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Sunday 16 December 2018

शपथ लेते ही कमलनाथ कर्जमाफी और बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा करेंगे! सबसे पहले सहकारी बैंकों से जुड़े किसानों का कर्ज माफ करेंगे

कर्जमाफी के चार मॉडल, खर्च करने होंगे 20 हजार करोड़

सबसे पहले सहकारी बैंकों से जुड़े किसानों का कर्ज माफ करेंगे

शपथ लेते ही कमलनाथ कर्जमाफी और बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा करेंगे!
संजय शर्मा 
हैलो -धार पत्रिका 
          भोपाल-  मप्र के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे कमलनाथ किसानों की कर्जमाफी के सबसे बड़े मसले का समाधान शपथ ग्रहण के दिन ही उनके सामने रख सकते हैं। वे इस दिन कुछ घोषणाएं कर सकते हैं, इसमें वचन-पत्र के वादों को पूरा करने की बात होगी। कमलनाथ की इस तैयारी को देखते हुए मुख्य सचिव बीपी सिंह ने अवकाश के दिन शनिवार को किसानों की कर्जमाफी के मामले में पंजाब, कर्नाटक व यूपी के मॉडल का प्रेजेंटेशन देखा।
             कृषि विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने अलग-अलग मॉडल की जानकारी दी। इस दौरान एपीसी पीसी मीणा भी मौजूद रहे। पूरी संभावना है कि मप्र अलग-अलग राज्यों के मॉडल का अध्ययन करने के बाद अपना अलग मॉडल तैयार करेगा, जिसके आधार पर कर्जमाफी होगी। दूसरी ओर बेरोजगारी भत्ते की भी राहत मिल सकती है। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में 4 हजार रुपए भत्ते का जिक्र किया है।   
         बताया जा रहा है कि राज्य सरकार सबसे पहले सहकारी बैंकों का कर्ज चुकाएगी।  इसके बाद राष्ट्रीयकृत और निजी बैंकों के डिफाल्टरों का नंबर आएगा।  वर्तमान में सहकारी बैंकों पर चालू कृषि ऋण का 13 हजार करोड़ और डिफाल्टर किसानों का 7000 करोड़ रुपए बकाया है।
          चुनाव के दौरान हुई कर्जमाफी की घोषणा के बाद चालू कृषि ऋण में सालाना 80 फीसदी तक होने वाली रिकवरी घटकर 50 फीसदी तक रह गई। साथ ही धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने की घोषणा जुलाई के महीने में होने के बाद किसानों द्वारा धान की बिक्री छह गुना तक घट गई। मतगणना के दिन यानी 11 दिसंबर तक पिछले 3.5 लाख टन धान की आवक मंडियों में हो गई थी, जबकि साल 2018 में आवक महज 50 हजार टन ही हुई है। 
डिफाल्टर किसानों पर किस बैंक पर कितना कर्ज
 राष्ट्रीयकृत बैंक : 2.22 लाख किसानों पर 4,312 करोड़ रुपए।
  सहकारी बैंक : 17.13 लाख किसानों पर 8,800 करोड़ रुपए।
 आरआरबी : 1.39 लाख किसानों पर 1,381 करोड़ रुपए
  अन्य बैंक : 0.44 लाख किसानों पर 651 करोड़ रुपए। 
 (राष्ट्रीय कृत बैंकों पर प्रति किसान औसत कर्ज एक लाख 96 हजार रुपए सर्वाधिक, सबसे कम 49 हजार 701 रुपए सहकारी बैंकों के किसानों पर।)
 क्या शिवराज की तर्ज पर तत्काल फाइलों पर हस्ताक्षर करेंगे कमलनाथ
         पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पिछले कार्यकाल की शुरुआत में शपथ ग्रहण के तत्काल बाद एक फाइल पर हस्ताक्षर किए थे। ये एक रुपए किलो गेहूं-चावल से जुड़ी थी।
 डिफाल्टर किसानों की कर्जमाफी पर 15 हजार 100 करोड़ और चालू कृषि ऋण पर प्रोत्साहन राशि देने पर करीब 5 हजार करोड़ के खर्च का अनुमान
          वचन-पत्र और घोषणा के मुताबिक 21 लाख डिफाल्टर किसानों का दो लाख रु. तक का कर्ज माफ होता है तो राज्य सरकार के खजाने पर 15 हजार 100 करोड़ रु. का भार आएगा। इसी तरह यदि चालू कृषि ऋण वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि दी जाती है तो यह करीब 5000 करोड़ के करीब होगी। कृषि विभाग के सूत्रों की मानें तो 30 सितंबर 2018 को 40 लाख किसानों का चालू कृषि ऋण 57 हजार करोड़ और 21 लाख डिफाल्टर किसानों पर बकाया 15 हजार 100 करोड़ रु. था।
 बैंकों को कैसे देंगे
         बांड जारी करके राशि जुटाई जा सकती है। सभी बैंकों के कर्ज को स्ट्रक्चर्ड (टुकड़ों में बांटकर) करके हर साल या छह माह में एक बार राशि बैंकों को दी जाएगी।
शपथ ग्रहण समारोह : सोनिया का आना तय नही, मायावती की तबीयत खराब
          17 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, कुमारस्वामी, एचडी देवेगौड़ा ने आने की स्वीकृति दे दी है। सोनिया का आना तय नहीं है। मायावती बीमार है। ममता बनर्जी और अखिलेश यादव ने शनिवार शाम तक स्वीकृति नहीं दी थी।

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