मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले कमलनाथ ने कर्ज माफी की फाइल पर किया साइन कमलनाथ ने निभाया सबसे बड़ा वादा
हैलो -धार
भोपाल- विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ कर देंगे। लेकिन मध्यप्रदेश में पद की शपथ लेते ही मुख्यमंत्री कमलानथ ने सबसे पहले कर्जमाफी की फाइल पर ही साइन किया।
मियाद शुरू आज पहला दिन
17 दिसंबर को कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही इसकी मियाद आज से शुरू होगी। कर्ज माफी के लिए नई सरकार जो पैमाना तैयार कर रही है उसके अनुसार सरकार घोषणा तो तय समय में कर देगी। लेकिन इसकी पात्रता और मापदंड कर्ज माफी के लिए बनाई गई कमेटियां ही तय करेंगी कि किस किसान का कर्ज माफ होगा किसका नहीं। ये कमेटियां राज्य स्तर से लेकर जिला स्तर तक गठित की जाएंगीय़ इनकी रिपोर्ट के बाद ही किसानों को कर्ज माफी के प्रमाणपत्र दिए जाएंगे।
कर्जमाफी की कवायद शुरू
- कर्जमाफी की कवायद चुनाव परिणाम आने के बाद से ही शुरू हो गई थी।
- प्रदेश सरकार के आला अधिकारियों ने प्रदेश के सभी जिलों से किसानों पर कितना कर्ज है इसके आंकड़े मंगाना शुरू कर दिया था। - कर्जमाफी के मॉडल के अध्ययन के लिए दो अधिकारी पंजाब और महाराष्ट्र भी गए हैं।
- मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने भी कृषि और सहकारिता विभाग के अधिकारियों से इसकी तैयारी के बारे में पूछा है।
- बताया जा रहा है कि कर्ज माफी जून 2009 के बाद के कर्जदार किसानों की होगी। इसमें लगभग 33 लाख किसानों को फायदा होगा।
अभी कितना कर्ज
- प्रदेश के किसानों पर सहकारी बैंक, राष्ट्रीयकृत बैंक, ग्रामीण विकास बैंक और निजी बैंकों का 70 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है।
- इसमें 56 हजार करोड़ रुपये का कर्ज 41 लाख किसानों ने लिया है। वहीं, लगभग 15 हजार करोड़ रुपये डूबत कर्ज (एनपीए) है।
- कर्ज माफी के लिए फिलहाल जिस फॉर्मूले पर मंथन हो रहा है, उसमें डूबत कर्ज को माफ करने के साथ नियमित कर्ज पर लगभग 25 हजार रुपये प्रोत्साहन दिया जाएगा।
कितने किसानों को होगा फायदा
- कर्ज माफी जून 2009 के बाद के कर्जदार किसानों की होगी। इसमें लगभग 33 लाख किसानों को फायदा होगा।
- बताया जा रहा है कि इससे लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का वित्तीय भार सरकार पर आएगा।
- प्रदेश के किसानों पर सहकारी बैंक, राष्ट्रीयकृत बैंक, ग्रामीण विकास बैंक और निजी बैंकों का 70 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है।
- इसमें 56 हजार करोड़ रुपये का कर्ज 41 लाख किसानों ने लिया है।
- वहीं, लगभग 15 हजार करोड़ रुपये डूबत कर्ज (एनपीए) है।
- कर्ज माफी के लिए फिलहाल जिस फॉर्मूले पर मंथन हो रहा है, उसमें डूबत कर्ज को माफ करने के साथ नियमित कर्ज पर लगभग 25 हजार रुपये प्रोत्साहन दिया जाएगा।
सिर्फ खेती के लिए लिया कर्ज होगा माफ
- किसानों द्वारा ट्रैक्टर व कुआं सहित अन्य उपकरणों के लिए कर्ज लिया गया है तो उसे कर्ज माफी के दायरे में नहीं लिया जाएगा।
- सिर्फ खेती के लिए उठाए कर्ज पर माफी मिलेगी।
- इसमें भी यदि किसान ने दो या तीन बैंक से कर्ज ले रखा है तो सिर्फ सहकारी बैंक का कर्ज माफ होगा।
- कर्ज माफी कुल दो लाख रुपये तक ही होगी।
- इसके लिए पहले किसान को कालातीत बकाया राशि बैंक को वापस लौटानी होगी।
- हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि इस बारे में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री बनने और उनके साथ होने वाली बैठक में होगा।
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