भाजपा पानी की राजनीति नही करती, यह हुनर केवल कांग्रेस के पास - भाजपा
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार न्यूज़ पोर्टल
धार 10 जून 2018। धार नगर भाजपा अध्यक्ष अनिल जैन बाबा, नगर पालिका उपाध्यक्ष कालीचरण सोनवानिया, नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष अजय फकीरा ने बताया कि धार नगर में पटरी पर से उतरी पैयजल आपूर्ती व्यवस्था नगर पालिका अध्यक्ष की अकर्मण्यता व निष्क्रियता के कारण उत्पन्न हुई है। कांग्रेस व नगर पालिका अध्यक्ष केवल एक टेंकर विशेष को चलाने की जिद्द पर अडे है, यह अकेला टेंकर नगर में पैयजल व्यवस्था सुचारू किस प्रकार से कर सकता है, यह एक विचारणीय बिन्दु है, जबकि तथाकथित दान वाले इस टेंकर का न तो फिटनेस है और ना ही उसका टेक्स भरा हुआ है। टेंकर मालिक महू तहसील जिला इन्दौर का है। इस संदेहास्पद टेंकर को पता नही किस अवैधानिक गतिविधियों में संचालित किया गया हो, क्योकि संदेह इसलिये भी है कि पूर्व में राजस्थान में साठ हजार दारू के पाउच एक टेंकर से पुलिस ने जप्त किये थे और उसके तार भी धार के शराब माफियाओं से जुडे हुए है। नगर में वर्तमान में आठ नवीन टंकियों सहित पुरानी व कालोनियों की टंकियो सहित कुल 18 पानी की टंकियों से पानी की आपूर्ती की जा रही है। इस प्रकार लगभग साढे पांच हजार की आबादी पर एक टंकी से पानी का सप्लाय हो रहा है। दिलावरा तालाब में कितना पानी उपलब्ध है यह मिडिया द्वारा पूर्व में ही प्रकाशित किया जा चुका है। दो-दो फिल्टर प्लांट से पानी को शुद्ध किये जाने की सुविधा नगर पालिका के पास उपलब्ध हो चुकी है किन्तु नगर पालिका अध्यक्ष की निष्क्रियता से फिल्टर प्लांट भी सुचारू रूप नही चल पा रहे है। पानी शुद्ध किये जाने हेतु आवश्यक सामग्री का अत्यधिक अभाव भी समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित हो चुका है। जल समिति के सभापति अपराधिक प्रकरण में फरार चल रहे है। वै बैठक में न तो सम्मिलित होते और ना ही बैठक बुला पा रहे है। अब पानी की समस्या का समाधान किस प्रकार से हो सकता है।
सभापति को बदलने में, अध्यक्ष, सक्षम है और किसी अन्य पार्षद को सभापति बना सकते है ताकि व्यवस्था पटरी पर आ सके। इसमें तो भाजपा पार्षद अड़चन पैदा नही कर रहे है। पिछले पांच माह से नगर में विकास की गतिविधियां ठप्प हो चुकी है जबकि कांग्रेस की इस परिषद द्वारा जितने भी प्रस्ताव नगर पालिका की बैठक में प्रस्तुत किये थे सभी प्रस्ताव भाजपा के पार्षदो द्वारा बिना व्यवधान के पास करवाये थे। भाजपा कंधे के साथ कंधा मिलाकर नगर में विकास व सुचारू व्यवस्था बनाये रखने को तत्पर है किन्तु इच्छाशक्ति की कमी व अकर्मण्यता इनके कार्य में रोडा बना हुआ हुआ है। टेंकर चलाने के मुद्दे पर भाजपा का दृष्टिकोण साफ व स्पष्ट है, नगर पालिका एक लोकतांत्रिक संस्था है, जिसमें इस प्रकार के बिन्दुओं पर परिषद की बैठक में विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाना चाहिए। जिसमें टेंकर के बिना जिन क्षेत्रों में पैयजल आपूर्ती हो ही नही सकती है उन क्षेत्रों का चिन्हांकन किया जाकर उन क्षेत्रों हेतु टेंकरों का रूट चार्ट बैठक में निर्मित किया जाय, साथ ही नगर पालिका के पास उपलब्ध संसाधन व टेंकरो की संख्या के हिसाब से निजी टेंकरो को लगाना नही लगाने का निर्णय लिया जाना चाहिए, न कि मनमर्जी से कोई भी निर्णय जनता पर थोप दिया जाय। किसी को समाज सेवा कर नगर में टेंकर चलना है तो चलाये किन्तु टेंकर वैध और उसके लिये आवश्यक अनुमति नगर पालिका से प्राप्त कर अपने निजी स्त्रोत से पानी की आपूर्ती की जाय ना कि नगर पालिका के संसाधनों का दौहन कर वाह-वाही लूटी जाय। यह जानकारी भाजपा मीडिया प्रभारी ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में दी।
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