108 कुंडीय अतिरूद्र महायज्ञ व श्रीमद् भागवत कथा कोटेश्वर धाम पर 8 दिसंबर से 15 दिसंबर तक
यज्ञ से पर्यावरण शुद्ध होता है- नर्मदानंद बापजी
विक्की राजपुरोहित
हैलो -धार
108 कुंडीय अतिरूद्र महायज्ञ व श्रीमद् भागवत के साथ निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कोटेश्वर धाम पर 8 दिसंबर से 15 दिसंबर तक। पूर्व राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नर्मदा नंद बाप जी ने प्रेस वार्ता कर यज्ञ के बारे में विधिवत जानकारी दी गई।
कोद- 30 दिन भोजन के बिना 3 दिन पानी के बिना मनुष्य जीवित रह सकता है ।लेकिन ऑक्सीजन के बिना 3 मिनट भी जीवित नहीं रह सकता है।
यज्ञ से पर्यावरण में प्रदूषण शुद्ध होता है उक्त बातें पूर्व राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नर्मदा नंद बाप जी ने 108 कुंडीय अति महारुद्र यज्ञ व श्रीमद् भागवत कथा के साथ निशुल्क स्वास्थ्य शिविर के आयोजन की जानकारी देते हुऐ कोटेश्वर धाम पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही।
साथ ही उन्होंने कहा कि कोटेश्वर धाम अति प्राचीन तीर्थ एवं पर्यटक स्थान है।
क्षेत्र में वर्तमान में अनावृष्टि के कारण सुखा पड़ा है। इसलिए कोटेश्वर धाम तीर्थ पर अति रूद्र महायज्ञ करने का निर्णय लिया गया । साथ ही बताया की 5 वर्ष पहले 2013 में भी कोटेश्वर धाम पर यज्ञ किया गया था।
साथ ही कहा मध्य प्रदेश हरा-भरा बना रहे मध्य प्रदेश भारत का हार्ट है हमारा हॉट सही सलामत है।
तो हम जीवित रहेंगे बाकी अंग काम करना बंद कर देगे तो चलेगा। यही भावना है हमारी मध्य प्रदेश की जो धरोहर है वह किसी देश में नहीं है आदि गुरु शंकराचार्य भगवान ने मध्य प्रदेश की पावन भूमि से ज्ञान लेकर के विश्व तक संदेश दिया सनातन धर्म का ।भगवान श्री कृष्ण ने त्रेता युग में जन्म लिया उज्जैन में आकर के पावन भूमि से गीता को मान मिला देश में मध्य प्रदेश की धरती से मध्य प्रदेश में कई महापुरुष हुए जिन के पद चिन्हों पर चलकर लोगों ने मुकाम हासिल किया।
उन्होंने बताया राज्यमंत्री का दर्जा नदी के संरक्षण पर्यावरण के लिए दिया गया था। नर्मदा नदी की शुद्धि के लिए भ्रमण चलता रहता है ।घाटों की सफाई ,वृक्षारोपण होने से हरा-भरा बना रहता है।
नदी का पानी भी सूखता नहीं है हमने पर्यावरण के लिए नदी को साफ करने के लिए कई प्रयास किए साथ ही नदी के आसपास क्षेत्र में हमने कई वृक्षारोपण भी किए।
बाप जी ने बताया की अति रूद्र महायज्ञ का आयोजन 8 दिसंबर से 15 दिसंबर तक किया जा रहा है जिसके अंतर्गत श्रीमद्भागवत कथा निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर त्रिवेणी संगम किया गया है।
108 कुंडी यज्ञ में 216 जजमान व 125 ब्राह्मण हवन कुंड में आहुतियां देगे।
108 कुंडी अति रूद्र महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत महोत्सव का आयोजन नित्यानंद भक्त मंडल एवं गंगा कोटेश्वर यज्ञ समिति के द्वारा किया जा रहा है।
भागवत कथा का वाचन श्री आशुतोष नंदगिरी न्यास वेदाचार्य कैलाश मठ वाराणसी काशी के द्वारा किया जा रहा है। क्षेत्र सहित दूरदराज से हजारों की संख्या में भक्त जन पहुंचेंगे।
कलश यात्रा एवं मंडप 8 दिसंबर से प्रारंभ होगा वह यज्ञ 9 दिसंबर से साथ ही बटुक उपनयन संस्कार का भी आयोजन 12 दिसंबर को किया जाएगा। 11 से 13 दिसंबर तक निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें कोटा राजस्थान के डॉक्टरों द्वारा अपनी सेवा दी जाएगी।
पूर्णाआहुति एवं महा प्रसादी 15 दिसंबर की जाऐंगी।
वहीं यहां कोटेश्वर तीर्थ पर यज्ञशाला बनाने का कार्य किया जा रहा हैैै 126 बाय 126 में यज्ञशाला बनाई जा रही है। यज्ञशालाा की हाइट 61 फीट रहेगी ।यज्ञशाला बनाने का कार्य जयपुर के कारीगरों द्वारा किया जा रहा है। यज्ञशाला में लकड़ी की बलिया व सीरकी का उपयोग किया जा रहा है। यज्ञशाला 10 दिनोंं में बनकर तैयार होगी। साथी भागवत कथा के लिए विशाल पांडाल भी तैयार किया जा रहा है ।वही दूरदराज से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए कमरे भी बनाए जा रहे हैं।
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