पतंगबाजी में नाइलोन डोर प्रतिबन्ध हेतु भारत तिब्बत सहयोग मंच ने एसपी को सौंपा ज्ञापन
संजय शर्मा
हैलो -धार पत्रिका
धार - हिंदू त्योहारों का सबसे बड़ा त्यौहार मकर सक्रांति पूरी दुनिया भर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, चाहे युवा हो बच्चे हो बुजुर्ग हो महिलाएं हो सभी मिलकर इस त्योहार को मनाते आ रहे हैं ,कहीं पर गिल्ली डंडा खेलने की परंपरा है तो कहीं पर पतंगबाजी की परंपरा।। इन में सबसे ज्यादा पूरी दुनिया भर में पतंगबाजी का शौक महत्वपूर्ण मायने रखता है किंतु इस त्यौहार के साथ ही हिंदुओं के सभी त्यौहार चाहे होली पर पिचकारी हो ,दिवाली पर पटाखे हो, राखी पर राखियां हो या पतंगबाजी की नाइलोन की डोर हो सभी पर भारत देश में व्यापारिक दृष्टिकोण रखता हुआ चाइना दिन प्रतिदिन अपने पैर जमाता आ रहा है, इसमें व काफी हद तक सफल भी हो रहा है ।
इन दिनों जगह-जगह चाइना की डोर से कई लोग एवम पशु पक्षी मृत्यु प्राप्त कर रहे हैं साथ ही घायल भी हो रहे हैं। इन सभी के दुर्घटनाओं के मद्देनजर नगर के भारत तिब्बत सहयोग मंच के दीपक पवार व अंशुल शर्मा , विजय गवली ,राजेश डाबी के साथ सभी कार्यकर्ताओं ने प्रकृति संवर्धन हेतु पतंगबाजी में नायलॉन की डोर पर सख्ती से प्रतिबंधित करने हेतु श्रीमान पुलिस अधीक्षक धार एवं कलेक्टर महोदय धार के नाम एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें बताया गया कि पतंगबाजी का शौक रखने वाले व पतंग विक्रेता नायलॉन के डोर को प्रतिबंध के बावजूद क्रय विक्रय कर रहे हैं जिससे कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं इस नायलॉन के धागे से सबसे ज्यादा शिकार बेगुनाह बेजुबान पक्षी हो रहे हैं अतः सख्ती के साथ नगर व जिले में नायलॉन के धागे का विक्रय रोका जाए और विक्रेताओं तथा उपयोगकर्ताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए साथ ही ।
भारत तिब्बत सहयोग मंच एवम अभिभासक संघ संयुक्त रूप से नगर में संपर्क करके विनम्रता पूर्वक व्यापारियों एवं जनता से इस खतरनाक डोर के विक्रय एवं उपयोग नहीं करने का निवेदन गुरुवार को शाम 7:00 बजे निकलेंगे ।कार्यकर्ताओ ने सभी भारतीय नागरिकों से निवेदन किया कि वह इसका उपयोग न करें ।ज्ञापन के समय अभिभाषक संघ के संजय अग्रवाल, इंद्र ठाकुर, रणवीर मनावत, राजेंद्र संवराया, गुरु शुक्ला ,अकील मोहम्मद, मोहन पाठक ,गौरव सुगंधी ,रवि चौहान, यशवंत जाट ,नंदन जोशी ,विनीत खत्री, चिराग जोशी ,गौरव जोशी ,दिनेश परमार, योगेंद्र पवार ,भूपेंद्रसिंह राजावत ,यशपाल तोमर आदि उपस्थित थे ।ज्ञापन का वाचन गोविंद अग्रवाल ने किया।
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