राष्ट्रिय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सौरभ वर्मा ने किया धार का नाम रोशन
बेडमिन्टन खेल जगत में दो वर्मा बंधु सौरभ वर्मा एंव समीर वर्मा एक ऐसे चर्चित नाम
मध्यप्रदेश के छोटे से शहर धार से बेडमिन्टन खेल जगत में दो वर्मा बंधु सौरभ वर्मा एंव समीर वर्मा एक ऐसे चर्चित नाम है जिन्होंने राष्ट्रिय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सौरभ वर्मा ने किया धार का नाम रोशन ,धार के शटलर अपनी प्रतिभा से देश का नाम गर्व से ऊंचा कई मेडल जीते है। सीमित संसाधनों के बावजूद वर्मा बंधु ने अपनी कड़ी मेहनत एंव लगन से धाक जमाई है।
ऐसे ही दोनों भाई है जिन्होंने अपने पिता श्री सुधीर वर्मा से प्रेरणा एंव प्रोत्साहन पाकर वर्ष 1999 से बेडमिन्टन का रैकेट हाथ में थामा सौरभ वर्मा ने वर्ष 2001 में चेन्नई में अण्डर 10 एंव समीर ने वर्ष 2003 में बड़ौदा में अण्डर 10 बालक एकलवर्ग में राष्ट्रिय विजेता का ख़िताब जीता था जूनियर वर्ग में राष्ट्रिय स्तर पर श्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर वर्ष 2006 में सौरभ का चयन पहली बार सब जूनियर एशियन बेडमिन्टन चैम्पियनशीप चायना हेतु हुआ। वर्तमान में विश्व में 55 वी वरीयता प्राप्त सौरभ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिडबर्गर जीपी गोल्ड इंटरनेशनल सिल्वर मेडल ,चायनीस तायपे जीपी गोल्ड इंटरनेशनल बेडमिन्टन स्पर्धा में गोल्ड मेडल ,बेल्जियम चैलेंज इंटरनेशनल बेडमिन्टन स्पर्धा में गोल्ड मेडल ,पॉलिस पोलैण्ड इंटरनेशनल बेडमिन्टन स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता जहा सौरभ ने बेडमिन्टन की कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओ में अपने श्रेष्ठ खेल कौशल से पुरी दुनिया को हतप्रभ कर दिया।
वह विश्व के कई दिग्गज खिलाड़ीयो को अपना लौहा मनवा चुके सौरभ की ही तर्ज पर उनके छोटे भाई समीर वर्मा ना केवल देश भर में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उन्होंने वर्ष 2011 में जूनियर एशियन बेडमिन्टन चैम्पियनशीप लखनऊ ,यूथ कॉमनवेल्थ स्पर्धा इंग्लैण्ड जूनियर वर्ल्ड बेडमिन्टन चैम्पियनशीप ,उक्त तीनों स्पर्धाओं में सिल्वर मेडल जीतकर पुरी दुनिया का ध्यान आकर्षित करवाया था। जनवरी 2015 टाटा ओपन इंटरनेशनल चैलेंज बेडमिन्टन स्पर्धा मुंबई एंव अप्रैल 2016 सीनियर राष्ट्रिय बेडमिन्टन चैम्पियनशीप चंडीगढ़ में पुरुष एकलवर्ग का फायनल मुकाबला दोनों भाइयो के मध्य खेला गया जिसमे छोटे भाई समीर ने सौरभ वर्मा को परास्त किया। 35 वें नेशनल गेम्स केरल में सौरभ वर्मा ने बेडमिन्टन विधा के पुरुष एकलवर्ग में गोल्ड मैडल जीतने वाले प्रदेश के पहले खिलाडी बने, इसके अलावा सौरभ वर्मा मध्यप्रदेश के पहले ऐसे खिलाडी है जिन्होंने पुरुष वर्ग में दो बार राष्ट्रिय विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया है।
राष्ट्रिय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर सौरभ वर्मा को वर्ष 2014 एंव समीर वर्मा को वर्ष 2016 में सीनियर वर्ग में मध्यप्रदेश शासन का सर्वोच्य खेल अवॉर्ड विक्रम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। विश्व में 19वीं वरीयताक्रम प्राप्त समीर वर्मा ने नवम्बर 2017 में हन्कोंग सुपर सीरीज में सिल्वर मैडल जनवरी 2017 में सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा ख़िताब जीता तथा हल ही में स्विस ओपन स्पर्धा के फायनल में विश्व के नंबर 2 खिलाड़ी जागरसन को पराजित कर ख़िताब जीता सौरभ वर्मा व समीर वर्मा खेल के साथ साथ पढ़ाई में गहन रूचि है। दोनों भाई बीकॉम में है। सौरभ वर्तमान में ओएनजीसी एंव समीर बीपीसीएल में कार्यरत है। सौरभ और समीर वर्तमान पुल्लेला गोपीचंद बेडमिन्टन अकादमी हैदराबाद में राष्ट्रिय मुख्य प्रशिक्षक पुल्लेला गोपीचंद के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने खेल के स्तर को निखार रहे है।
संजय शर्मा
संपादक हेलो धार पत्रिका ,न्यूज़ पोर्टल
9893475407
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