आपदा प्रबंधन हेतु विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जागरूकता शिविर एवं मॉक ड्रिल किया गया
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
धार - जिला एवं सत्र न्यायाधीश के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला न्यायालय परिसर में आपदा प्रबंधन जागरूकता शिविर एवं मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य रूप से अपर सत्र न्यायाधीश सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण राजाराम बड़ोदिया , फ़ायर सर्विस इंदौर एस आई टी एस सिकरवार, विधुत विभाग सब इंजीनियर निमेश कुमार ,नगर पालिका सब इंजीनियर सुश्री दिव्या सोलंकी , वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र पवैया ,विधिक सेवा प्राधिकरण जिला अधिकारी श्रीमती रेखा द्विवेदी, अभिभाषक संघ सचिव संतोष जाट मंचासीन थे ।
जागरूकता शिविर में फ़ायर अधिकारी सिकरवार ने बताया कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ भूकंप , सूखा ,सुनामी , आदि पर हमारा नियंत्रण नहीं है।किंतु मानवजनित आपदाओं के संबंध में हम कुछ विशेष रोकथाम उपाय अपनाते हुए आपदाओं को होने से रोक सकते हैं । आपदा प्रबंधन दो प्रकार से किया जाता हैं, आपदा से पूर्व एवं आपदा के पश्चात। ज्यादातर आपदा मानवीय लापरवाही से होती है। जैसे गैस सिलेंडर ब्लास्ट, घर या ऑफिस में आग का लगना इलेक्ट्रिक शार्टसर्किट इन सभी को बचपन में ही खत्म कर देना चाहिए अगर बड़ा रूप धारण कर ले तो इसको क़ाबू करना असंभव होता है। किसी कार्यालय में आग बुझाने के यंत्रों उपयोग कर रोकथाम भी सभी को आना चाहिए।
अन्य विभाग के अधिकारियों ने भी शिविर में आपदा प्रबंधन विषयों पर उपयोगी जानकारी दी। कार्यशाला के बाद फ़ायर सर्विस विभाग इंदौर की टीम द्वारा मॉक ड्रिल (प्रदर्शन ) भी किया गया ।
इस अवसर पर न्यायाधीशगण, अभिभाषकगण, न्यायालय विभाग के कर्मचारियों सहित पैरालीगल वालेंटियर्स उपस्थित थे।
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