हम दो हमारे दो सबके दो का कड़ा कानून हो - सुरेश चव्हाणके वरिष्ठ पत्रकार
राजा भोज स्मृति व्याख्यानमाला में पहले दिन श्री सुरेश चव्हाणके का व्याख्यान हुआ
संजय शर्मा संपादक
हैलो -धार पत्रिका
धार - राजा भोज स्मृति व्याख्यानमाला की पहले दिन श्री सुरेश चव्हाणके का व्याख्यान हुआ। हमारे पूर्वजों ने नदियों में पानी देखा था । हमने नलों में पानी देखा है और आने वाली पीढ़ी बोतल में पानी देख रही है, लेकिन यदि जनसंख्या वृद्धि का यही हाल रहा तो आने वाली पीढ़ी आंसुओं में पानी देखेगी । हम देश के विकास के लिए जनसंख्या कम कर रहे हैं लेकिन आज क्या किसी ने इस बात का ध्यान दिया कि मुस्लिम समाज द्वारा जनसंख्या नियंत्रण को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं ।
उन्होंने जनसंख्या असंतुलन खतरे में भारत विषय पर अपने विचार रखें ।उन्होंने कहा कि सशक्त जनसंख्या नियंत्रण कानून अगर सरकार द्वारा लागू किया जाता है तो इसका पालन सभी जातियों को करना ही होगा। व्याख्यान के दौरान मुसलमानों की बढ़ रही जनसंख्या एवं अनुपात पर उन्होंने अपने विचार प्रकट किए।
पाकिस्तान में हिंदू केवल 1ः बचा है लेकिन वहां की विकास की दर में 17ः योगदान हिंदुओं का है इस बात को भी हमें नहीं भूलना चाहिए कि किस तरह से वहां पर हिंदुओं की चिंताजनक स्थिति है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है उस तरह से हमारे पास में संसाधन उपलब्ध नहीं है पानी से लेकर हर संसाधन पर तेजी से दबाव बढ़ता जा रहा है बढ़ते दबाव को भी हमें ध्यान में रखना होगा और जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए जो कानून बन रहे हैं।
यह जो व्यवस्थाएं जारी है। उस पर समानता के साथ एकता के साथ में उसका पालन करवाने की आवश्यकता है । जनसंख्या इसी तेजी से बढ़ी तो जनसंख्या विस्फोट से देश की स्थिति चिंताजनक हो सकती है। व्याख्यानमाला स्थल पर पहले दिन कई बुद्धिजीवी श्रोता सम्मिलित हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध व्यापारी श्री मुकेश गोयल ने की ।संचालन श्रीमती रेखा राय द्वारा किया गया एवं आभार अनिल बोरदिया ने माना।
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