राष्ट्र संत डॉ भय्यूजी महाराज पंचतत्व में विलीन बेटी कुहू ने दी मुखाग्नि
हजारों भक्तों ने दी नम आखों से अंतिम बिदाई कहा आपकी यादें रहेंगी हमारे दिलों में
90 वर्षीय माँ ने बेटे भय्यूजी को नम आखों से किए अंतिम दर्शन
- सूर्योदय आश्रम में ही भय्यू महाराज की पार्थिव देह को अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया था
संजय शर्मा
हैलो धार संपादक
इंदौर. भय्यू महाराज का बुधवार शाम 4 :15 बजे भमोरी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनकी बेटी कुहू ने उन्हें मुखाग्नि दी। विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार के दौरान पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए बापट चौराहे स्थित उनके सूर्योदय आश्रम में रखा गया था। भय्यू महाराज ने मंगलवार दोपहर अपने स्प्रिंग वैली स्थित घर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
श्रद्धांजलि देने पहुंचीं कई शख्सियत
- केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री पंकजा मुंडे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के ओएसडी श्रीकांत,करणी सेना गुजरात प्रमुख राजा शेखावत ,मराठवाड़ा शिवसेना प्रमुख अंबादास दानवे मध्य प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री कम्प्यूटर बाबा,महामंडलेश्वर संत श्री दादू महाराज, संत कालीचरण महाराज,संत राधे राधे बाबा कांग्रेस नेता शोभा ओझा, इंदौर की महापौर मालिनी गौड़, कलेक्टर निशांत वरवड़े और डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र,धार पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र कुमार सिंह ,विधायक रमेश मेंदोला, कांग्रेस नेता कृपाशंकर शुक्ल, इंदौर के पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे, महेन्द्र हार्डिया,पूर्व विधायक जीतू जिराती , पूर्व विधायक तुलसी सिलावट, अलवर विधायक नरेंद्र शर्मा,भाजपा प्रवक्ता गोविंद मालू ,अधिवक्ता संतोष शुक्ला ,वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा ,हैलो हिदुस्तान संपादक प्रवीण शर्मा ,हैलो धार संपादक संजय शर्मा,पर्यावरण प्रेमी डॉ अमृत पाटीदार ने भय्यू महाराज जी को श्रद्धांजलि दी।
मध्य प्रदेश सरकार का कोई मंत्री नहीं पहुंचा
- मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज भय्यू महाराज की पहली पत्नी के निधन पर सपरिवार श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।
- भय्यू महाराज ने नरेंद्र मोदी का उपवास तुड़वाया था और अन्ना हजारे का अनशन भी। लेकिन, वे या उनका कोई प्रतिनिधि यहां नहीं आया। भय्यूजी महाराज विलासराव देशमुख के भी करीबी माने जाते थे।
सुसाइड नोट में सेवादार विनायक को जिम्मेदारी देने का जिक्र
- पुलिस को मिले सुसाइड नोट मेें भय्यू महाराज ने अपने सेवादार विनायक को सारी जिम्मेदारी सौंपने की बात कही है। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि आश्रम की जिम्मेदारी बेटी कुहू भी ले सकती हैं। वे पहले भी आश्रम के कार्यक्रमों में शामिल होती रही हैं।
- विनायक करीब 16 साल पहले भय्यू महाराज के संपर्क में आया। इसके बाद से ही भय्यू महाराज ने उसे आश्रम और घर के सारे कामों का जिम्मा सौंप दिया। उसे घर के सदस्य जैसा दर्जा दिया था।
बेटी का कमरा साफ करवाया, उसी कमरे में की खुदकुशी
- भय्यू महाराज ने मंगलवार दोपहर को रिवॉल्वर से गोली मारकर खुदकुशी की। शुरुआती जांच में सामने आया है कि पारिवारिक विवाद की वजह से उन्होंने ये कदम उठाया।
- जिस वक्त ये घटना हुई, भय्यू महाराज अपनी बेटी कुहू के कमरे में थे। वह मंगलवार को ही इंदौर आने वाली थी और भय्यू महाराज ने सुबह ही उसका कमरा साफ करवाया था। घटना के वक्त घर में उनकी मां, सेवक विनायक और योगेश थे। पत्नी डॉ. आयुषी बाहर गई थीं।
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