बाघ गणना आकलन रिपोर्ट में मध्यप्रदेश फिर बना बाघ प्रदेश- मुख्यमंत्री कमलनाथ
मुख्यमंत्री ने नागरिकों और वन विभाग को दी बधाई
संजय शर्मा संपादक
हैलो धार पत्रिका
भोपाल - मुख्यमंत्री कमल नाथ ने केंद्र सरकार द्वारा जारी बाघ गणना आकलन रिपोर्ट में मध्यप्रदेश को बाघ प्रदेश का दर्जा पुनः हासिल होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए प्रदेश के सभी नागरिकों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि बाघ मध्यप्रदेश की पहचान हैं। यह भी साबित हो गया है कि मध्यप्रदेश के वन, बाघों और अन्य वन-जीवों के लिए सबसे सुरक्षित रहवास है। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि वे पर्यावरण संरक्षण के लिए हमेशा तत्पर रहे।
मुख्यमंत्री ने सभी राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों के प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों को विशेष रूप से बधाई दी है। उन्होंने बाघ संरक्षण से जुड़ी सभी संस्थाओं, व्यक्तियों, विशेषज्ञों को भी बधाई दी, जिन्होंने बाघों के संरक्षण के प्रति समय-समय पर अपनी चिंता जताई और सरकार का ध्यान आकर्षित किया।
श्री कमल नाथ ने कहा कि पन्ना टाइगर रिज़र्व ने बाघों के संरक्षण में अनूठा कार्य किया है, जो वन्य-जीव प्रबंधन और संरक्षण की मिसाल बन गया। उन्होंने वन विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष रूप से बधाई दी है।
दुनिया के टाइगर के लिए सबसे सुरक्षित जगह भारत
पीएम मोदी के मुताबिक, साल 2014 में भारत में संरक्षित इलाकों की संख्या 692 थी जो 2019 में बढ़कर 860 से ज्यादा हो गई है। इसके अलावा कम्युनिटी रिजर्व की संख्या में भी इज़ाफा हुआ है। साल 2014 में ये संख्या 43 से बढ़कर 100 से ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा, 'आज हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि भारत करीब 3 हज़ार टाइगर्स के साथ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे सुरक्षित हैबिटैट्स में से एक है।'
मिंटो हॉल में टाइगर डे पर कार्यक्रम
इंटरनेशनल टाइगर डे पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मिन्टो हॉल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ कर किंगडम ऑफ टाइगर्स फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस मौके पर 'बाघों की कहानी, मुन्ना की जुबानी' पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर वन विभाग कैबिनेट मंत्री उमंग सिंघार उपस्थित रहे।
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