मरीजों और हेल्थ वर्कर्स के लिए टाटा ट्रस्ट और समूह कुल 1500 करोड़ खर्च करेगा, देश के किसी भी कॉर्पोरेट की ओर से कोरोना पर सबसे बड़ी मदद
रिलायंस ने 100 बेड का अस्पताल बनाया, महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 करोड़ रुपए भी दिए
वेदांता, बजाज और हीरो साइकिल ग्रुप भी 100-100 करोड़ रुपए देने की घोषणा कर चुके
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
मुंबई - कोरोनावायरस से निपटने में टाटा ट्रस्ट और टाटा ग्रुप ने 1,500 करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान किया है। यह देश के किसी कॉर्पोरेट की ओर से कोरोना पर अब तक की सबसे बड़ी मदद होगी। टाटा ट्रस्ट 500 करोड़ रुपए खर्च करेगा। ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा ने शुक्रवार शाम 4.18 बजे ट्वीट कर यह जानकारी दी। इसके करीब ढाई घंटे बाद 6.48 बजे टाटा सन्स ने अतिरिक्त 1,000 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया। टाटा सन्स यानी टाटा ग्रुप टाटा की सभी फर्मों की प्रमोटर और होल्डिंग कंपनी है। टाटा ट्रस्ट के जरिए टाटा ग्रुप परोपकार के काम करता है। टाटा सन्स की 66% हिस्सेदारी टाटा ट्रस्ट के पास ही है।
तुरंत कदम उठाने की जरूरत: रतन टाटा
रतन टाटा का कहना कि कोरोनावायरस का संकट हमारी पीढ़ी की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। टाटा ग्रुप और समूह की कंपनियां पहले भी देश की जरूरत के वक्त आगे रही हैं। लेकिन, इस समय सबसे बड़ी जरूरत है। मौजूदा हालात में देश और दुनियाभर में तुरंत कदम उठाए जाने चाहिए।
टाटा ट्रस्ट की रकम इन 5 कामों पर खर्च होगी
1. कोरोना का इलाज करने और संक्रमण रोकने में जुटे मेडिकल स्टाफ के निजी सुरक्षा उपकरणों के लिए
2. कोरोना पीड़ित मरीजों को रेस्पायरेटरी सिस्टम उपलब्ध करवाने के लिए
3. टेस्टिंग किट के लिए ताकि, ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग हो सके
4. संक्रमित मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं तैयार करने में
5. हेल्थ वर्कर और आम जनता को प्रशिक्षित और जागरुक करने के लिए
देश के दूसरे कॉर्पोरेट ने अब तक क्या किया?
मुकेश अंबानी, चेयरमैन (रिलायंस इंडस्ट्रीज)
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 करोड़ रुपए दिए। रिलायंस फाउंडेशन ने बीएमसी के साथ मिलकर मुंबई के सेवन हिल्स हॉस्पिटल में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए 100 बेड का सेंटर बनाया है। महाराष्ट्र के लोधीवाली में आइसोलेशन सेंटर भी बनाया है।
अनिल अग्रवाल, चेयरमैन (वेदांता रिसोर्सेज)
कोरोनावायरस से लड़ने के लिए 100 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया है।
आनंद महिंद्रा, चेयरमैन (महिंद्रा ग्रुप)
उनकी कंपनी अपनी यूनिट्स में वेंटिलेटर बनाएगी, ताकि देश में वेंटीलेटर कम न पड़ें। महिंद्रा ने अपनी अपनी हॉलीडे कंपनी क्लब महिंद्रा को भी मरीजों की देखभाल के लिए खोलने का प्रस्ताव दिया है। महिंद्रा अपनी 100% सैलरी कोविड-19 फंड में देंगे। यह फंड छोटी इंडस्ट्री और डेली वेजेज पर काम करने वाले लोगों की मदद के लिए बनाया गया है।
पंकज एम मुंजाल चेयरमैन (हीरो साइकल्स)
कोरोनावायरस से निपटने के लिए कंपनी के इमरजेंसी फंड में से 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा।
बजाज ग्रुप
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने, खाने और रहने के इंतजाम करने के लिए 100 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है।
विजय शेखर शर्मा, फाउंडर-सीईओ (पेटीएम)
उनकी कंपनी वेंटिलेटर और दूसरे जरूरी सामान बनाने वालों को 5 करोड़ रुपए की मदद करेगी।
पारले
कंपनी अगले तीन हफ्ते में बिस्किट के 3 करोड़ पैकेट बांटेगी।
दुनियाभर की प्रमुख हस्तियों ने क्या किया?
बिल गेट्स, को-फाउंडर (माइक्रोसॉफ्ट), अमेरिका
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने कोरोना की दवा और टीका बनाने के लिए 750 करोड़ रुपए दान करने की घोषणा की है। इसके अलावा यह फंड हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में भी खर्च होगा।
मार्क जकरबर्ग, फाउंडर (फेसबुक), अमेरिका
अमेरिका के बे-एरिया में हर रोज कोरोना वायरस के 1000 टेस्ट करने की व्यवस्था की है। इलाज पर रिसर्च के लिए 187.5 करोड़ रुपए देने का ऐलान भी कर चुके हैं।
जैक मा, फाउंडर (अलीबाबा), चीन
कोरोनावायरस से निपटने के लिए 100 करोड़ की मदद दी है। इस फंड का इस्तेमाल टीके बनाने में किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने रूस को 10 लाख मास्क के साथ दो लाख कोरोनावायरस टेस्टिंग किट दान की हैं। जैक मा ने 24 लैटिन अमेरिकी देशों को 20 लाख मास्क, 4 लाख टेस्ट किट, 104 वेंटिलेटर दान करने का ऐलान भी किया है।
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