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Saturday 14 March 2020

विधानसभा स्पीकर ने सभी 6 बागी मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार किए, कांग्रेस ने अपने विधायकों को व्हिप जारी किया

विधानसभा स्पीकर ने सभी 6 बागी मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार किए, कांग्रेस ने अपने विधायकों को व्हिप जारी किया

भाजपा नेताओं ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की, बजट सत्र को स्थगित कर फ्लोर टेस्ट कराने की मांग

मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शुक्रवार को राज्यपाल से मिले, कहा था- फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं, पहले विधायकों को मुक्त कराएं 
संजय धार संपादक 
हैलो धार पत्रिका 
             भोपाल - मध्य प्रदेश में सत्ता के लिए संघर्ष के बीच विधानसभा के अध्यक्ष एन पी प्रजापति ने सभी 6 बागी मंत्रियों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं। इन मंत्रियों को शुक्रवार को ही कैबिनेट से बर्खास्त किया जा चुका है। विधानसभा अध्यक्ष ने आज शाम ही कहा था कि कुछ विधायकों के मामले गंभीर हैं, उन पर जल्द फैसला लूंगा। मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार होने के साथ ही मध्यप्रदेश विधानसभा में सदस्यों की संख्या घटकर 222 हो गई है। जिन मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार किए गए, उनके नाम हैं.. इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, गोविंद सिंह राजपूत और प्रभुराम चौधरी। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने 16 मार्च से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के लिए अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया है।
               दोपहर में विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने कुछ बागी विधायकों पर कार्रवाई के संकेत दिए थे। स्पीकर ने इन विधायकों को दोबारा नोटिस देकर 15 मार्च तक पेश होने को कहा है। स्पीकर ने कहा कि वे नियम प्रकियाओं से बंधे हुए हैं। वे इस्तीफा देने वाले विधायकों से मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं। शनिवार को छुट्टी के बाद भी वे अधिकारियों के साथ विधानसभा में मौजूद थे और रविवार को भी विधायकों का इंतजार करेंगे। उन्होंने 2-3 विधायकों पर कार्रवाई के संकेत भी दिए। इशारों-इशारों में उन्होंने कहा- कुछ विधायकों के मामले गंभीर हैं। इन्हें रखूं या निकालूं, इस पर अलग तरीके से निर्णय लूंगा। हालांकि, स्पीकर ने विधायकों के नाम नहीं बताए। 
               इससे पहले प्रजापति ने सभी 22 विधायकों को तीन अलग-अलग तारीखों में बुलाया था। अब ये विधायक 15 मार्च को शाम 5 बजे तक पेश हो सकते हैं। चर्चा इस बात को लेकर भी है कि अगर सभी विधायक स्पीकर के सामने उपस्थित नहीं हुए तो सरकार फ्लोर टेस्ट टाल सकती है। सरकार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकती है। नियम के मुताबिक सभी विधायकों को स्पीकर के सामने उपस्थित होना जरूरी है।
कांग्रेस के विधायक रविवार को भोपाल आएंगे
                मध्य प्रदेश कांग्रेस ने रविवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें सरकार बचाने की रणनीति पर चर्चा होगी। जयपुर में ठहराए गए कांग्रेस विधायक रविवार सुबह भोपाल लौटेंगे।
               रविवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें सभी विधायकों को शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं। जयपुर में ठहरे सभी विधायक रविवार सुबह भोपाल पहुंचेंगे। इस बैठक में सरकार बचाने की रणनीति पर चर्चा होगी। शनिवार को पार्टी महासचिव हरीश रावत ने जयपुर के रिजॉर्ट में ठहरे कांग्रेस विधायकों से चर्चा की।
भाजपा ने राज्यपाल से मुलाकात कर फ्लोर टेस्ट की मांग की
                 उधर, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और रामपाल सिंह ने शनिवार शाम को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की। राजभवन से बाहर आने के बाद शिवराज ने कहा- हमने राज्यपाल को बताया कि कमलनाथ सरकार बहुमत खो चुकी है। उनके पास सरकार चलाने का संवैधानिक अधिकार नहीं है, इसलिए 16 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण और बजट सत्र का कोई मतलब नहीं है। हमने राज्यपाल से अनुच्छेद 175 के तहत सरकार को विश्वासमत प्राप्त करने का निर्देश देने की मांग की। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शुक्रवार को राज्यपाल से मिले थे। इसके बाद उन्होंने कहा था- फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं, लेकिन पहले विधायकों को मुक्त कराएं।

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