे, स्वयं के घर पर ही स्वयं के व्यय पर उपेक्षित व्यक्तियों को कुल 1,034 भोजन पैकेट का वितरण किया जा चुका है।
सेनेटाईजर एवं दवाई वितरण
चंुकी पैरालीगल वालेंटियर्स का चयन व्यक्ति की कर्मठता, समाजसेवा, संवेदनशीलता आदि गुणो को ध्यान में रखते हुवे किया जाता है। संभवतः यह कोशिश की जाती है कि पीएलव्ही अन्य विभाग से भी समन्वय स्थापित कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। ऐसे चिन्हित पीएलव्ही द्वारा जिला प्रषासन से समन्वय स्थापित कर निर्धन एवं उपेक्षित व्यक्तियों को निःषुल्क सेनेटाईजर एवं आयुर्वेदीक काढ़ा, होम्योपैथीक गोलियां वितरित किये गये। वर्तमान दिनांक तक कुल 3,152 सेनेटाईजनर की बाॅटल एवं 17,410 व्यक्तियों को निःषुल्क दवाई एवं काढ़ा वितरित की जा चुकी है।
खाद्य सामग्री वितरण
चयनित पैरालीगल वालेंटियर्स में से अधिकांष सक्षम किसान है, जो मानव सेवा के भाव से वषीभूत पीएलव्ही के रूप में अपनी सेवाऐं दे रहे है। ऐसे ही पीएलव्ही द्वारा लाॅक-डाउन अवधि के दौरान स्वयं के व्यय पर व जिला प्रषासन के समन्वय से वर्तमान दिनंाक तक कुल 6,577 उपेक्षित व्यक्तियों को निःषुल्क अनाज, गेहू/चावल/सब्जियों का वितरण किया जा चुका है।
गरिमापूर्ण जीवन जीने का आष्वासन
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, (डालसा) प्रत्येक नागरिक को गरिमापूर्ण जीवन यापन का आष्वासन देता है व इसके लिए एक सष्क्त प्रहरी के रूप में कार्यरत है। न केवल इस लाॅक-डाउन अवधि के लिए बल्कि विगत कई वर्षो से डालसा द्वारा गरिब एवं कमजोर वयक्तियों की सेवा की जा रही है। जैसे निर्धन व्यक्ति के लिए न्यायालय में पैरवी किये जाने हेतु निःशुल्क अधिवक्ता की नियुक्ति, अषिक्षित व्यक्तियों के लिए आधार कार्ड, वोटर आई-डी कार्ड, बीपीएल कार्ड, बैंक लोन फार्म, स्वरोजगार लोन फार्म, हेतु सहायता की जा रही है। व अपराध से पीड़ित व्यक्तियों को उचित प्रतिकर राशि प्रदान की जा रही है। महिलाओं के अधिकारों के हनन पर यथायोग्य कार्यवाही की जा रही है, जिसके अंतर्गत भरण-पोषण दावा, घरेलू हिंसा प्रकरण, आदि सेवा कार्य किये जा रहे है।
प्रवासी मजदूरों की सेवा
लाॅक-डाउन अवधि के दौरान देश में जहाॅ एक ओर महामारी से ग्रसित होने का खोफ था, वही दूसरी ओर गरिब कमजोर तबके के नागरिक जो रोजी-रोटी के लिए अपना घर छोडकर दूसरे बडे शहरों में मजदूरी कर अपना जीवन यापन चला रहे थे, को अविलंब अपने परिवार की कुष्ल क्षेम हेतु बिना आवागमन के साधन से जल्द से जल्द सकुष्ल घर पहुचने की होड थी। इस तबके की परेशानी व असक्षमता पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, द्वारा संवेदनषीलता प्रकट करते हुवे सम्पूर्ण राज्य में 05 से 10 दिवसीय उनके सेवार्थ विषेष अभियान चलाये जाने हेतु निर्देषित किया गया। जिसके पालन में डालसा धार द्वारा जिले के विभिन्न स्थानों - जिला धार ग्राम नौगांव इंदौर अहमदाबाद फोरलेन रोड़, धामनोद-खलघाट फोरलेन, धरमपुरी आगरा - मुम्बई फोरलेन रोड़ खलघाट, बदनावर-नागदा फोरलेन, बदनावर एवं इंदौर अहमदाबाद फोरलेन, सरदारपुर पर दिनांक 18.05.2020 से 23.05.2020 तक विषेष अभियान चलाया जाकर प्रवासी मजदूरों को निःषुल्क जल, स्वल्पाहार के रूप में दूध, चाय, बिस्किट, केले, भेल, पोहा, आदि का वितरण किया गया। जिसके तहत कुल 2,250 मजदूरों को व उनके बच्चों को लाभान्वित किया गया ।
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