मलेरिया नियंत्रण में होम्योपैथिक औषधि कारगर साबित हुई
संजय शर्मा
हैलो धार न्यूज़
धार - 23-जून धार जिला प्रदेश में चलाये जा रहे आयुष मलेरिया अभियान में सर्वप्रथम मलेरिया नियंत्रण करने वाला जिला बना आयुष मलेरिया रोग नियंत्रण अभियान विगत दो वर्ष 2016 2017 में धार जिले के मलेरिया उच्च जोखिम वाले गांवो के अन्दर ( 5 API ) में आयुष विभाग, स्वास्थ (मलेरिया) विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग की सयुक्त टीम बनाकर होम्योपैथिक औषधि की 6 खुराक का वितरण घर - घर जाकर आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से किया गया। यह अभियान कलेक्टर, जिला आयुष अधिकारी डॉ हंसा बारिया, के मार्गदर्शन में विगत 2 वर्ष से आयुष मलेरिया अभियान का क्रियान्वयन किया गया इस अभियान के संचालन हेतु वर्ष 2016 में डॉ सचिन शाह, वर्ष 2017 में डॉ गायत्री मुवेल, डॉ नरेन्द्र नागर, को जिला नोडल जिला सह नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। इस तरह विकास् खण्ड ओर उनके अन्तर्गत आने वाले गांवो में होने वाले होम्योपैथिक औषधि वितरण की मॉनिटरिंग ओर आशा आगंनवाड़ी कार्यकर्ता के उन्मुखीकरण के लिये ब्लॉक नोडल अधिकारी सेक्टर अधिकारी सुपरवाइजर आयुष की नियुक्ति मलेरिया उच्च जोखिम वाले गाँव के अंदर की गई जिन्होंने आशा ऑगनवाडी कार्यकर्ता के द्वारा कि जा रही होम्योपैथिक औषधि का वितरण कि सतत मोनिटरिंग कर इस अभियान में सफलता प्राप्त कि। वर्ष 2016 मलेरिया उच्च जोखिम वाले गाँव( 5API) वाले 208 गांव, वर्ष 2017 मलेरिया उच्च जोखिम वाले गाँव( 5API) वाले 136 गांव, वर्ष 2018 मलेरिया उच्च जोखिम वाले गाँव( 5API) वाले 0 गांव पाये गए।होम्योपैथिक औषधि हानिरहित, आसानी से सेवन करने के कारण बच्चों में होम्योपैथि के प्रति आकर्षण इस अभियान के दौरान देखा गया। मलेरिया नियंत्रण के लिए किये सयुंक्त प्रयास (आयुष विभाग, स्वास्थ (मलेरिया), महिला एवं बाल विकास विभाग से मलेरिया नियंत्रण धार जिले में सफल हो पाया है।
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