जय किसान फसल ऋण माफी योजना अंतर्गत कार्यक्रम संपन्न ,गंधवानी तहसील के एक हजार 651 कृषको को 11 करोड़ 52 लाख रूपये राशि का हस्तांतरण
मंडी प्रांगण के 15 किलोमीटर के रेडियस पर किसानों को फसल के भंडारण की सुविधा मिलेगी
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार समाचार पत्र
धार- 14, फरवरी 2020/ प्रदेश सरकार किसानों लाभ के लिए दो पहलू पर काम कर रही है। पहला फसल का लागत मूल्य कम करना और दूसरा उपज का सही मूल्य कैसे मिले इस दिशा में काम करना। लागत मूल्य कम करने के लिए सरकार ने बिजली के बिल हाफ करने जैसे अहम कदम उठाए। साथ ही कृषि यंत्रों की सब्सिडी बढ़ाकर 50ः तक कर दी और विभिन्न किसान हितकारी योजनाएं बनाई। उधर किसान अपनी फसल का सही मूल्य पा सके इसके लिए सरकार एक योजना पर काम कर रही है। शीघ्र ही ये योजना आपके सामने होगी। इसके तहत मंडी प्रांगण के 15 किलोमीटर के रेडियस पर किसानों को उनकी फसल के भंडारण की सुविधा मिलेगी। इसमें 4 महीने तक का किराया कृषि विभाग वहन करेगा। जब किसान को फसल का सही मूल्य बाजार में मिले तभी वे फसल बेच सकेगें। इन चार महीनों के दौरान अगर किसान को पैसे की जरूरत पड़ती है तो बैंक भी फसल के एवज में ऋण दे सकेंगे।
किसान कल्याण तथा कृषि विकास उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री सचिन यादव ने यह बात जिले की गंधवानी तहसील मुख्यालय स्थित मंडी परिसर में शुक्रवार को जय किसान फसल ऋण माफी योजना अंतर्गत कार्यक्रम के दौरान कही। कार्यक्रम में श्री यादव एवं वन मंत्री उमंग सिंघार ने टोकन स्वरूप कुछ किसानों को ऋण माफी प्रमाण पत्र एवं किसान सम्मान पत्र दिए। ज्ञात रहे कि योजना के द्वितीय चरण में तहसील गंधवानी के एक हजार 651 किसानों को 11 करोड़ 52 लाख रूपए की राशि का हस्तांतरण आरटीजीएस के माध्यम से किया जा रहा है। कृषि मंत्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शपथ ग्रहण करने के डेढ़ घंटे के भीतर किसानों की ऋण माफी का जो फैसला लिया है वह अभूतपूर्व है। सरकार को मात्र साढ़े नौ महीने ही काम करने का मौका मिला है और सरकार ने 365 दिनों में 365 वचनों को पूरा किया है। इनमें सबसे अहम किसानों की कर्ज माफी है। इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया है। प्रदेश में पहले चरण में 20 लाख से अधिक किसानों का कर्जा माफ किया गया। द्वितीय चरण जारी है।सरकार ने किसानों के हित में कई फैसले लिए हैं। बिजली का बिल हाफ किया है। लागत मूल्य को कम कैसे करें। उपज का सही मूल्य कैसे मिले इस पर भी कार्य जारी है। हमारी कोशिश रहेगी कि किसान साथी कीटनाशकों का उपयोग कम से कम करें और जैविक खेती अपनाएं। वास्तव में सच्चा गौ सेवक कहलाने का सही अधिकार मुख्यमंत्री कमलनाथ को है। उन्होंने प्रदेश में एक हजार गौशाला निर्माण का कार्य शुरू किया है। अगले चरण में सरकार तीन हजार गौशाला बनाएगी। उन्होंने आह्वान किया कि किसान जैविक खेती अपनाएं ।
कृषि मंत्री ने बताया कि चार माह की अवधि के लिए किसानों के लिए फसल का भंडारण निशुल्क कराने की योजना लाई जा रही है। ताकि वे फसल का सही मूल्य मिलने पर ही विक्रय कर सकें और किसानों को इस दौरान फसल के एवज में जरूरत होने पर ऋण भी दिया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि गंधवानी के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। गंधवानी क्षेत्र में 20 हजार हितग्राही इंदिरा ग्रह ज्योति योजना का लाभ ले रहे हैं। इस योजना में 100 यूनिट का 100 रुपए बिल आता है। जिले में दो लाख 75 हजार हितग्राही इस योजना का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम प्रयास करेंगे कि हर मंडी को आदर्श मंडी बनाएं।
वन मंत्री उमंग सिंघार ने अपने उद्बोधन में कहा कि मान परियोजना से गंधवानी के आस-पास के गांव सिंचित हो रहे है। इस योजना का प्रयास स्व.जमुना देवी, स्व.शिव भानु सोलंकी और स्व.सुभाष यादव के अथक प्रयास से यह संभव हो पाया है कि आज क्षेत्र हरा भरा दिखाई दे रहा है। प्रदेश सरकार अपने वचनों के अनुरूप किसानों का ऋण माफ कर रही है। जिन किसानों का ऋण 31 मार्च 2018 तक है उन किसानों का इस योजना के तहत ऋण माफ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गंधवानी को कई सौगातें मिलेगी। जब तक योजना पूरी नहीं मैं कहने में विश्वास नहीं करता । ये भरोसा दिलाना चाहता हूं कि आने वाले समय में गंधवानी क्षेत्र को तीन से चार हजार करोड़ की योजना मिलेगी।
उन्होने कहा कि सरकार ने मदद योजना के तहत बच्चे के जन्म पर 50 किलो अनाज, परिवार में किसी की मृत्यु होने पर सौ किलो अनाज देने की योजना लागू कर दी गई है।इसके साथ ही परिवार में समारोह होने पर सभी जनपद पंचायत में बर्तन की व्यवस्था की जा रही है। किसान शासकीय योजनाओं का लाभ ले। विवाह का पंजीयन अवश्य कराएं और अपनी बेटियों की शादी 18 वर्ष के पहले ना करें बेटियों को भी बेटों की तरह अच्छी शिक्षा दिलाए। मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह/निकाह योजना के अंतर्गत राशि बढ़ाकर 51 हजार कर दी गई है। इसी प्रकार वृद्धावस्था पेंशन की राशि तीन सौ से बढ़ाकर अब से छः सौ कर दी गई है। विधायक धरमपुरी पांचीलाल मेड़ा ने भी उद्बोधन दिया।
कलेक्टर श्रीकांत बनोठ ने योजना की जानकारी देते हुए कहा कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना में क्षेत्रीय कृषि बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, समितियां, सहकारी बैंक व राष्ट्रीयकृत बैंक इसमें जो किसान ने ऋण लिया है इस योजना में 31 मार्च 2018 की स्थिति में ऋण माफ होगा जिनका बकाया हो। इस योजना में जनप्रतिनिधि, आयकरदाता, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी व 15 हजार से अधिक पेंशन लेने वाले व्यक्ति पात्र नहीं होंगे। हर जनपद में दो सूची चस्पा की गई थी। जिले में एक लाख 88 हजार फार्म भरे गए थे। यह योजना तीन चरणों में लागू की जा रही है पहले चरण में 59 हजार 416 किसानों के 212 करोड़ की राशि माफ हो गई है। दूसरा चरण प्रारंभ हो गया है इस चरण में लगभग जिले के 18 हजार किसानों की 135 करोड़ की राशि माफ होगी।
कार्यक्रम में 1 रोटावेटर, 1 ट्रेक्टर मांऊटेड ऑपरेटेड स्पेयर और 1 रिर्वसेबल प्लाऊ का वितरण अतिथियों द्वारा किया गया। मंत्री गणों द्वारा कन्या पूजन भी किया गया। परिसर में शासकीय योजनाओं के प्रचार.प्रसार और हितग्राहियों से आवेदन एकत्रित करने के लिए प्रदर्शनी लगाई गई थी। अधिकारियों द्वारा किसानों से संबंधित विभिन्न शासकीय कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। मांदल की थाप पर आदिवासी लोक नृत्य ने समा बांधा। आरंभ में अतिथियों द्वारा भगवान बलराम की चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर पुष्प अर्पित किए गए। अतिथियों का स्वागत साफा बांध एवं शाल-श्रीफल प्रदान कर किया गया। यहां यह उल्लेखनीय है कि योजना के प्रथम चरण में तहसील गंधवानी के 10 हजार 978 किसानों को 33 करोड़ 79 लाख रू राशि का हस्तांतरण आरटीजीएस के माध्यम से किया गया था।
कार्यक्रम में सीसीबी प्रशासक कुलदीप सिंह बुंदेला, पूर्व संचालक आदिम जाति सेवा सहकारी समिति स्वतंत्र जोशी, जनपद पंचायत अध्यक्ष कमला धार्वे सहित कलेक्टर, एसपी, सीईओ और बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
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